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CG : माफिया राज- कौन है कोयला चोर ? ….कौन खरीदता है चोरी का कोयला ?….सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं करते कार्रवाई ! SECL की खदानों से कोयला चोरी के मामले ने पकड़ा तूल, VIDEO हुआ वायरल, तो IG ने दिये जांच के आदेश

बिलासपुर 19 मई 2022। कोयला का काला एक बार फिर पनपने लगा हैं। कोल माफिया बैखौफ होकर एसईसीएल की खदानों से कोयले की दिनदहाड़े चोरी कर धड़ल्ले से ना केवल छत्तीसगढ़ बल्कि दूसरे राज्यों में भी खपा रहे हैं। ऐसे में कोयला चोरी का एक वीडियो सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। NW न्यूज में लगी खबरों के बाद अब पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इधर इस मामले में अब आईजी रतन लाल डांगी ने जांच के आदेश दिये हैं।

आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बिलासपुर रेंज के कोरबा में एसईसीएल की खदानों से कोयले के अवैध कारोबार की खूब खबरें आ रही है। एक दिन पहले ही बिलासपुर पुलिस ने 3 ट्रेलर चोरी का कोयला पकड़ा था। जिसकी कीमत लाखों में बतायी जा रही है। पुलिस की प्राथमिक जांच में जब्त कोयला कोरबा के दीपका और हरदीबाजार क्षेत्र से चोरी कर बिलासपुर लाये जाने की जानकारी चालकों ने दी थी।

इधर आईजी रतनलाल डांगी ने कोयला चोरी के वायरल वीडियो के आधार पर अलग-अलग बिंदुओं पर जांच के आदेश दिये हैं। इस मामले में बिलासपुर के एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट बिलासपुर को जांचकर्ता बनाया गया है। आईजी ने कहा है कि…..
वायरल वीडियो कहां का और किस जिले का है ?
लोगों की इतनी संख्या खदान में प्रवेश करने से वहां तैनात केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों ने क्यों नहीं रोका ?
एसईसीएल खदानों की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल और जिला पुलिस में कैसा तालमेल है ?
पूर्व में कोयला चोरी की रिपोर्ट एसईसीएल द्वारा कब-कब थानों में की गयी है एवं उस पर पुलिस के द्वारा क्या.क्या कार्रवाई की गयी है ?
चोरी का ये कोयला खरीदने वाले सरगना कौन.कौन है। ये चोरी का कोयला किसको बेच रहे थे। ?
इस कोयला चोरी के प्रकरण में क्या किसी अधिकारी-कर्मचारी की सहभाभिता है ?

छः बिन्दुओं पर दिये गये इस जांच आदेश के बाद कोल माफियाओं के साथ ही पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ हैं। आई.जी.रतनलाल डांगी के इस जांच आदेश के सामने आते ही जिले में एक बार फिर कोल माफिया अंडरग्राउंड हो गये हैं। बिलासपुर पुलिस अगर इस मामले में सही एंगल में जांच करे, तो इस अवैध कारोबार में कोरबा से लेकर बिलासपुर तक कई थाना-चौकी प्रभारियों के कनेक्शन सामने आ जायेंगेे। जिनके नजर अंदाज और संरक्षण के कारण आज कोल माफिया दिनदहाड़े इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे है। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि रेंज आई.जी. के आदेश के बाद क्या पुलिस टीम सरगनाओं तक पहुंच पाती हैं, या फिर पुलिस के हाथ खाली ही रहते हैं, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

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