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BIG BRERKING-राजस्थान CM के बेटे के खिलाफ FIR दर्ज, ई-टॉयलेट टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, वैभव गहलोत सहित 14 के खिलाफ पुलिस में केस…

जयपुर 19 मार्च 2022 । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत के खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक में धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। नासिक के कारोबारी सुशील भालचंद्र पाटिल ने वैभव पर महाराष्ट्र के पर्यटन विभाग में ई-टॉयलेट सहित सरकारी विभागों में टेंडर दिलाने के नाम पर 6.80 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है। वही इस पूरे प्रकरण से पल्ला झाड़ते हुए वैभव गहलोत ने चुनाव के नजदीक आते ही इसे राजनीति का हिस्सा बताया है।

बताया जा रहा है कि सुशील ने 17 मार्च को वैभव गहलोत सहित 14 लोगों के खिलाफ नासिक के गंगापुर थाने में मामला दर्ज करवाया है। जिसमें कोर्ट के आदेश के बाद मुकदमा दर्ज हुआ है। मुख्य आरोपी गुजरात कांग्रेस के सचिव सचिन पुरुषोत्तम वालेरा हैं, वालेरा के पिता पुरुषोत्तम भाई वालेरा भी वरिष्ठ कांग्रेस के नेता रहे हैं। इस पूरे प्रकरण में सुशील पाटिल की पुलिस मंे शिकायत के मुताबिक सचिन वालेरा ने खुद को एडवरटाइजिंग कारोबारी बताते हुए उसके 13 राज्यों में पेट्रोल पंपों पर विज्ञापन का कॉन्ट्रैक्ट की जानकारी दी थी, उसने दावा किया कि उसका राजस्थान के मुख्यमंत्री और उनके बेटे के साथ अच्छे संबंध हैं। उसने राजस्थान के मुख्यमंत्री के आर्थिक मामले को देखने का भी दावा किया था।

सुशील पाटिल को झांसे में लेने के लिए उसने बकायदा कुछ महीने से पंजाब में काम करने और पंजाब के मुख्यमंत्री को ओबी वैन भेंट करने की भी बात कही थी। सचिन ने उसके काम में निवेश करने पर करोड़ों के मुनाफे का भरोसा दिलाया और कहा कि आपको केवल नाम के लिए टेंडर में भाग लेना है। बाकी का काम वैभव गहलोत देखेंगे। सचिन ने इस निवेश के बारे में सारी जानकारी दी। राजस्थान सरकार द्वारा जारी किए गए सर्कुलर दिखाए जो कि बाद में फर्जी पाए गए थे।

सचिन वेलेरा ने पर्यटन विभाग के जिन टेंडरों के दस्तावेज दिखाए, जांच में वे सब फर्जी पाए गए, ई टॉयलेट के टेंडर थे ही नहीं। बाद में जब भुगतान नहीं मिला और फर्जीवाड़े का अहसास हुआ तो पीड़ित ने नासिक कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने नासिक के गंगापुर थाने को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस हाई प्रोफाईल प्रकरण में सचिन भाई पुरुषोत्तमभाई वेलेरा, वैभव गहलोत, किशन कैंटेलिया, सरदार सिंह चौहान, प्रवीण सिंह चौहान, सुहास सुरेंद्रभाई मकवाल, निवभाई महेशभाई वीर्माभट, विश्वरंजन मोहंती, राजबीर सिंह शेखावत, प्रग्नेश कुमार विनोदचंद्र प्रकाश, संजय कुमार देसाई, सावन कुमार,ए. पारनर, रिशिता शाह और विराज गनवाल को आरोपी बनाया है। इनपर टेंडर के फर्जी दस्तावेज दिखाकर पैसा हड़पने और साजिश रचने का आरोप है।

वही FIR में वैभव गहलोत का नाम आने से प्रदेश की सियासत गरमाने के आसार हैं। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीष पूनिया ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर पर सच्चाई सामने लाने और सीएम से सफाई देने को कहा है। वही वैभव गहलोत ने टवीट कर प्रतिक्रिया दी है। वैभव गहलोत ने किसी जानकारी से इनकार करते हुए आरोपों को गलत बताया है। वैभव ने लिखा है “मीडिया में किसी प्रकरण को लेकर जिस तरह चल रहा है, जिसमें मेरा नाम भी डाला गया है। मुझे उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है और मेरा इस सब से कोई सम्बन्ध नहीं है। हम सभी जानते हैं कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे झूठे आरोपों के साथ-साथ ऐसी कारस्तानियां और मैनिपुलेटेड बातें सामने आएंगी।”

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