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यूडीटी पदोन्नति : शिक्षक नेता जाकेश साहू बोले, प्रधान पाठकों को भी मिले यूडीटी बनने का मौका……विषय आधारित प्रमोशन ना कर पूर्व की भांति विषय विकल्प भरा कर सीनियरिटी के आधार पर मिले पदोन्नति

रायपुर 5 दिसंबर 2022 ।  यूडीटी सहित विभिन्न पदों में पदोन्नति के लिए न्यायालय का स्थगन अब शीघ्र ही खुलने वाला है। यह बात उल्लेखनीय है कि प्रदेश में शिक्षा विभाग के अंतर्गत यूडीटी, मिडिल प्रधान पाठक, व्याख्याता एवं प्राचार्य जैसे पदों पर पदोन्नति के लिए हाईकोर्ट में जो बैन लगा हुआ था एवं मामले चल रहे थे, उस पर न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है।

             अब इस मामले में जल्द ही डिसीजन आने वाला है, ऐसे में प्रदेश के शिक्षक नेता एवं “छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक/यूडीटी मंच” एवं “शिक्षक एलबी संवर्ग छत्तीसगढ़” के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए राज्य सरकार से मांग किया है कि यूडीटी के पदों पर पदोन्नति के नियमों में संशोधन किया जाए तथा वर्तमान प्राथमिक प्रधान पाठकों को भी यूडीटी बनने का अवसर दिया जाना चाहिए।

              साथ ही इस यूडीटी के पदों पर विषय आधारित पदोन्नति ना देकर पूर्व की भांति विकल्प भरा कर प्रमोशन दिया जाए। शिक्षक नेता जाकेश साहू ने कहा कि चूंकि राज्य सरकार का पदोन्नति नियम ही गलत है।

         विभाग में शुरू से ही पदोन्नति नियम यह रहा है कि सहायक शिक्षकों को पदोन्नति देकर प्राथमिक प्रधान पाठक, फिर प्राथमिक प्रधान पाठक को पदोन्नत देकर यूडीटी, फिर यूडीटी को पदोन्नत कर मिडिल हेड मास्टर, फिर मिडिल हेड मास्टर को प्रमोशन कर व्याख्याता, फिर व्याख्याता को पदोन्नत कर प्राचार्य में प्रमोशन दिया जाता है।

             लेकिन वर्तमान पदोन्नति नियम में बदलाव कर सरकार ने सहायक शिक्षक जो सीनियर थे उसको प्रधान पाठक बना दिया है। यह बहुत अच्छी पहल है परंतु अब प्रदेश के 10,000 यूडीटी के रिक्त पदों पर प्रधान पाठकों को प्रमोशन ना देकर जूनियर सहायक शिक्षकों को पदोन्नति दी जा रही है जो कि न्याय के प्राकृतिक सिद्धांतों के खिलाफ है।

         शिक्षक नेता जाकेश साहू ने राज्य सरकार से मांग किया है कि वर्तमान पदोन्नति नियम में बदलाव किया जाए तथा वर्तमान प्रधान पाठक जो पदोन्नत होकर प्राथमिक प्रधान पाठक बने हैं उन प्रधान पाठकों में से सीनियर शिक्षकों को यूडीटी के पदों पर पदोन्नति देनी चाहिए।

        उसके बाद जो प्रधान पाठक का पद रिक्त होगा उसमें फिर से सहायक शिक्षकों को प्रमोट कर प्रधान पाठक बनाना चाहिए क्योंकि पहले सीनियर शिक्षकों को प्रधान पाठक बनाया गया है अब जो जूनियर सहायक शिक्षक बचे है उसको यूडीटी बनाया जा रहा है जो नियम विरुद्ध और न्याय के प्राकृतिक सिद्धांत के खिलाफ होगा।

         इसी प्रकार इससे पूर्व प्रदेश के विभिन्न संभागों एवं जिलों में शिक्षाकर्मी वर्ग 3 को प्रमोशन देकर वर्ग दो बनाया गया था। उस समय विषय आधार पर प्रमोशन नहीं हुआ था बल्कि विषय विकल्प भराकर पदोन्नति दी गई थी, क्योंकि यूडीटी अर्थात शिक्षा कर्मी वर्ग 2 मिडिल स्कूल में अध्यापन कार्य करते हैं और प्रत्येक शिक्षक दसवीं की कक्षा तक गणित, अंग्रेजी, विज्ञान तथा सभी विषय की पढ़ाई करते हैं। जो कक्षा आठवीं तक अल्टरनेट सभी विषय बच्चों को पढ़ाने में पूर्णता सक्षम है।

           पूर्व में इसी आधार पर सहायक शिक्षकों को विषय विकल्प भरा कर पदोन्नति दी गई थी। अतः मांग की जाती है कि वर्तमान प्राथमिक प्रधान पाठकों को सीनियारिटी आधार पर विषय विकल्प भरा कर यूडीटी के पदों में पदोन्नति देनी चाहिए।

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