Vikas Upadhyay Biography In Hindi: विकास उपाध्याय का जीवन परिचय, बिना गॉड फादर के राजनीति में रखा कदम
Vikas Upadhyay Biography In Hindi: छात्र जीवन से राजनीति में कदम रखने वाले राजधानी के निवासी विकास उपाध्याय को कांग्रेस पार्टी की ओर से रायपुर लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार बनाया है। विकास उपाध्याय का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर में 5 नवंबर 1975 को एक किसान परिवार में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम संजना उपाध्याय, पिता का नाम अनिरुद्ध उपाध्याय है। विकास उपाध्याय का एक बेटा भी है। उन्होंने एम.कॉम. (द्वितीय वर्ष) तक की पढ़ाई की है। इसके अलावा जिम और स्विमिंग में वह विषेश रूचि रखते हैं। वर्तमान में वह रायपुर स्थित सी-1 साइंस कॉलेज परिषद, जीई रोड में रहते हैं।
उनका परिवार राजनीति से दूर था लेकिन कम उम्र में ही पढ़ाई के दौरान वह राजनीति की ओर आकर्षित हुए और स्कूल की पढ़ाई के दौरान वर्ष 1994 में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) में शामिल हो गए। जिसके बाद संगठन की ओर से उन्हें एनएसयूआई का रायपुर ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया।
कॉलेज की पढ़ाई के दौरान 1998 में इकाई के अध्यक्ष के रूप में चुने गए और 1999 में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष बने। उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य का प्रभार देते हुए 2004 में एनएसयूआई का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया। राजनीति से जुड़कर दायित्वों को पूरा करने के साथ ही संगठन के लिए उनके द्वारा किये जा रहे कार्य को देखकर उन्हें 2006 में राष्ट्रीय स्तर का पद मिला और वह एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव के रूप में नियुक्त हुए। जिसके बाद उन्होंने राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश राज्यों का नेतृत्व किया।
फिर पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र संगठन को छोड़ युवा कांग्रेस में शामिल हुए। जहां उन्हें वर्ष 2009 में उन्हें भारतीय युवा कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी दी। जिसके बाद वह पंजाब, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की यात्रा की। जिसके एक साल बाद अप्रैल 2010 में अखिल भारतीय युवा कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली, गुजरात और दमन दीव का नेतृत्व किया। साथ ही 2013 से 2018 तक पांच वर्षों तक वह जिला कांग्रेस अध्यक्ष रायपुर शहर रहे।
वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट से उन्हें कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया और भाजपा के तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत को 12212 वोटों से मात देते हुए रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर अपना कब्जा जमाया। विधायक होने के साथ ही वर्ष 2020 में उन्हें लोक निर्माण रीसेल धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व पर्यटन का संसदीय सचिव बनाया गया।