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भाजपा प्रत्याशी के बाद भाजयुमो नेता की भी बढ़ेगी मुश्किलें… कांग्रेस का आरोप रेप कांड में भाजयुमो नेता दीपांकर भी था ब्रह्मानंद नेताम के साथ

रायपुर 22 नवंबर 2022। रेप मामले में भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के साथ-साथ भाजयुमो के कोषाध्यक्ष दीपांकर सिन्हा की भी मुश्किलें बढ़ सकती है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ब्रह्मानंद के साथ भाजयुमो का कोषाध्यक्ष दीपांकर सिन्हा भी सामूहिक दुराचार में शामिल था। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के ऊपर कांग्रेस के द्वारा आरोप नहीं लगाया गया है। इस मामले में ब्रह्मानंद नेताम अपराधी है तथा इस तथ्य का खुलासा किया गया कि उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है। यह प्रमाणित तथ्य है।

विपक्ष के आरोप बताकर भाजपा अपराध की गंभीरता से भाग रही है। भानुप्रतापपुर के भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के ऊपर जमशेदपुर के थाना टेल्को में प्राथमिकी बुक पन्ना क्रमांक 19138, प्राथमिकी क्रमांक 84/2019 धारा दिनांक 15.05.2019 धारा 366ए, 376, 376(3), 376 डी डी, 120 बी भादवि, 4,6 पॉक्सो एक्ट एवं 4,5,6,7,9 अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम दर्ज है। इस दुराचार में ब्रह्मानंद नेताम के साथ भाजपा नेता दीपांकर सिन्हा, नरेश सोनी भी था। ब्रम्हानंद नेताम सहित इन भाजपा नेताओं ने एक 15 साल की नाबालिग मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप किया था।

इस खुलासे के बाद ब्रह्मानंद नेताम के द्वारा कहा गया कि वे कभी जमशेदपुर गये ही नहीं है। इस मामले में उनके जमशेदपुर जाने या नहीं जाने से कुछ नहीं होता। ब्रम्हानंद नेताम ने पीड़िता के साथ जो दुराचार किया था वह रायपुर में किया था। नगर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सिंह भूमि जमशेदपुर के प्रतिवेदन दिनांक 30/8/19 के अनुसार पीड़िता को रवी (जो जेम्को में सोनारी कंपनी के क्वार्टर का निवासी था) तथा प्रतिमा जेम्को निवासी लेकर रायपुर आये, यहां पर करण नाम के व्यक्ति ने उसको अपने फ्लैट पर लेकर गया इसी फ्लैट में उसके साथ आठ लोगों ने बारी-बारी से संबंध बनाया।

इन्हीं आठ लोगों में ब्रम्हानंद नेताम, दीपांकर सिन्हा भी थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 साल की उक्त पीड़िता ने अपने साथ यौन संबंध बनाने वाले सभी लोगों के नंबर एक डायरी में लिख कर रखे थे। पीड़िता के द्वारा अदालत में धारा 164 के बयान में दिये बयान में ब्रम्हानंद नेताम का नाम लिया साथ ही मामला नाबालिक और पॉस्को एक्ट का था तो इसकी विवेचना नगर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सिंह भूमि, जमशेदपुर के द्वारा दी गयी पुलिस अधीक्षक की जांच में भी ब्रम्हानंद नेताम के ऊपर लगे आरोपों की पुष्टि हुई है।

नगर पुलिस अधीक्षक के जांच प्रतिवेदन में 10वें क्रम ब्रम्हानंद नेताम थाना चारामा (छत्तीसगढ़) पूर्व विधायक भानुप्रतापपुर का नाम है। दीपांकर सिन्हा भाजयुमो का कांकेर का जिला कोषाध्यक्ष है। ब्रह्मानंद नेताम के ऊपर बलात्कार के आरोप लगने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पत्रकार वार्ता लेकर उनका बचाव किया। उम्मीद थी कि भाजपा अपने प्रत्याशी दुराचार के लिये कुछ ठोस कार्यवाही करेगी। दुर्भाग्यजनक है कि पूरी भाजपा एक मासूम के साथ दुराचार के आरोपी का बचाव कर रही कुतर्क कर रही। ब्रह्मानंद के खिलाफ जब एफ.आई.आर. दर्ज किया गया था तब 15.5.2019 को झारखंड में भाजपा की सरकार थी और भाजपा के नेता रघुवर दास मुख्यमंत्री थे। आरोपी भाजपा का पूर्व विधायक है प्रभावशाली नेता है इसलिये भाजपा ने अपने नेता को बचाने के लिये उस समय गिरफ्तारी नहीं किया जबकि पीड़िता के बयान के आधार पर उसके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज हुआ था। भाजपा हमसे पूछती है हमने प्रकरण को पहले क्यों नहीं उठाया? हमारा भाजपा से सवाल है कि आपने बलात्कारी को टिकिट क्यों दिया?


