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VIDEO : अजब-गजब – पहले मंत्री को दी चुनौती,B-फार्म नही मिला तो…मंत्री के ही समर्थन में ले लिया नाम वापस

कोरबा 3 नवंबर 2023। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में रस्सा-कस्सी का दौर जारी है। ऐसे में कई नेता ऐसे भी है,जो मौका देखकर अपना पाला बदलने में जरा भी वक्त नही लगा रहे है। जीं हां कुछ ऐसा ही मामला कोरबा विधानसभा का भी सामने आया है, जहां से JCCJ ने पहले रज्जाक अली को अपना प्रत्याशी घोषित किया और फिर उनके ढूलमूल रवैय्या की रिपोर्ट मिलते ही उनका B-फार्म रोक दिया। B-फार्म नही मिलने पर इसका ठिकरा नेताजी ने पहले तो आशंका जताते हुए राजस्व मंत्री पर फोड़ दिया। लेकिन नाम वापसी के दिन नेताजी के सारे तेवर उस वक्त ठंडे पढ़ गये, जब उन्होने अपना नाम वापस लेकर उसी मंत्री को समर्थन में उतर गये, जिसे वो 24 घंटे पहले तक चुनावी दंगल में नुकसान पहुंचाने की चुनौती दे रहे थे।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन शेष बचे हुए है। ऐसे में 2 नवंबर के बाद भी नाम वापस नही लेने वाले बागियों ने बीजेपी और कांग्रेस की चिंता बढ़ा रखी है। लेकिन छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में ऐसे भी कई नजारे देखने को मिले जिसने राजनेताओं का टेंशन नही बढ़ाया, बल्कि बल्कि ऐसे नेताओं ने सबका मनोरंजन करते हुए खुद की विश्वसनीयता को हांसिये पर जरूर चढ़ा दिया। दरअसल हम बात कर रहे है। कोरबा विधानसभा से JCCJ से प्रत्याशी बने रज्जाक अली की, पार्टी ने 29 अक्टूबर को लिस्ट जारी कर रज्जाक अली को कोरबा विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया था। 30 नवंबर को नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन रज्जाक अली दोपहर 3 बजें तक इंतजार करते रह गये। समय बीतने के बाद भी B-फार्म नही मिलने पर नेताजी का गुस्सा फूट पड़ा।

जिसके बाद कलेक्टोरेट में ही मीडिया के सामने बी-फार्म रूकने के पीछे राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का दबाव होने की आशंका जताते हुए अपना बयान नेताजी ने दे दिया। न्यूज कट टू कट से बातचीत में भी कांग्रेस से JCCJ में आये रज्जाक ने खुद के साथ हुए राजनीति में कांग्रेस प्रत्याशी का हाथ होने की आशंका जताते हुए निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने का दावा किया गया। लेकिन 2 नवंबर को नाम वापसी के दिन निर्दलीय प्रत्याशी रज्जाक अली ने अपना नाम वापस लेने के बाद राजस्व मंत्री को अपना समर्थन देते हुए मंत्री की तारीफ करते दिखे। साफ है चुनावी माहौल में मौके की नजाकत को देखते हुए लिये गये इस फैसले के बाद शहर में चर्चाओं का दौर जारी है। खैर कोरबा विधानसभा की बात करे तो यहां पिछले 15 साल से विधायक जयसिंह अग्रवाल और बीजेपी के प्रत्याशी लखनलाल देवांगन के बीच सीधा मुकाबला है।

रही बात दल-बदल की राजनीति करने वाले रज्जाक अली की ,तो उनका पैर कभी एक पार्टी में नही टिका। अंदर खाने रिपोर्ट की माने तो कांग्रेस-जोगी कांग्रेस की राजनीति करने वाले रज्जाक अली का नाम घोषित होने के बाद से ही JCCJ कोरबा के पदाधिकारी काफी नाराज थे। उन्होने पहले ही पार्टी हाईकमान को दल-बदल का शिकार होने की आशंका जता दी गयी थी।। यहीं वजह है कि पार्टी हाईकमान ने ऐन वक्त में रज्जाक अली का B-फार्म रोक दिया। अब कांग्रेस के प्रत्याशी का समर्थन करने की जानकारी सामने आने के बाद JCCJ के नेता ये कहते हुए नजर आ रहे है कि उनका अनुमान बिल्कुल सही निकला। यदि पार्टी उनकी बात को नजर अंदाज करके B- फार्म देकर प्रत्याशी बनाती, तो कोरबा में भी मंतूराम पार्ट-2 जैसा कांड हो जाता।

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