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चुनावी विश्लेषण: घोषित 21 सीटों में नेताम को छोड़, 20 पूर्व प्रत्याशियों का पत्ता कटा, पूर्व IAS ओपी चौधरी को भी खरसिया से मौका नहीं, पाटन से विजय बघेल

रायपुर 17 अगस्त 2023। भाजपा ने अगस्त महीने में ही प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर जिस तरह से सभी को चौकाया। लिस्ट में दर्ज नाम उससे कहीं ज्यादा चौकाने वाले हैं। पाटन का मुकाबला काफी दिलचस्प है। यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को घेरने के लिए पार्टी ने बड़ा दांव चला है। दुर्ग के सांसद और रिश्ते में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे विजय बघेल को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। एक बार विजय बघेल पाटन विधानसभा से ही भूपेश बघेल को हरा चुके हैं। विजय बघेल अभी घोषणा पत्र समिति के प्रमुख हैं। पूर्व IAS ओपी चौधरी का खरसिया से टिकट कटा है। पिछली बार वो उमेश पटेल के खिलाफ खरसिया से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। हालांकि खबर है कि ओपी चौधरी की इस बार सीट बदलेगी। 21 उम्मीदवारों की लिस्ट में 5 महिलाओं का नाम है।

  • प्रेम नगर से इस बार भाजपा ने भूलन सिंह मरावी को टिकट दिया है। पिछली बार यहां से विजय प्रताप सिंह चुनाव मैदान थे, लेकिन उन्हें कांग्रेस के खेलसाय सिंह से चुनाव हारना पड़ा था।
  • भटगांव से इस बार लक्ष्मी राजवाड़े को पार्टी ने टिकट दिया है। पिछली बार यहां से रजनी त्रिपाठी मैदान में थी, लेकिन उन्हें कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े ने हराया था।
  • प्रतापपुर से पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा का टिकट कटा है। उनकी जगह पर पार्टी ने इस बार नया चेहरा शकुंतला सिंह पोर्ते को उतारा है। ये एसटी सीट है, यहां से 2018 में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम जीते थे।
  • रामानुजगंज सीट पर पूर्व सांसद रामविचार नेताम अपनी दावेदारी बचाने में कामयाब रहे हैं। पिछली बार भी वो इस सीट से लड़े थे, लेकिन उन्हें कांग्रेस के बृहस्पत सिंह के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।
  • लुंड्रा सीट से पिछली बार विजय नाथ सिंह चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। इस बार लुंड्रा से प्रवोज भींज चुनाव मैदान में बीजेपी की तरफ से से होंगे। यहां से प्रीतम राम पिछली बार चुनाव जीते थे।
  • खरसिया से इस बार पार्टी ने ओपी चौधरी को टिकट नहीं दिया है। पिछली बार उन्होंने मंत्री उमेश पटेल को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन इस बार उनका टिकट बदला गया है। खरसिया से महेश साहू को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। ये कांग्रेस का अभेद किला कहा जाता है, जहां से जब तक चुनाव नंदकुमार पटेल लड़े, वो जीतते रहे, उनकी हत्या के बाद उनके बेटे उमेश पटेल चुनाव जीते।
  • धर्मजयगढ़ से इस बार हरिशचंद राठिया प्रत्याशी बनाये गये हैं। पिछली बार इस सीट से लीनव राठिया मैदान में थे, जिन्हें लालजीत सिंह राठिया के हाथों हारना पड़ा था।
  • कोरबा से से भी टिकट बदला गया है। कोरबा में पिछली बार विकास महतो प्रत्याशी थे, लेकिन इस बार लखनलाल देवांगन को टिकट दिया गया है। ये सीट मौजूदा मंत्री जयसिंह अग्रवाल का सीट है। जो यहां काफी मजबूत कहे जाते हैं।
