शिक्षक/कर्मचारी

वो कौन थी जिसे राकेश टिकैत और शिवकुमार कक्का ने मंच पर अपने पास बैठाया और आंदोलन की जानकारी ली ?…… सहायक शिक्षकों के आंदोलन मंच पर राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत के आने व समर्थन देने की इनसाइड स्टोरी

रायपुर 21 दिसंबर 2021। राजधानी रायपुर में प्रदेश के सहायक शिक्षकों द्वारा वेतन विसंगति दूर करने के मुद्दे पर किये जा रहे आंदोलन की राष्ट्रीय चर्चा और गर्माहट तब होने लगी जब शिक्षकों के इस आंदोलन मंच पर देश के सबसे चर्चित और सफल किसान आंदोलन के बड़े चेहरे की पहचान रखने वाले राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत व भारत सरकार से हुई डेलिगेशन में शामिल संयुक्त किसान मोर्चा कोर कमेटी सदस्य शिव कुमार शर्मा” कक्का” का आगमन व समर्थन किया गया।

सहायक शिक्षकों के आंदोलन मंच पर राकेश टिकैत और शिवकुमार शर्मा “कक्का” का आना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है,लोग आश्चर्यचकित हैं कि आखिरकार इन दोनों राष्ट्रीय नेताओ को मंच तक लाकर वेतन विसंगति दूर करने हेतु खुलकर समर्थन दिलाकर जारी आंदोलन और मांग को मजबूत बनाने कार्य किसने किया ? आइये हम आपकी उत्सुकता को देखते हुए उस शख्शियत से परिचय करा रहे हैं जिनके प्रयासों से ही यह संभव हो पाया और इस आंदोलन की एक राष्ट्रीय पहचान बन गई।

सहायक शिक्षक आंदोलन मंच में राकेश टिकैत,शिवकुमार कक्का और राजाराम त्रिपाठी(छ्ग के अग्रणी किसान नेता जिन्होंने दिल्ली किसान आंदोलन में छ्ग का प्रतिनिधित्व किया था) के बीच बैठी यह महिला सहायक शिक्षक नेत्री डॉ सांत्वना ठाकुर है,जिनके पिता ठाकुर रामगुलाम सिंह अध्यक्ष खेतिहर मजदूर किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ हैं। डॉ सांत्वना ठाकुर रायपुर में पदस्थ हैं और छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ की प्रांतीय उपाध्यक्ष भी हैं।डॉ सांत्वना ठाकुर के प्रत्यक्ष प्रयासों से ही ये राष्ट्रीय नेता इस मंच तक आये और वेतन विसंगति दूर करने की मांग का समर्थन किये।राकेश टिकैत व शिवकुमार कक्का ने स्वयं सांत्वना ठाकुर को अपने पास बैठने कहा और आंदोलन की जानकारी ली।डॉ सांत्वना ठाकुर एक तेजतर्रार,निडर,बेबाक और जुझारू शिक्षक नेता के रूप में पूरे प्रदेश में जानी जाती हैं,पिछले संविलियन आंदोलन में इनकी प्रखर और अग्रणी भूमिका थी, सड़क पर शिक्षक संघर्ष की यह लोकप्रिय चेहरा रही हैं। वेतन विसंगति दूर करने के इस आंदोलन में भी वे संघवाद से परे होकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। हालांकि यह आंदोलन फेडरेशन के बैनर तले मनीष मिश्रा की अगुवाई में हो रहा है,किंतु इस आंदोलन को अब छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ ने भी खुलकर सहायक शिक्षकों की मांग का समर्थन करते हुए अपने पदाधिकारियों व सदस्यों से साथ देने की अपील किया है,शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे की अपील पर 17 दिसम्बर को प्रदेश शिक्षक और व्याख्याता भी समर्थन में आकस्मिक अवकाश पर रहे।

डॉ सांत्वना ठाकुर ने आंदोलन मंच तक राकेश टिकैत और शिवकुमार कक्का को लाना और आंदोलन का समर्थन करने के आग्रह के पीछे अपना और अपने सन्गठन शालेय शिक्षक संघ का सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर कराना ही एक मात्र उद्देश्य और लक्ष्य है। चूंकि राकेश टिकैत जी का छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व पूर्व राष्टीय अध्यक्ष राहुल गांधी से अच्छे सम्बंध हैं और वे मुख्यमंत्री के साथ कुछ कार्यक्रम में साथ भी रहे, मंच के अपने भाषण में टिकैत ने कहा कि वे मुख्यमंत्री व अधिकारियों तक सहायक शिक्षकों की मांग को अवश्य पहुचायेंगे व वेतन विसंगति दूर करने का आग्रह करेंगे। राकेश टिकैत की इस पहल का प्रदेश के सभी शिक्षकों ने स्वागत किया है।

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