जॉब/शिक्षा

अजब गजब प्राचार्य ! डीपीआई के स्पष्ट आदेश को नकार कर वेतन में कटौती कर शिक्षक को किया जा रहा भुगतान , कहा – जहां चाहो वहां कर दो शिकायत लेकिन बनेगा तो यही वेतन । अब पूरे मामले की हुई उच्च अधिकारियों के पास शिकायत…..जानिए क्या है पूरा माजरा

रायपुर  28 अक्टूबर 2021। शिक्षा विभाग का हाल बेहाल है और इसकी वजह विभाग के ही कुछ ऐसे अधिकारी और कर्मचारी हैं जो अपने सामने किसी को कुछ समझते ही नहीं है आलम यह है कि राज्य सरकार और डीपीआई के आदेश की भी उनके सामने कोई अहमियत नहीं है । उन्हें तो केवल अपना हुकुम चलाना है फिर चाहे इससे किसी का कितना ही नुकसान क्यों न हो जाए । अब बेमेतरा जिले के साजा विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला चेचानमेटा का ही मामला ले लीजिए जहां नवनियुक्त व्याख्याता चुमेश्वरी वर्मा को उनके महिला डीडीओ प्राचार्य द्वारा जानबूझकर कम वेतन भुगतान किया जा रहा है।

नवनियुक्त व्याख्याता के लिए शासन का स्पष्ट आदेश है कि पहले वर्ष उन्हें मूल वेतन का 70% राशि वेतन के रूप में दिया जाएगा किंतु अन्य भत्ते शासकीय कर्मचारियों के समान ही दिए जाएंगे और कर्मचारी के नियुक्ति आदेश में भी इसका स्पष्ट जिक्र है बावजूद इसके प्राचार्य द्वारा चुमेश्वरी वर्मा के वेतन के साथ-साथ उनके अन्य भत्तों में भी 30% राशि की कटौती कर के भुगतान किया जा रहा है जो सीधे तौर पर शासन के आदेश की अवहेलना है।

चुमेश्वरी वर्मा ने जब नियुक्ति आदेश का हवाला देते हुए उनसे सही वेतन देने की गुहार लगाई तो उल्टा उन्हें डांट फटकार करके यह कह दिया कि जहां चाहे वहां शिकायत कर दो इसके बाद मजबूरन उन्होंने सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे को पूरा मामला बताया , विवेक दुबे ने भी डीडीओ प्राचार्य से बात करके उन्हें यह समझाने की कोशिश की कि जब शासन का स्पष्ट आदेश है और नियुक्ति आदेश में ही इसका स्पष्ट उल्लेख है तो फिर आपके द्वारा वेतन कटौती किया जाना सही नहीं, तो प्राचार्य ने मैं मामले को देख लेती हूं कहकर आश्वासन दिया और बाद में फिर से महिला शिक्षिका को फटकार लगाने लगी ।

इसके बाद मजबूरन पूरे मामले की शिकायत सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा और लोक शिक्षण संचालनालय के उपसंचालक आशुतोष चावरे से की है लेकिन शासन के स्पष्ट आदेश के बावजूद जिस प्रकार की स्थिति निर्मित हुई है वह यह बताने के लिए पर्याप्त है कि आज भी कई अधिकारियों के द्वारा जानबूझकर अपने मातहत शिक्षक/शिक्षिकाओं को परेशान किया जा रहा है ।

जिला शिक्षा अधिकारी के संज्ञान में आ चुका है मामला – विवेक दुबे

इस मुद्दे पर सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने बताया कि

मैंने स्वयं प्राचार्य महोदया से बात करके उनसे निवेदन किया था कि यदि कोई कंफ्यूजन की स्थिति है तो आप एक बार फिर शासन द्वारा जारी आदेश को देख लेवे और उन्होंने इसके लिए हामी भी भरी थी लेकिन उनके द्वारा समस्या का निराकरण करने के बजाय बाद में फिर महिला शिक्षिका के साथ डांट फटकार किया गया इस बात को लेकर कि तुम बाहर शिकायत कर रही हो , मजबूरन मुझे पूरे मामले की शिकायत लोक शिक्षण संचालनालय के उपसंचालक श्री आशुतोष चावरे सर और जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा सर से करनी पड़ी । जिला शिक्षा अधिकारी ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि उनके द्वारा शीघ्र प्रकरण का निराकरण कर दिया जाएगा लेकिन इस प्रकार की स्थिति डीपीआई के स्पष्ट आदेश के बावजूद वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं आपके माध्यम से कहना चाहता हूं कि यदि अन्य किसी स्थान पर ऐसी स्थिति बन रही है तो वह शिक्षक मुझे अपनी समस्या से अवगत करा सकते हैं। “

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