  • मरवाही से भी प्रत्याशी बदला गया है। मरवाही से पिछली बार अर्चना पोर्ते को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया था। जिन्हें जोगी कांग्रेस से अजीत जोगी के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा था। अजीत जोगी के निधन के बाद यहां से कांग्रेस के केके ध्रुव चुनाव जीते।
  • सरायपाली से से भी कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बदला है। यहां से बीजेपी की तरफ से पिछली बार श्याम तांडी उम्मीदवार थे, इस बार पार्टी ने महिला प्रत्याशी सरला कोसरिया पर दांव खेला है। यहां से अभी कांग्रेस के किस्मतलाल नंद विधायक हैं।
  • उसी तरह से खल्लारी विधानसभा से मोनिका साहू का टिकट कटा है। पिछली बार मोनिका साहू यहां से प्रत्याशी थी, लेकिन इस बार पार्टी ने महिला प्रत्याशी अलका चंद्राकर को टिकट दिया है। यह सीट अभी कांग्रेस के द्वारिकाधीश यादव के पास है।
  • अभनपुर सीट से लगातार दो बार कांग्रेस धनेंद्र साहू चुनाव जीत रहे हैं। दोनों बार उन्होंने भाजपा के चंद्रशेखर साहू को हराया है। इस बार चंद्रशेखर साहू अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे हैं। इस बार भाजपा ने अभनपुर से इंद्रकुमार साहू को प्रत्याशी बनाया है।
  • वहीं राजिम से पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय अपनी सीट बचाने में कामयाब नहीं हो सके हैं। राजिम से इस बार कांग्रेस रोहित साहू को मैदान में उतारा है। रोहित साहू नये और युवा नेता है। ये सीट अभी कांग्रेस के अमितेश शुक्ला के पास है।
  • धमतरी के अनुसूचित जनजाति सीट सिहावा से श्रवण मरकाम को पार्टी ने टिकट दिया है। श्रवण पहले भी चुनाव जीत चुके हैं। पिछली बार यहां से पिंकी शिवराज को पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन उन्हें लक्ष्मी ध्रुव के हाथों हारना पड़ा था।
  • डौंडी लोहारा की अनुसूचित जनजाति सीट से भाजपा ने देवलाल हलवा ठाकुर को टिकट दिया है। पिछली बार यहां से लाल महेंद्र टेकराम प्रत्याशी थे। ये सीट अभी महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के पास है।
  • खैरागढ़ से विक्रांत सिंह को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर जोगी कांग्रेस के देवव्रत सिंह चुनाव जीते थे, लेकिन उनके निधन के बाद उपचुनाव में कांग्रेस ने ये सीट जोगी कांग्रेस से छीन ली। यहां पिछली बार भाजपा ने गिरिवर जंघेल को प्रत्याशी बनाया था।
  • खुज्जी से हितेंद्र साहू का टिकट कटा है। खुज्जी से इस बार पार्टी ने गीता घासी साहू को उम्मीदवार बनाया है। यहां अभी कांग्रेस की चन्नी साहू उम्मीदवार है।
  • मोहला मानपुर से भी प्रत्याशी भाजपा ने बदला है। यहां संजीव साहा को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। पिछली बार यहां से कंचनमाला भूरिया प्रत्याशी थी, लेकिन इस बार नया उम्मीदवार पार्टी ने बनाया है। मोहला मानपुर से कांग्रेस के इंदरशाह मंडावी अभी विधायक हैं।
  • कांकेर से भी पार्टी ने नये चेहरे को मौका दिया है। कांकेर से आशाराम नेताम को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। पिछली बार यहां से हीरा मरकाम मैदान में थे। यहां से कांग्रेस के शिशुपाल सोरी अभी मैदान में हैं।
  • जबकि बस्तर से भी भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। यहां मनीराम कश्यप को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। पिछली बार सुभाऊ कश्यप यहां से भाजपा के प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें कांग्रेस के लखेश्वर बघेल के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।

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