बिग ब्रेकिंग

आपरेशन राहुल: …सुरंग के रास्ते आयी बड़ी सी चट्टान ने राहुल के बाहर आने का इंतजार बढ़ाया….अभी 8-10 घंटे का और लग सकता है वक्त…रेस्क्यू टीम से 3 मीटर की ही दूरी पर है राहुल…मंगायी गयी नयी ड्रिल मशीन

जांजगीर 13 जून 2022। बोरवेल में फंसा राहुल कब तक बाहर निकलेगा ? रेस्क्यू का काम कब तक खत्म होगा ?…अब हर किसी की जुबान पर यही सवाल है। उम्मीद थी कि रविवार देर रात या फिर सोमवार की सुबह-सुबह मासूम राहुल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जायेगा, लेकिन इस उम्मीद को आज तड़के उस वक्त झटका लग गया, जब सुरंग के रास्ते में बड़ी सी चट्टान आ गयी। लिहाजा रेस्क्यू आपरेशन को जितनी तेजी के साथ पूरा होना , अब उसकी रफ्तार कम हो गयी है। आकलन है कि करीब 8-10 घंटे का वक्त लग सकता है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अब चट्टान के बीच से रेस्क्यू टीम को रास्ता बनाना पड़ रहा है, जो काफी मुश्किल हो रहाहै।

रेस्क्यू टीम को मालूम है कि चट्टान के दूसरी तरफ राहुल हो सकता है, लिहाजा बड़ी मशीन का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा, छोटी-छोटी ड्रिल मशीन की सहायता से राहुल तक पहुंचने का रास्ता तैयार किया जा रहा है। इधर राहुल की तबीयत को लेकर चिंताएं बढ़ रही है, लेकिन अच्छी बात ये है कि राहुल अभी भी एक्टिव है, वो रेस्क्यू टीम की तरफ से भेजे जा रहे खाने के समान और जूस को पी रहा है।

सुबह 5 बजे से भी उसे केला दिया गया था, जो उसने खाया है, लेकिन बढ़ते वक्त के साथ मासूम को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही है। इधर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला और एसपी विजय अग्रवाल लगातार चौथे दिन रेस्क्यू स्थल पर डटे हुए हैं। लगातार वो टीमों को मानिटर कर रहे हैं और जो भी संसाधन की डिमांड की जा रही है, उसे उपलब्ध करा रहे हैं। एनडीआरफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार काम में जुटी है।

गड्ढ़ा खोदने के बाद देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे सुरंग बनाने का काम शुरु हुआ, करीब तीन घंटे तक काम चलने के बाद रेस्क्यू टीम को अचानक से चट्टान मिला, जिसके बाद रेस्क्यू का काम थोड़ा धीमा हो गया, हालांकि अभी भी काम जोरी है, छोटे ड्रिल मशीन से चट्टान के बीच से रास्ता तैयार किया जा रहा है।

दरअसल जांजगीर का पिरहीद गांव, जहां राहुल बोरवेल में फंसा है, वो चट्टानी क्षेत्र है। आसपास डोलोमाइट की खदान है, ऐसे में चट्टाने मिलनी आम बात है, लेकिन इस बात मामला मासूम बच्चे राहुल को बचाने का है, इसलिए रेस्क्यू टीम की चुनौती बढ़ी हुई है।

कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने बताया है कि…

राहुल अभी एक्टिव है।इस अभियान में यही अच्छी बात है। हमारा भी रेस्क्यू चल रहा है। जो भी संसाधन है उससे काम किया जा रहा है। अभी 3 मीटर की दूरी में राहुल फसा हुआ है। लेकिन चट्टान की वजह से ही कुछ दिक्कत है। कुछ भी मशीन लगाने से पहले राहुल के बारे में सोच कर ही कदम उठाया जा रहा है।

बिलासपुर से ड्रिल मशीन रेस्कयू स्थल पहुँच गई है। कुछ देर में नीचे ले जाया जाएगा। इससे ही सुरंग की राह में बाधा बने चट्टान को काटा जाएगा

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