हड़ताल खत्म होने के बाद भी सहायक शिक्षकों का खत्म नहीं हुआ है हल्ला बोल…..CM ने किया न्याय को लेकर एक ट्वीट, तो… सहायक शिक्षकों ने वेतन विसंगति की मांगों से भर डाले ट्विटर
रायपुर 30 दिसंबर 2021। सहायक शिक्षकों का आंदोलन अभी स्थगित हुआ है, खत्म नहीं हुआ है। तभी तो मुख्यमंत्री के जिस आश्वासन के बूते हड़ताल को स्थगित किया गया, मौका मिलते ही दो दिन बाद फिर से शिक्षक को मुख्यमंत्री को उनका किया वादा याद दिलाने लगे। आज दिनभर ट्वीटर पर मुख्यमंत्री को वादा याद दिलाते शिक्षकों का ट्वीट ट्रेंड करता रहा। दरअसल आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था-न्याय में इतना विलंब नहीं होना चाहिये कि वो अन्याय लगने लगे।
न्याय में इतना विलम्ब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे. #ThursdayThoughts
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 30, 2021
उस ट्वीट के बाद शिक्षकों के रि-ट्वीट की बाढ़ आ गयी। सहायक शिक्षक फेडरेशन के नेताओं सहित आम सहायकों ने मुख्यमंत्री के उस ट्वीट पर रिट्वीट करना शुरू कर दिया। खुद प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा…
सहायक शिक्षक के साथ न्याय करे महोदय क्योकि देर से किया गया न्याय भी अन्याय के बराबर होता है
— Manish Mishra (@ManishM38347688) December 30, 2021
सही कहा आपने न्याय में इतना विलंब नहीं होना चाहिए आपने कहा था वर्ग 1 और 2 की तुलना में वर्ग 3के साथ धोखा हुआ है इसीलिए आप के कहने पर 18 दिन चले आंदोलन को समाप्त कर दिया गया है जल्द से जल्द आप सहायक शिक्षकों पर न्याय करते हुए वेतन विसंगति दूर कीजिए महोदय धन्यवाद आप हैं तो भरोसा है
— Gajendra Dhruw (@GajendraDhruw6) December 30, 2021
कधनी और करनी में अंतर ना हो महोदय, सहायक शिक्षको के साथ भी न्याय में विलंब हो रहा है ।#वेतन विसंगति दूर करो।
— Deepali Verma (@Deepali2275) December 30, 2021
पर लोग यहाँ देर कर अन्याय ही कर देते हैं, हम सहायक शिक्षकों के साथ तो वर्षों से अन्याय होता आया है।।
2013 में डॉ रमन सिंह जी ने क्रमोन्नति देकर, छीन लिया। 2018 में संविलियन किया पर हम समयमान पा चुके थे मतलब एक स्टेज आगे आ गए थे, जिसे पीछे कर पुनरीक्षित दिया।।
आप न्याय जरूर करेंगे— Satyam Singh Naik (@29ce04cbbcdc4f9) December 30, 2021
कका हमर भी तो न्याय कर दे ग । बहुत देर हो गे हे। 23 साल के नौकरी में योग्यता रहते हुए भी न प्रमोशन होइश न क्रमोन्नति।।
एक सहायक शिक्षक— santosh choudhary (@santoshajay) December 30, 2021