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VIDEO : …जब जाते वक्त फूट-फूटकर रोयी विदेशी कलाकार……विदाई के वक्त एयरपोर्ट पर महिला पुलिसकर्मी के गले से लिपट गयी….

रायपुर 5 नवंबर 2022। तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का समापन हो चुका है। मेहमान अब अपने देश लौटने लगे हैं। तीन दिन तक चले आयोजन में छत्तीसगढ़ की मेहमानी ने कलाकारों को इस कदर अपनत्व का अहसास कराया कि जाते-जाते कलाकारों की आंखे छलक गयी। कई महिला कलाकार को गले लिपटकर रोने भी लगे। छत्तीसगढ़ से विदा लेते हुए मोज़ाम्बिक की कलाकार भावुक हो गयी। मोजाम्बिक की कलाकार ज़ियाना और टेलीसा तो इस कदर भावुक हो गयी कि वो छत्तीसगढ़ के कोऑर्डिनेटर्स और महिला सुरक्षाकर्मियों से लिपट कर रोने लगी। अपने देश लौटने की बेला में पराए देश में अपनों की तरह मिले प्यार से भावुक मोज़ाम्बिक से आयीं कलाकारों को देख मौजूद लोगों की भी आंखे भर आयी। सभी कलाकार ने छत्तीसगढ़ से मिले प्यार को अनूठा और कभी नहीं भूलने वाला पल बताया।

मणिपुर की कलाकार लेउँग लेंग ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारा 4 दिन का प्रवास बहुत सुखद रहा, यहां का खाना और सभी चीज़ें बहुत अच्छी हैं, हमारी सुरक्षा के साथ हर तरह से हमारा बहुत अच्छा ध्यान रखा गया।

मणिपुर के कलाकार तुई शेंग छत्तीसगढ़ के आतिथ्य से हुए मुग्ध, मुख्यमंत्री भूपेश को राजनीति के क्षेत्र में अपना पसंदीदा व्यक्तित्व बताया और उनके विजन की तारीफ की, छत्तीसगढ़ का खाना उन्हें बहुत रास आया, पिछले साल भी छत्तीसगढ़ आने का मौका मिला था, इस साल दोबारा आकर बहुत खुशी हुई।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का हिस्सा बनने के बाद कल साम मणिपुर के कलाकार अपने प्रदेश लौट गए। देर शाम मणिपुर के कलाकारों की टीम लौटने के लिए रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पहुँची। इस दौरान बातचीत करते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ में हुए भव्य आयोजन की सराहना की। मणिपुर के इन कलाकारों ने देशभर के सामने अपनी कला, संस्कृति और प्रतिभा को प्रदर्शित करने मंच मिलने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल से आभार जताया। उन्होंने कहा कि मौक़ा मिला तो वे फिर छत्तीसगढ़ आना चाहेंगे।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ आए इंडोनेशिया के लोक कलाकार समूह ने हाथ जोड़कर किया छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाज़ी का शुक्रिया। महोत्सव में शामिल हुए इंडोनेशिया के 10 प्रतिभागी आज विवेकानंद विमानतल से अपने देश के लिए रवाना हुए। टीम की सदस्य सुश्री राबिया आदिन ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ आकर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव को भरपूर एंजॉय किया और यहां लोगों से मिलने का भी मौका मिला। इस महोत्सव में हमें अपने देश के आदिवासी संस्कृति को एक प्रतिष्ठित मंच पर प्रदर्शन करने का अवसर मिला। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया और जय जोहार कहकर विदाई ली। सभी सदस्यों ने एक सुर में लव यू छत्तीसगढ़ कहा और हाथ उठाकर अपनी भाषा में भी उपस्थित लोगों का अभिवादन किया।

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