चमचमाती-खुबसूरत सड़कें भूपेश सरकार के विकास की रफ्तार पर लगा रही है मुहर, प्रदेश भर में बुना सड़कों का जाल, बीहड़ों में भी सड़कों के रास्ते पहुंच रहा है विकास
रायपुर 28 जुलाई 2023। अच्छी सड़कें विकास की निशानी होती हैं। चमचमाती सड़कें, मजबूत पुल-पुलिया सरकार की छवि भी सुंदर बनाती है और उन्नति का आधार भी मजबूत करती है। खुशकिस्मति की बात है कि भूपेश सरकार प्रदेश की सड़कों को लेकर काफी गंभीर है। प्रदेश भर में या तो सड़कों का जाल तो बिछ चुका है या बन चुकी सड़कों कों दुरुस्त किया जा रहा है। कुछ सड़कें मानसून की वजह से नहीं बन पायी है, तो खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बरसात के तुरंत बाद उसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। जाहिर है प्रदेश में सड़कों को लेकर लोगों की तमाम शिकायतें दूर हो गयी है। जिलों से लेकर राजधानी तक और गांव से लेकर शहरों तक में सड़कों पर भूपेश सरकार ने जबरदस्त काम किया है।
16670 करोड़ के सड़क-पुल-पुलिया पर हुआ काम
राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में बीते साढ़े चार साल में सड़क एवं पुल के 7406 काम हुए हैं, जिस पर राज्य में 16 हजार 670 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की गयी है। यही नहीं भवनों के 419 कार्यों हेतु लगभग 908 करोड़ रूपए की स्वीकृति मिल चुकी है । विगत 4 वर्षों में राज्य मद के अंतर्गत 9884 कि.मी. सड़कों का उन्नयन किया जा चुका है। इनमें 4 हजार 41 कि.मी. सड़कों का नया डामरीकरण , 3 हजार 244 कि.मी. सड़कों का डामरीकृत नवीनीकरण, 1 हजार 113 कि.मी. सड़कों का चौडीकरण, 588 कि.मी. सड़कों का मजबूतीकरण तथा 898 कि.मी. सड़कों का सीमेंट कांक्रीटीकरण किया गया है।
बस्तर के बीहड़ों में भी चमचमाती सड़कें
बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर जैसे जिलों के दुर्गम इलाके धीरे धीरे मुख्य धारा में शामिल होते जा रहे हैं। सड़कों के निर्माण और मरम्मत से किसानों की पंजीयन संख्या बढ़ी है, इन क्षेत्रों में धान की बिक्री बढ़ी है, वनोपज संग्रहण एवं विक्रय कार्यों मंध तेजी आई है और छत्तीसगढ़ में रोजगार के साधन भी उपलब्ध हुए हैं। चार साल में भूपेश बघेल सरकार ने जिलों में विश्वास और विकास का जो रोडमैप तैयार किया था, वो अब आकार लेने लगा है।
रायपुर से लेकर सरगुजा तक चल रहा सड़क निर्माण
सरगुजा क्षेत्र में कुल 332.7 किलोमीटर सड़कों की स्वीकृति प्रदान की गयी थी जिसमें 292.2 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि 40.5 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कार्य अभी शेष है जिसे बारिश के मौसम के बाद जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसी प्रकार रायगढ़ क्षेत्र में भी 155.4 किलोमीटर सड़कों का कार्य पूरा किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि शेष कार्य भी जल्द पूरा किया जाए। वहीं रायपुर शारदा चौक से तात्यापारा चौक तक निर्माण तथा भू -अर्जन प्रकरण समेत लगभग 137 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली 510 मीटर लंबी सड़क को लेकर अधिकारियों को निर्देश देते हुए जल्द ही इसका कार्य शुरू कराने की बात कही है।
1108 करोड़ में बनेंगी गांवों की सड़कें
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण के लिए बजट में 1108 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 789 करोड़ रुपये और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 319 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
दोनों योजनाओं के तहत बनाई गईं सड़कों की मरम्मत के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। इसके तहत प्रदेश में 2022 तक बनाई गईं 5,542 सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी।प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के आंकड़े बताते हैं कि पीएमजीएसवाय फेज-1 के तहत वर्ष 2019 तक कार्य किया गया है। इसमें 7,825 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति दी गई थी, जिनकी कुल लंबाई लगभग 34,671 किमी के करीब है। इनमें से 7,539 सड़कों का निर्माण पूरा किया जा चुका है, जिनकी कुल लंबाई 32,497 किमी है।फेज-2 में बनने वाली सड़कों की संख्या फेज-1 की तुलना में कम है।
2019 से लेकर 2023 तक
संचालित इस योजना में 5,605 किमी लंबी 534 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, लेकिन 5,542 किमी लंबाई की 477 सड़कों का निर्माण किया गया है।
7539 सड़कों का निर्माण पूर्ण
32,497 किमी का कार्य पूर्ण
2019-20 से अब तक
534 सड़कों का लक्ष्य
477 सड़कों का निर्माण्ा पूर्ण
5,605 किमी का रखा है लक्ष्य
5,542 किमी का निर्माण्ा पूर्ण
मुख्यमंत्री का क्या है कहना
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनुसार विश्वास, विकास एवं सुरक्षा ही सरकार का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री के अनुसार छत्तीसगढ़ के अंदरूनी इलाकों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाना सबसे जरूरी है। सरकार का लक्ष्य ग्रामीणों तक राशन, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार माध्यम, रोजमर्रा की चीजें, रोजगार व आजीविका के साधन उपलब्ध कराना है, जिसके लिए सड़क एक महत्वपूर्ण साधन है। छत्तीसगढ़ की सड़कें यहां की लाइफ लाइन हैं जो आने वाले समय में विकास के नए रास्तें खोलेंगी, व्यापार बढ़ेगा , पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों के विकसित होने के साथ आर्थिक तौर पर छत्तीसगढ़ के अंदरूनी इलाके समृद्धि की ओर बढ़ेंगे। यह सब कुछ संभव होगा सड़कों के उन कारिडोर से जिसे बढ़ाने का काम जारी है। प्रदेश सरकार सड़कों को लेकर निरंतर काम कर रही है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि आम जनता के सुविधा के लिए सड़कों के अधूरे कार्य, सड़कों की मरम्मत और नवीनीकरण के कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में सड़क निर्माण के कार्य मे लगी सभी एजेंसियों को आपस में सामंजस्य बनाकर तेजी से काम करना है।