बिग ब्रेकिंगहेडलाइन

VIDEO-कौन है ईश्वर साहू? जिसे मंत्री के क्षेत्र से उतार BJP ने कर दिया हैरान, राजनीति से नहीं है कोई वास्ता, फिर भी क्यों उतारा मैदान में…

रायपुर 9 अक्टूबर 2023। भाजपा ने 90 में से 85 सीटों पर प्रत्याशी तय कर दिये हैं। घोषित प्रत्याशियों में लगभग आधे नये चेहरे हैं। सोमवार को जारी भाजपा की दूसरी लिस्ट में एक चौकाने वाला नाम ईश्वर साहू का है। राजनीति के इस अनजान नाम को जिस किसी ने भी सुना दंग रह गया। दरअसल साजा में पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे को घेरने के लिए भाजपा ने सहानुभूति का दांव खेला है। इस दांव के तहत ईश्वर साहू को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। आईये जानते हैं कांग्रेस के कद्दावर मंत्री रविंद्र चौबे को घेरने के लिए भाजपा ने जिस प्रत्याशी को मैदान में उतारा है, आखिर वो हैं कौन।

दरअसल ईश्वर साहू का नाम उस वक्त चर्चाओं में आया था, जब बेमेतरा जिले के बिरनपुर में सांप्रदायिक हिंसा हो गयी थी। इस हिंसा में भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गयी थी। ईश्वर साहू उसी भुनेश्वर साहू के पिता है। पार्टी ने बड़े ही रणनीतिक तौर पर ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है। ईश्वर साहू का कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है।

ईश्वर साहू का नाम अप्रैल महीने में उस वक्त चर्चा में आया था, जब 9 अप्रैल को बिरनपुर गांव में दो समुदायों के बीच झड़प में ईश्वर साहू के बेटे भुनेश्वर साहू की हत्या हुई थी। इसके बाद एक महीने तक पूरे गांव में कर्फ्यू लगाया गया था। ईश्वर साहू खेती किसानी करते हैं। बेटे के हत्या के बाद कांग्रेस सरकार ने ईश्वर साहू मुआवजे की रकम और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था लेकिन ईश्वर साहू ने मुआवजे की रकम और दोनों को ही लेने से इनकार कर दिया था।

गांव में ही भुनेश्वर साहू की हुई थी हत्या

बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में 6 अप्रैल, 2023 को दो गुटों की झड़प हुई थी। घटना में भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद गांव में हिंसा भड़क गई थी। गांव में कुछ घरों में आगजनी की गई थी। इसके बाद प्रशासन ने इस गांव में धारा 144 लागू कर दी थी। कई दिनों तक गांव हिंसा की चपेट में रहा। अब बीजेपी ने ईश्वर साहू को उम्मीदवार बनाकर सियासी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। साजा विधानसभा मंत्री रवीन्द्र चौबे का गढ़ रहा है। वो लगातार यहां से चुनाव जीतते रहे हैं, हालांकि 2013 में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। अभी तक कांग्रेस ने टिकट की घोषणा नहीं की है, हालांकि ये तय माना जा रहा है कि साजा से उन्हें ही पार्टी मैदान में उतारेगी।

बेटे की मौत का इंसाफ चाहता हूं

इधर प्रत्याशी बनाये जाने पर ईश्वर साहू ने कहा कि उनके बेटे की हत्या की गयी है। वो घर-घर जाकर बेटे की मौत के लिए इंसाफ मांगेंगे। जिसके शासनकाल में उनके बेटे की हत्या की गयी है, उन्हें हराकर ही उनके बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी।

सिंहदेव ने कहा- बीजेपी भावनाओं से खेल रही है

वहीं डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने बीजेपी के बीरनपुर हिंसा में मृतक के पिता को साजा से टिकिट दिए जाने को लेकर कहा कि ये एक प्रयोग है भावनाओ से खेलने का। वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे के विधानसभा क्षेत्र से टिकिट दिया गया है। भाजपा सहानुभूति पाना चाहती है।

Back to top button