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मां फुट पंप से बेटे को देती थी सांसें: 13 माह के मासूम को मुख्यमंत्री की पहल पर मिलेगी नयी जिंदगी…बच्चे के इलाज में घर-जमीन बेचकर फुटपाथ पर आ गया था परिवार

रायपुर 14 नवंबर 2022। रायपुर एम्स के बाहर एक-एक सांस के लिए जिंदगी की जंग लड़ रहे हर्ष अब नयी जिंदगी मिलने की आस जागी है। मीडिया में आयी खबरों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बच्चे का मुफ्त इलाज राज्य सरकार करायेगी। इससे पहले रायपुर एम्स के बाहर एक बच्चे की जिंदगी फुट पंप के भरोसे से चल रही थी। 13 माह के हर्ष को मां के पैरों से चलते फुट पंप से ही सांसें मिलती थी।

ब्रेन ट्यूमर और कैंसर की वजह से बच्चे को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। बच्चे को जिंदगी देने के लिए मां हर पल तपस्या करती है। रात हो या दिन…वो फुट पंप से बच्चों की जिंदगी की सांस लंबी करती है ताकि वह जिंदगी की जंग जीत जाए। एम्स रायपुर के गेट नंबर 1 के बाहर फुटपाथ पर यह सब कुछ पिछले कुछ महीनों से हो रहा है।

कवर्धा का रहने वाला डेहरे परिवार मजबूरी में यहां जिंदगी बिताने पहुंचा है। बच्चे के पिता बालक दास अपनी पत्नी और मासूम बच्चे को लेकर पिछले 5 महीने से एम्स के बाहर फुटपाथ पर जिंदगी जी रहे हैं। जमीन जायदाद के नाम पर जितना भी था, सब कुछ वो बच्चे के इलाज में लगा चुके हैं। प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराना काफी मुश्किल है, लिहाजा परिवार एम्स पहुंचा, लेकिन यहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी।

खुद का पेट पालने और हर्ष को जिंदगी देने के लिए बालक दास एम्स के बाहर ही एक ठेला लगाते हैं। दिन भर की जो कमाई होती है, उस पैसे से अपना पेट और बच्चे की दवा का जुगाड़ करते हैं। इस उम्मीद में वो हर दिन एम्स के बाहर आते हैं कि शायद आज कोई रहनुमा मिलेगा, जो हर्ष को नयी जिंदगी दे जायेगा। अब एक बाप की पुकार ईश्वर ने सुनी है। उधर बालक दास के दर्द भरी दास्तां को मीडिया में आई तो सरकार तक भी तुरंत बातें पहुंची इसके बाद मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल बच्चे के इलाज के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान, हर्ष को मिलेगी इलाज सम्बन्धी हर संभव मदद


मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर ब्रेन ट्यूमर के ओपरेशन के बाद कीमोथेरेपी के लिए हर्ष को ज़िला प्रशासन द्वारा हर सम्भव मदद दी जाएगी।स्थानीय मीडिया में हर्ष की बीमारी और उसके माता-पिता द्वारा एम्स अस्पताल के बाहर ही चाय का ठेला लगाकर उसे रखने की खबर पर संज्ञान लेते हुए आज ही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे को परिवार की हर सम्भव मदद करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ मिथलेश चौधरी और नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी को वहाँ भेजा। दोनो अधिकारियों ने हर्ष के पिता बालकराम डेहरे से पूरे मामले की जानकारी ली और कलेक्टर डॉ भुरे को अवगत कराया। जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल हर्ष और उसके माता-पिता को हर सम्भव मदद देने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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