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शिवसेना का अब नया चुनाव चिन्ह : उद्धव गुट को मिला अब नया नाम और नया चुनाव चिन्ह… शिंदे गुट को….

नई दिल्ली 10 अक्टूबर 2022 : चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को अंधेरी पूर्व सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए मशाल का निशान दिया है। आयोग ने कहा कि कोई भी धार्मिक निशान चुनाव के लिए नहीं दिया जा सकता है। बता दें कि उद्धव गुट ने मशाल, त्रिशूल और उगता हुआ सूरज का विकल्प चुनाव आयोग के सामने रखा था।

महाराष्ट्र की सियासत में चुनावी चिन्ह को लेकर चल रही जंग के बीच उद्धव ठाकरे को टार्च और मशाल वाला चिन्ह दे दिया गया है। वहीं उनकी पार्टी का नाम शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे रखा गया है। चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे से अभी के लिए तीन विकल्प मांगे हैं, उसी के आधार पर उन्हें भी कोई चुनावी चिन्ह दिया जाएगा।

बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट को Balasahebchi Shiv Sena नाम दे दिया गया है। लेकिन उनका चुनावी चिन्ह अभी तक तय नहीं हुआ है। वैसे चुनाव आयोग ने ये फैसला उस समय लिया है जब चुनाव चिन्ह वाली लड़ाई दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गई है। सोमवार को ही उद्धव ठाकरे की तरफ से दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। उस याचिका के जरिए चुनाव आयोग के उस फैसले का विरोध किया गया है, जहां पर शिवसेना के चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया गया था।

इसके अलावा चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट की पार्टी के नाम का भी ऐलान कर दिया है। अब एकनाथ शिंदे गुट की पार्टी को ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ कहा जाएगा। चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को 11 अक्टूबर यानी कल तक 3 नए प्रतीकों की एक सूची पेश करने के लिए कहा है। इसके बाद शिंदे गुट के चुनाव चिन्ह का ऐलान किया जाएगा।

बता दें कि 3 नवंबर को होने वाला उपचुनाव शिंदे और ठाकरे गुट के लिए लिटमस टेस्ट साबित होने वाला है। यह सीट शिवसेना विधायक रिमेश लातके के निधन के बात खाली हुई थी। शिवसेना ने उनकी पत्नी रितुजा को यहां से टिकट दिया है। वहीं शिंदे गुट और भाजपा मुरजी पटेल को उतारने की योजना बना रहे हैं जो कि 2019 में चुनाव हार गए थे। शिंदे गुट और उद्धव गुट में पार्टी के निशान और नाम को लेकर कानूनी लड़ाई के बीच चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और निशान दोनों ही फ्रीज कर दिया था।   

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