51 की मौत: नदी में नाव पलटने से 51 की गई जान, कई लोग अब भी लापता…
नई दिल्ली 27 सितंबर 2022 : बांग्लादेश के पंचगढ़ में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया रविवार को एक श्रद्धालु से भरी नाव नदी में पलट गयी नाव पलटने से अब तक करीब 51 लोगों की जान जा चुकी है जबकि अभी भी कई लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया है रविवार को मरने वालों की संख्या 26 थी, जो कि अब बढ़ गई है। डेली स्टार ने अतिरिक्त उपायुक्त के हवाले से बताया कि दीपांकर रॉय ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है। मरने वाले लोगों में 25 महिलाएं और 13 बच्चे भी शामलि हैं। नाव में सवार होकर ये सभी लोग महालया (त्योहार) मनाने के लिए बोदेश्वरी मंदिर जा रहे थे।
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार रविवार दोपहर को मारिया यूनियन के औलिया घाट से नाव पलटने की सूचना मिली थी। पंचगढ़ के उपायुक्त जहीरुल इस्लाम ने इस घटना की पुष्टि की थी। बताया गया कि नाव पलटने के बाद गोताखोरों का एक दल बचाव और शवों की तलाश के लिए नदी में छानबीन करने में जुट गया था। इस बचाव अभियान देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग नदी के किनारे जुट गए थे।
सुरक्षा मानकों में ढील और ओवरलोडिंग के कारण बांग्लादेश में नाव की दुर्घटनाएं अब आम हो चली हैं। बांग्लादेश दो बड़ी नदियों गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी के निचले मार्ग पर स्थित है। यह देश कुल 230 नदियों से घिरा हुआ है। नौसेना के अधिकारियों ने कहा है कि बांग्लादेश की सैकड़ों हजारों छोटी और मध्यम आकार की नौकाओं में से 95 प्रतिशत से अधिक न्यूनतम सुरक्षा नियमों को पूरा नहीं करती हैं। बांग्लादेश में लाखों लोग राजधानी या डेल्टा देश के प्रमुख शहरों की यात्रा के लिए नावों और घाटों पर निर्भर हैं।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार की घटना पर दुख जताया है। इस बीच स्थानीय अधिकारियों को जीवित लोगों के इलाज और मृतकों के मुआवजे के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा गया।
#UPDATE | Rescue workers recovered 26 more bodies on Monday after a boat carrying religious pilgrims capsized in Bangladesh, taking the death toll to 51 with at least a dozen people still missing, reports AFP News Agency quoting Police https://t.co/t4gC1NkYAN
— ANI (@ANI) September 26, 2022
प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि नाव में 150 से अधिक यात्री सवार थे। कुछ लोग तैरकर नदी के किनारे वापस चले गए, लेकिन कई अभी भी लापता हैं। ‘ढाका ट्रिब्यून अखबार’ ने जांच निकाय प्रमुख रॉय के हवाले से कहा, ‘शुरुआती जांच के मुताबिक, नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे।’ अखबार के मुताबिक, ‘हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि नाव के डूबने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं, लेकिन इसका खुलासा समिति द्वारा अपनी जांच पूरी करने के बाद किया जाएगा।’
उप-जिले के प्रशासनिक प्रमुख सोलेमान अली ने कहा, ‘नाविक ने कुछ लोगों को नाव में वजन कम करने के लिए उतरने को कहा था, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी।’ रॉय ने कहा कि पंचगढ़ में दमकल सेवा तलाशी अभियान का नेतृत्व कर रही है। दमकल के अधिकारियों ने कहा, कम से कम 34 लोग अभी भी लापता हैं। हालांकि, परिजन इलाके में नदी के किनारे कतारों में खड़े हो कर बेसब्री से उनके प्रियजनों के शव पानी से निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं।