हेडलाइन

इंटर्न डाक्टरों की स्टाइपेंड 29000 हो : कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने लिखा स्वास्थ्य मंत्री को पत्र… कमल वर्मा बोले- 12,500 स्टाइपेंड बेहद कम…

रायपुर 2 दिसंबर 2022। छत्तीसगढ़ में इंटर्न डाक्टर्स के स्टाइपेंड में बढोत्तरी की मांग काफी दिनों से उठ रही है। अब उन मांगों के समर्थन में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन भी आ गया है। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को पत्र लिखकर एमबीबीएस इंटर्न डाक्टर्स के स्टाइपेंड में बढोत्तरी की मांग की है। दरअसल छत्तीसगढ में एमबीबीएस इंटर्न्स को सिर्फ 12.500 रूपये दिये जा रहे हैं। दूसरे राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में इंटर्न डाक्टर का स्टाइपेंट बेहद कम है।

कमल वर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ के एमबीबीएस इंटर्न को भी देश के अन्य राज्यों के मेडिकल इंटर्न की भांति स्टाइपेंड दिया जाना चाहिये। फेडरेशन ने एक चार्ट भी स्वास्थ्य मंत्री को दिया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि पश्चिम बंगाल में इंटर्न को 29 हजार रुपये स्टाइपेंड दिया जा रहा है। उसी तरह उड़ीसा में 28 हजार, दिल्ली में 26 हजार, केंद्रीय संस्थानों में 23,500, झारखंड मं 23,500, हिमाचल प्रदेश में 20 हजार, बिहार में 20 हजार और गुजरात में 18, 200 में स्टाइपेंड दिया जा रहा है।

कमल वर्मा ने लिखा है कि एमबीबीएस के इंटर्नस स्वास्थ्य व्यवस्था के मजबूत पीलर है, ऐसे में उनकी सुविधाओं का ख्याल सुनिश्चित होना चाहिये। फेडरेशन ने 12500 रुपये के स्टाइपेंड को बेहद कम मानते हुए एमबीबीएस इंटर्न डाक्टर्स के लिए मासिक स्टाइपेंड को 29000 रुपये की मांग की है। अपने पत्र में कमल वर्मा ने लिखा है कि इंटर्न डाक्टर अलग-अलग अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं, लगातार डयूटी करने और सेवा के प्रति समर्पण को देखते हुए स्टाइपेंड में बढ़ोत्तरी होनी चाहिये।

Back to top button