शिक्षक/कर्मचारी

VIDEO : DEO पर जमकर भड़के सहायक शिक्षक…. शो-कॉज नोटिस की जलायी प्रतियां… जिलाध्यक्ष हुलेश बोले- क्या सोचते हैं डर जायेंगे, ना डरेंगे और ना नोटिस क जवाब देंगे…..विजय झा बोले- ऐसे अफसर की जांच हो, बस्तर भेजा जाना चाहिये

रायपुर 19 दिसंबर 2021। एक तरफ सहायक शिक्षकों का संघर्ष जारी है, तो दूसरी तरफ सहायक शिक्षकों पर विभाग की कार्रवाई भी जारी है। ये बात अलग है कि जितनी ताकत से सहायक शिक्षकों पर विभाग कार्रवाई कर रहा है, उससे दोगुनी तेवर से सहायक शिक्षक उसकी खिलाफत भी कर रहे हैं।

आज रायपुर में हड़ताली सहायक शिक्षकों को नोटिस जारी करने वाले DEO के खिलाफ उग्र प्रदर्शन हुआ। सहायक शिक्षकों का आरोप था कि कुछ अधिकारी सरकार का चहेता बनने के चक्कर में अति उत्साह दिखाकर शिक्षकों को परेशान कर रहे हैं। धमतरी जिले के सहायक शिक्षकों ने आरोप लगाया कि किसी भी जिले से कार्रवाई की कोई खबर नहीं आयी है, लेकिन धमतरी के DEO ने अति उत्साह दिखाते हुए हजारों शिक्षकों को नोटिस जारी कर, जवाब तलब किया है।

आज रायपुर के बुढ़ापारा धरनास्थल पर सहायक शिक्षकों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए DEO की तरफ से जारी हुए नोटिस की प्रतियां जलायी। सहायक शिक्षकों ने दो टूक कहा कि ऐसे किसी भी नोटिस से ना तो सहायक शिक्षक दवाब में आयेंगे और ना ही ऐसे किसी नोटिस का जवाब देंगे। धमतरी जिला अध्यक्ष हुलेश चंद्राकर ने कहा कि …

“धमतरी जिला में सहायक शिक्षकों के खिलाफ DEO नोटिस जारी कर उन्हें डराने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे किसी भी धमकी से सहायक शिक्षक डरने वाले नहीं हैं। सहायक शिक्षक ना तो नोटिस के डर से हड़ताल से लौटेंगे और ना ही ऐसे नोटिस का जवाब देंगे। आज हमने नोटिस की प्रतियां जलायी है। हमने ठान लिया है जब तक वेतन विसंगति दूर नहीं होगी, हमलोग यहां से नहीं जायेंगे चाहे कितनी भी कार्रवाई कर हमें डराने की कोशिश कर लें”

वहीं कर्मचारी नेता विजय झा ने भी DEO के खिलाफ तीखी नराजगी जतायी। विजय झा ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई शिक्षकों को डराने के लिए की जा रही है, ये बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने DEO पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी की जांच होनी चाहिये। ये अधिकारी सिर्फ सरकार को खुश करने के लिए इस तरह की कार्रवाई करते हैं। उन्होंने कहा कि

“मैं DEO के खिलाफ जांच की मांग करता हूं। ऐसे अधिकारी के खिलाफ जांच होनी चाहिये और इन्हें बस्तर जैसे सुदूर क्षेत्र में भेजना चाहिये। शिक्षकों का डराने का ये प्रयास हैं, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ऐसे धमकियों से हम डरने वाले नहीं हैं। सहायक शिक्षक अपनी उचित मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं और इन्हें इनका हक मिलना चाहिये”

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