क्या भाजपा बलात्कारी के पक्ष में वोट मांगेगी? भाजपा के नेता बलात्कारी पक्ष में सभा करेंगे। यही भाजपा का असली चरित्र है जो राजनैतिक फायदे के लिये किसी भी स्तर तक जा सकती है। ओम माथूर से छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है कि बलात्कारी प्रत्याशी के ऊपर भाजपा क्या कार्यवाही कर रही है? हमारा सवाल रमन सिंह से है हर मामले में ट्वीट करने वाले रमन सिंह क्यों चुप है? क्या उनका मौन अपराधी को समर्थन नहीं है?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने कहा कि भाजपा कहती है कि कांग्रेस ने इस बात का खुलासा 18 के पहले दावा आपत्ति में क्यों नहीं किया। हम पूछते है कि अपने बलात्कारी को टिकिट क्यों दिया? क्या 18 के पहले खुलासा हो जाता तो ब्रह्मानंद के अपराध की गंभीरता कम हो जाती? क्या उसके ऊपर जो नाबालिग से दुराचार के घृणित आरोप लगे है वह कम हो जाते। समूची भाजपा बलात्कारी मासूम के अपराधी को बचाने के लिये लामबंद हो गयी है। भाजपा के लिये उसकी चुनावी संभावनायें मासूम के न्याय से बड़ी हो गयी है। और जिस प्रकार से बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष बलात्कारी का बचाव कर रहे है उससे तो यह स्पष्ट हो गया कि बीजेपी को अपना नाम बदलकर बलात्कारी जनता पार्टी कर लेना चाहिये। झारखंड में रघुवर दास की भाजपा की सरकार थी। इस बात की भी जांच होनी चाहिये कि अपने पूर्व विधायक को बचाने के लिये किन भाजपा नेताओं ने तत्कालीन रघुवर दास की सरकार पर दबाव बनाया था? बलात्कार का आरोपी सामूहिक बलात्कार का आरोपी जिसके ऊपर में पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो वह बिना उच्च राजनैतिक संरक्षण के इतने दिन तक खुलेआम नहीं घूम सकता।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम के ऊपर एक 15 साल की आदिवासी बच्ची के साथ बलात्कार, सामूहिक बलात्कार दबावपूर्वक देह व्यापार में धकेलना पॉक्सो एक्ट में अपराध दर्ज है। भाजपा किस मुंह से उस अपराधी को स्वच्छ बेदाग बता रही है। असल में भाजपा का चरित्र ही अपराधियों के साथ खड़ा होना और पीड़ित पक्ष को डराना धमकाना है। बेटी बचाओ का नारा लगाने वाली भाजपा बलात्कारियों को बचाने में लगी हुई है। देश में जहां भी भाजपा की सरकारें है वहां बलात्कारी को बचाने वहां के नेता सड़कों पर उतरते है। उन्नाव, कठुआ, हाथरस में भी भाजपा नेता बलात्कारी को बचाने झंडा लेकर सड़कों पर उतरे थे। गुजरात में सजायफ्ता 11 बलात्कारियों को जेल से रिहा किया गया और भाजपा के नेता उस बलात्कारियों का स्वागत कर रहे थे उनको मिठाई खिला रहे थे। रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब उनके ओएसडी ओपी गुप्ता पर नाबालिक से रेप का आरोप लगा 4 साल तक पीड़िता का एफआईआर दर्ज नहीं हुआ था। भाजपा नेता शहनवाज हुसैन, कुलदीप सेंगर, पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्नमयानंद पर लगे बलात्कार के आरोप में भाजपा उन्हें बचाने में लगी रही। प्रेस वार्ता में प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, प्रवक्ता वंदना राजपूत, मणी प्रकाश वैष्णव उपस्थित थे।

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