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बारिश और बाढ़ का क़हर, 71 लोगों की मौत; आज भी बंद रहेंगे स्कूल

17 अगस्त 2023 /13 अगस्त से मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से 71 लोगों की मौत हो गई है।मंडी जिले में पंडोह से आगे कुल्लू-मनाली, लाहौल-स्पीति और लेह तक सड़क संपर्क भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध होने से बाधित हो गया है। शिमला में, लगभग आधा दर्जन इमारतें भूस्खलन के कारण खतरे का सामना कर रही हैं, जबकि कांगड़ा जिले में, शिमला के विभिन्न हिस्सों में Pong Dam का पानी घरों में घुस गया है। बाढ़ के बाद 1,731 लोगों को बचाया गया है। शिमला में बारिश के कारण 500 से अधिक पेड़ उखड़ गए हैं। सीएम सुखविंदर सिंह सुखू ने मंगलवार को शिमला में एक समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि पिछले चार दिनों में बारिश में 157% की वृद्धि के परिणामस्वरूप पूरे राज्य में भारी नुकसान हुआ है|

मौसम विभाग ने जारी किया अपडेट

आईएमडी के वैज्ञानिकों की मानें तो ओडिशा में 19 तक, झारखंड में 18 तक और पश्चिम बंगाल, सिक्किम में 17 अगस्त तक हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना जताई है । वहीं छत्तीसगढ़ में भी 20 अगस्त तक भारी वर्षा होगी इस दौरान मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी होने की संभावना व्यक्त की गई है । वहीं देश के बाकी राज्यों में अगले 5 दिनों तक मानसून की गतिविधियां कमजोर रहेगी ।

बद्रीनाथ, केदारनाथ जाने वाली सड़कें ठप

हिमाचल में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण कांगड़ा, शिमला और मंडी जैसे जिलों में बाढ़ के हालात हो गए है । कई स्थानों पर हजारों लोग फंस गए । वहीं कई घर भी मलबे में तब्दील हो गए । वहीं उत्तराखंड में भी सोमवार से हो रही बारिश के कारण कई इमारतें नष्ट हो गई हैं ।

शिमला में आज भी बंद रहेंगे स्कूल

उधर, हिमाचल के शिमला में शहरी और ग्रामीण में 17 अगस्त को सभी स्कूल और ऑगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। शिमला में लगातार हो रही लैंडस्लाइडिंग की वजह से फ़ैसला लिया गया है।  हालांकि हिमाचल के बाक़ी ज़िलों में आज से स्कूल खुल जाएंगे। भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के चलते स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया ।

54 दिनों में ही 742 मिलीमीटर बरसा पानी 

हिमाचल में मानसून के 54 दिनों में ही 742 मिलीमीटर पानी बरस चुका है, जो जून से 30 सितंबर के बीच मौसम की औसत बारिश 730 मिलीमीटर की तुलना में अधिक है। मौसम विभाग के मुताबिक जुलाई में बारिश ने पिछले 50 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने यह भी बताया कि मनाली, सोलन, रोहड़ू, ऊना, घमरूर, हमीरपुर और केलोंग शहरों ने नौ जुलाई को महीने में एक दिन में बारिश के पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस दिन राज्य में अभूतपूर्व बारिश दर्ज की गई थी।

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