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CG NEWS : साहब यहां तो सड़क के नाम पर सब थम गया हैं ! 4 दिन से बच्चें स्कूल नही जा सके……विकास के नाम पर खतरे में डाली जा रही जिंदगी…..

कोरबा 18 सितंबर 2022। कोरबा में यूं तो, कुबेर का खजाना है, बावजूद यहां विकास की रफ्तार रेंगती नजर आ रही हैं। आपको अगर यकीन नही होता, तो एक बार फिर औद्योगिक नगरी के नाम से मशहूर कोरबा चले जाइये। यहां विकास के नाम पर बनने वाली सड़कों ने लोगों की जिंदगी को थाम दी हैं। कहने को फोर लेने सड़क का निर्माण कराया जा रहा हैं, लेकिन सड़क की बद से बदत्तर हालत ने ना केवल लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल रही हैं, बल्कि लोगों की सामान्य जीवन रेंगने पर मजबूर हैं।

गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज ही खराब सड़को को लेकर बड़ा एक्शन लिया हैं। उन्होने ईएनसी वी.के.भतपहरी को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए ये मैसेज देने का प्रयास किया हैं कि संसाधन और फंड होने के बाद भी काम में लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। लेकिन पीडब्लूडी विभाग हैं, जो चेतने का नाम ही नही लेता हैं। यहां अफसर सरकार की उम्मींदो पर पलीता लगाकर ठेका कंपनी के साथ गठजोड़ कर काम करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं। दरअसल कोरबा जिला में सर्वमंगला से इमलीछापर चौक व हरदीबाजार से तरदा होते हुए नहर किनारे सर्वमंगला तक सड़क निर्माण का काम चल रहा हैं।

लोगों को इस सड़क के बनने के बाद बेहतर आवागम की उम्मींद थी। लेकिन सड़क निर्माण में हो रही लेट-लतीफी आज कोरबा शहर सहित कुसमुंडा और आसपास के उप नगरीय क्षेत्रों के लिए आफत बन गयी हैं। 179 करोड़ रूपये की लागत से 27.19 किलोमीटर लंबी बनने वाले सड़क का निर्माण कार्य नागपुर की ठेका कंपनी कर रही हैं। हाल के दिनों की बात करे तो कुसमुंडा के इमलीछापा से सर्वमंगला मंदिर तक इस मार्ग पर ठेका कंपनी ने निर्माण कार्य के लिए मिटटी फिलिंग किया गया था।

जो कि बारिश में अब दलदल में तब्दील हो गया हैं। आलम ये हैं कि रोजाना सड़को पर भारी वाहन फंस रहे हैं। जिससे ये मार्ग घंटो जाम रहता हैं। पिछले 4 दिनों की बात करे तो इस मार्ग पर भारी वाहनों के फसंने से लगने वाले जाम के कारण स्कूल बसे संचालित नही हो पा रही हैं, जिसके कारण कुसमुंडा में संचालित केंद्रीय विद्यायल और DAV में पढ़ने वाले कोरबा शहरी क्षेत्र के बच्चें स्कूल नही जा पा रहे हैं।ऐसे में अब सर्वमंगला चौक से इमलीछापर तक बन रहे कुसमुंडा फोरलेन रोड का निर्माण लोगों के लिए मुसीबत बन गया है।

सड़क निर्माण के लिए सड़क को जगह-जगह पर खोद दिया गया है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। साथ ही कीचड़ की वजह से गाड़ियों का निकलना मुश्किल हो गया है।शनिवार को विश्वकर्मा जयंती की छुट्टी होने से ट्रक ऑपरेटर्स ने गाड़ियां चलाने से इनकार कर दिया था। जिसके कारण कीचड़ हटाने के लिए मशीनें और क्रेन जाम लगी हुई सड़क पर मदद के लिए नहीं आ पा रही थीं। बाद में जब वहां फंसी गाड़ियों के ड्राइवर्स जमा हो गए और हंगामा शुरू हुआ तब जाकर PWD की टीम यहां पहुंची।

गौतरतलब हैं कि गर्मी के दिनों में काम को रफ्तार देने के वक्त ठेका कंपनी ने बकाया पेमेंट को लेकर ऐन वक्त पर काम बंद कर दिया था। जिला प्रशासन ने सड़क निर्माण के भुगतान में गड़बड़ीऔर कार्य की जांच के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया था। इस पूरे मसले को लेकर राजस्व मंत्री ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप भी लगाये गये थे। जिसके बाद ठेका कंपनी को पेमेंट जारी कर दिया गया था।

लेकिन अब जब खस्ताहाल निर्माणाधीन सड़क आम लोगों के लिए आफत बनती जा रही है, तब कोई भी जिम्मेदार जन प्रतिनिध इस ओर अपनी नजरे इनायत नही कर रहा हैं। ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के कोरबा आने से पहले इस सड़क को दुरूस्त कर लिया जायेगा, या फिर यहां भी मुख्यमंत्री की गाज जवाबदार अफसरों पर गिरेगी, ये तो आने वाला वक्त बतायेगा।

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