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शिक्षिका को नियुक्ति देकर वेतन देना ही भूल गया विभाग…… 12 महीने से वेतन के लिए तरस रही विधवा टीचर दफ्तरों में भटकने को मजबूर… कहा- पति को खोने के दर्द से ज्यादा दर्द तो….

सक्ती 17 नवंबर 2021। ….जरा सोचिये उस विधवा पर क्या गुजर रही होगी! एक तो पति को खोने का दर्द….और दूसरा, विभाग से मिला तंगहाली का दर्द…। पति की मौत के बाद आरती को विभाग ने अनुकंपा नियुक्ति दी, तो लगा उसके दर्द पर विभाग मरहम लगा देगा…लेकिन क्या मालूम था कि मरहम नहीं जले पर नमक छिड़कने का अहसास करायेगा। दरअसल हुआ यूं है कि पति की मौत के बाद आरती को शिक्षिका पद पर अनुकंपा नियुक्ति तो मिल गयी, लेकिन विभाग तन्ख्वाह देना ही भूल गया। वो भी एक महीने-दो महीने नहीं… पूरे 12 महीने से…। 12 महीने से एक शिक्षिका तंगहाली की जिंदगी जी रही है। हद ये है कि शिक्षिका को कोई ये बताने वाला भी नहीं कि आखिर उन्हें तन्ख्वाह मिलेगी या नहीं… और मिलेगी भी तक कब था। मामला नगर पालिका परिषद सक्ती का है, जहां शिक्षक राजेश कुमार सोनवानी के निधन के बाद उनकी पत्नी आरती सोनवानी को सहायक शिक्षक विज्ञान के पद पर शासकीय हाई स्कूल कसेरपारा में नियुक्ति मिली थी। नियुक्ति के बाद उन्हें एक माह का वेतन भी दिया गया, लेकिन उसके बाद आंबटन न होने का बहाना करके पिछले 12 माह से वेतन भुगतान नहीं किया है।

शिक्षिका लगातार कार्यालय के चक्कर लगा रही है, बावजूद इसके उच्च अधिकारियों ने कभी मामले को गंभीरता से लिया ही नहीं। उन्होंने पूरे मामले की लिखित शिकायत संचालक नगरीय प्रशासन को सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे के माध्यम से की, लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर यह नौबत आई तो आई क्यों और जब विभाग ने उसे नियुक्ति दी है तो फिर उसका वेतन भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है । नगरीय प्रशासन के अधिकारी भी इस मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं ।

CMO का कहना है पत्राचार किया है

इधर इस मामले में जब हमने नियोक्ता नगर पालिका परिषद सक्ति के सीएमओ से बात की तो उनका कहना है. ये मामला उनके अधिकार क्षेंत्र का नहीं है। उन्होंने कहा कि

“जिस शिक्षिका का जिक्र आप कर रहे हैं, उनका आवेदन मेरे पास आया था, मैंने इस पूरे प्रकरण को लेकर पत्राचार किया है। कई बार रिमाइंड भी किया गयाहै, जैसे ही आवंटन आयेगा उनका भुगतान कर दिया जायेगा। उम्मीद है इस महीने के भीतर ही उनकी सैलरी जारी हो जाये”

इधर इस पूरे मामले को उठाने वाले सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि

12 माह से वेतन न मिलने की लिखित शिकायत आरती सोनवानी ने मुझसे की है और मैंने उनके मामले से राज्य कार्यालय के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है मामला बहुत ही संवेदनशील है क्योंकि किसी भी कर्मचारी को यदि 12 माह से वेतन न मिले तो उसकी मानसिक और आर्थिक स्थिति कितनी खराब होगी इसकी कल्पना आसानी से की जा सकती है । मुझे उम्मीद है कि उच्च अधिकारी इस मामले में संज्ञान लेंगे और शिक्षिका को जल्द न्याय मिलेगा साथ ही ऐसे अन्य मामलों की भी खोजबीन कर उन्हें भी तत्काल वेतन भुगतान किया जाए यह हमारी मांग है ।

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