बिग ब्रेकिंग

भूपेश बघेल सरकार ने ‘हमर लैब’ की दी सौगात, मरीजों के लिए सुलभ हुई सरकारी अस्पतालों में जांच

रायपुर 30 मई 2023 प्रदेश के नागरिकों को कैसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लाभ मिले ये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बेहतर और कौन समझ सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं न सिर्फ सुदृढ़ हुई है बल्कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जनहितैषी सोच का नतीजा है कि कई नई पहल और योजनाओं के बूते स्वास्थ्य सुविधाओं की चर्चा देश-विदेश तक हो रही है.

इसी कड़ी में प्रदेश के आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकारी अस्पतालों में ‘हमर लैब’ की स्थापना की गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दूरगामी सोच का ही नतीजा है कि हमर लैब की सुविधा देश के हर हिस्से में चर्चा का केंद्र बन गई हैं. अलग-अलग राज्यों के चिकित्सा विशेषज्ञ इन लैब का जायजा लेने आ रहे हैं, क्योंकि हमर लैब में एक ही छत के नीचे तमाम जांचों की सुविधा बेहद ही सुलभ तरीके से उपलब्ध है. इन लैब में गुणवत्तापूर्ण जांच और डायग्नोस्टिक सेवाएं सुलभ हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के मुताबिक हमर लैब राज्य के जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्थापित की गई है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को जांच के लिए कही भटकना नहीं पड़े. यहीं नहीं हमर लैब वाले जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच की सुविधाओं में खासी वृद्धि हुई है.

इतने प्रकार के जांच का मिल रहा फायदा-

स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य मिशन द्वारा संचालित जिला अस्पतालों के हमर लैब में 120 तरह की और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के हमर लैब में 60 प्रकार की जांच की सुविधाएं लोगों को मिल रही है. राज्य के कुल 16 हमर लैब में 1 अप्रैल 2022 से अब तक 57 लाख 50 हजार से ज्यादा पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री जांच की जा चुकी है

जिला अस्पतालों में जांच का आंकड़ा-

राज्य का पहला हमर लैब फरवरी 2020 में रायपुर जिला चिकित्सालय में शुरू किया गया था. 1 अप्रैल 2022 से अब तक यहां करीब सात लाख 50 हजार जांचें की जा चुकी है. सुदूर वनांचल बीजापुर के जिला अस्पताल के हमर लैब में भी करीब 7 लाख जांच की जा चुकी है. इसीतरह जगदलपुर जिला अस्पताल के हमर लैब में 6 लाख 55 हजार 812, कांकेर जिला अस्पताल में छह लाख 52 हजार 698, दुर्ग जिला अस्पताल में पांच लाख 48 हजार 951, बालोद जिला अस्पताल में चार लाख 63 हजार 330, सुकमा जिला अस्पताल में तीन लाख 69 हजार 621, बलौदाबाजार जिला अस्पताल में तीन लाख चार हजार 028, राजनांदगांव जिला अस्पताल में दो लाख 38 हजार 195, कोंडागांव जिला अस्पताल में दो लाख 12 हजार 439 और बलरामपुर जिला अस्पताल के हमर लैब में इस दौरान एक लाख 74 हजार 589 जांचें की गई हैं

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच का आंकड़ा-

पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित हमर लैब में अप्रैल-2022 से अब तक करीब दो लाख 24 हजार जांचें की गई है. इस दौरान मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के हमर लैब में एक लाख 12 हजार 839, पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 70 हजार 052 और खरसिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 17 हजार 603 जांचें की गई है

वहीं अंबिकापुर स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज में भी इस साल 6 फरवरी से हमर लैब संचालित है. 6 फरवरी 2023 से अबतक वहां दो लाख 65 हजार से ज्यादा जांचें की जा चुकी हैं

रायपुर के जिला अस्पताल का हर लैब बना मॉडल-

देश में भूपेश बघेल मॉडल की चर्चा ऐसे ही नहीं हो रही. बता दें कि राजधानी रायपुर के जिला अस्पताल का हमर लैब पूरे देश के लिए मॉडल बन गया है. यहां तक की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी सराहना करते हुए केंद्रीय स्तर पर इसे लागू करने की योजना बनाई है. नई दिल्ली, राजस्थान, कर्नाटक, असम समेत अन्य राज्यों की टीमों ने इस मॉडल को अपनाने के लिए यहां उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं और कार्यप्रणाली का अध्ययन किया है

इस तरह हो रही जांच-

हमर लैब में ब्लड ग्रुप, डायबिटीज, लिवर, किडनी, यूरीन के अलावा जापानी इंसेफेलाइटिस, हेपेटाइटिस ए, बी व सी, हिमेटोलॉजी, बायो केमेस्ट्री, माइक्रो बायोलाजी, सेरोलाजी समेत 120 तरह की जांच की जा रही है. वहीं विकासखंड स्तर पर देश का पहला लोक स्वास्थ्य इकाई (ब्लाक पब्लिक हेल्थ यूनिट) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में स्थापित किया गया है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी 60 तरह की जांच की जा रही है. यहां हमर लैब के माध्यम से मरीजों को सभी तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है

ये करवा सकते हैं हमर लैब में जांच-

प्रदेश का कोई भी नागरिक विभिन्न जिला और सामुदायिक अस्पतालों में स्थित हमर लैब में जांच करवा सकता है. इसके लिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन होना जरूरी है. डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन को हमर लैब के कर्मचारी को देने पर वो जांच करते हैं और तय समय के बाद रिपोर्ट मुहैया करवाते हैं…..

Back to top button