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प्रमोशन मामले में 2 BEO नपे : …DEO ने नोटिस जारी कर 72 घंटे में मांगा जवाब….पूछा- गलत प्रमोशन के लिए कौन-कौन जिम्मेदार ?… जवाब दीजिये….कार्रवाई के लिए भेजना है

रायपुर 12 मार्च 2022। शिक्षा विभाग की मट्टी पलित उसी विभाग के अधिकारी कैसे कर रहे हैं, इसका एक नायाब नमूना फिर सामने आया है। अधिकारियों ने अपने ही शीर्ष अधिकारियों को गुमराह कर कई अपात्र शिक्षकों को प्रमोशन दिला दिया। आलम ये हुआ कि विभाग की किरकिरी हुई सो हुई ही, कुछ शिक्षक उसी प्रमोशन का उदाहरण देकर कई अधिकारियों तक शिकायत पर पहुंचा आये। अब इस मामले में DEO ने दो BEO को नोटिस भेजकर उनसे जवाब तलब किया है।

दरअसल शिक्षक एलबी से प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला के पद पर पदोन्नति का प्रस्ताव 1 अप्रैल 2021 की स्थिति में संयुक्त संचालक को सीनियरिटी लिस्ट के अनुरूप तैयार करना था। DEO का स्पष्ट निर्देश था कि सीनियरिटी लिस्ट में किसी भी तरह की गड़बड़ी पर संबंधित कर्मचारी की सेवा पुस्तिका से मिलान कर सुधार के लिए जेडी कार्यालय में प्रस्ताव भेजा जाना है।

लेकिन, पंडरिया और कवर्धा BEO ने इस निर्देश का पालन नहीं किया और गलत प्रमोशन प्रस्ताव को ही जेडी कार्यालय को भेजवा दिया गया। जेडी कार्यालय ने बीईओ के प्रस्ताव को सही मानते हुए उस आधार पर पांच शिक्षकों को गलत प्रमोशन दे दिया। बाद में जब छानबीन हुई तो कवर्धा से 4 और पंडरिया से 1 शिक्षक का प्रमोशन रद्द करना पड़ गया।

DEO ने दोनों BEO को नोटिस जारी करते हुए पूछा कि जिनकी वजह से गलत प्रमोशन दिया गया, उसके लिए कौन-कौन से अधिकारी-कर्मचारी जिम्मेदार है। उनकी जिम्मेदारी तय करते हुए तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण का जवाब दें। ताकि संयुक्त संचालक को अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए भेजा जा सके।

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