क्राइम

CG CRIME NEWS – प्राचीन भंवर गणेश की मूर्ति लूटकांड खुलासा : 5 लाख के नकली नोट के साथ ग्राहक बनकर आरोपियों तक पहुंची पुलिस, पिस्टल और खंडित मूर्ति के साथ 4 अरेस्ट….

बिलासपुर 4 दिसंबर 2022। बिलासपुर पुलिस ने प्राचीन और दुर्लभ भंवर गणेश मूर्ति के लूटकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए वारदात में शामिल 5 आरोपियों में से 4 को गिरफ्तार किया हैं। आपको बता दे कि 3 महीने पहले बदमाशों ने पुजारी को बंधक मंदिर के अंदर से मूर्ति तोड़ ले गए थे। इसके बाद पुलिस आरोपियों तक 5 लाख रूपये के नकली नोट के साथ ग्राहक बनकर पहुंची थी, और सौदा करने के दौरान 4 आरोपियों को अरेस्ट किया हैं। आरोपियों के पास से पुलिस टीम ने एक पिस्टल और प्राचीन गणेश की खंडित मूर्ति जब्त की हैं।

गौरतलब हैं कि पूरा घटनाक्रम मस्तूरी पुलिस थाना क्षेत्र का हैं। यहां 25-26 अगस्त को ईटवापाली गांव में शातिर चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया था। बदमाशों ने मंदिर के पुजारी महेश केवट को पहले बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा था। इसके बाद उसके हाथ पैर बांधने के बाद मूर्ति लेकर फरार हो गए थे। इस घटना के बाद से पुलिस लगातार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस ने आरोपियों का पता बताने वालों के लिए इनाम की भी घोषणा की थी। बिलासपुर एसएसपी पारूल माथुर ने बताया कि उन्हे मूर्ति की लूट करने वाले बदमाशों के संबंध में लीड मिली था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि ग्राम चौहा के दो लड़के काले पत्थर के एक टुकड़े का सैंपल लेकर उसे मुर्ति का बताकर चार करोड़ में बेचने के लिए ग्राहक तलाश कर रहे हैं।

ऐसे में एसएसपी पारूल माथुर के निर्देश पर पुलिस टीम को ग्राहक बनाकर भेजा सौदेबाजी के लिए भेजा गया। इसके बाद क्राइम ब्रांच प्रभारी हरविन्दर सिंह अपनी टीम के साथ उन युवकों के पास ग्राहक बनकर पहुंचे और अपने आप को उत्तर प्रदेश का व्यापारी बताया। युवको से मुलाकात के बाद पुलिस टीम ने 2 करोड़ रुपए में मूर्ति खरीदने की पेशकश दी गयी। इसी बीच हरविंदर ने शर्त रखते हुए पहले मूर्ति देखने के बाद ही मूर्ति खरीदने की बात रख दी। जिसके बाद आरोपी युवराज टंडन ने अपने दोस्त मोहताब सुमन को फोन लगाया और मूर्ति को मंगवाया गया।

मोहताब जैसे ही मूर्ति लेकर आया, वहां मौजूद पुलिस की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।इसके बाद इनसे पूछताछ की गई। तब इन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि लालच में आकर उन्होने ऐसा काम किया था। मगर तोड़ने के वक्त मूर्ति खंडित हो गई थी। जिसके कारण मूर्ति के टुकड़े कोई ले नहीं रहा था। वही उन्होने इस पूरी वारदात को अतुल भार्गव, निशांत उर्फ सचिन धृतलहरे और सुमीर राय के साथ अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपपियों की निशानदेही पर जहां सुमीर राय और निशांत को गिरफ्तार कर लिया है, वही अतुल भार्गव फरार है। जिसकी तलाश जारी है। पुलिस ने इन आरोपियों से चार टुकड़ों में भगवान गणेश की खंडित मूर्ति, 31 टुकड़ों में 2 चांदी के मुकुट के टुकड़े, एक पिस्टल और 2 बाइक बरामद की है।

Back to top button