क्राइम

CG – घर का नौकर ही निकला 50 लाख की चोरी का मास्टर माइंड, वारदात के बाद नेपाल भागने की थी तैयारी, शराब की बोतल ने खोल दिया चोरी का राज़….

 

कोरबा 14 नवंबर 2021 – कोरबा में ACB इंडिया के मालिक वीरसेन संधु के मकान में हुए करीब 50 लाख रुपये की सनसिखेज चोरी का मास्टर माइंड कोई और नही बल्कि घर का नौकर ही निकला है। पुलिस ने इस बड़ी चोरी की वारदात को शराब की बोतल से मिले सुराग के आधार पर सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल करते हुए वारदात में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी गए सारे जेवरात और नगदी बरामद कर लिए है, वही इस वारदात का मास्टर माइंड सहित 4 आरोपी अब भी फरार है, जिनकी पुलिस टीम सरगर्मी से तलाश कर रही है। गौरतलब है कि पूरा घटनाक्रम दीपका थाना के ग्राम बतारी स्थित आवास का है। यहां ग्राम बतारी में एसीबी कंपनी के मालिक वीरसेन सन्धु के घर के पीछे से अंदर प्रवेश कर दरवाजे का ताला तोडकर चोरों ने कमरे के दराज को तोड़कर सोना हीरा से बने जेवरात सहित नगदी रकम एवं कमरे मे रखा 01 लॉकर चोरी कर फरार हो गए थे। अज्ञात चोर द्वारा लगभग 40 से 50 लाख रू. के जेवरात की चोरी की जानकारी सामने आई थी।

घटना की सूचना मिलने पर कोरबा SP भोजराम पटेल, अति0 पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक लितेश सिंह दल बल के साथ तत्काल मौके पर पहुचे थे। SP भोजराम पटेल ने स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण कर अति0 पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा को जॉच की जिम्मेदारी सौंपते हुए 07 अलग अलग टीम का गठन कर घटना से संबंधित हर पहलू पर बारीकी से जॉच करने के निर्देश दिए गए ।
अति0 पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व मे सभी टीमों द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। एफएसएल की टीम, डाग स्क्वाड, फिंगर प्रिंट एवं सायबर सेल की टीम द्वारा घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित किये गये अलग-अलग टीमो द्वारा कंपनी में कार्यरत् कर्मचारियों काम छोड़ चुके अन्य कर्मचारी, आस-पास के रहने वाले संदिग्ध बदमाशो, पुराने सजायाब, आस-पास के जिलो के जेलो से रिहा हुए कैदियों की कुण्डली खंगाली गई। नकबजनी की वारदात में शामिल होने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह जिसमें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, पारधी, वादी गिरोह, नट गिरोह के संबंध में जानकारी हेतु टीम लगाई गई। साथ ही घटना स्थल के चारो तरफ पुलिस की टीम के द्वारा खेत खलिहान एवं जंगल इलाको की सर्चिग कराई गई । टीम ने स्थानीय ग्रामीणों को लेकर आसपास के ईलाके की सर्चिंग भी की गई।
घटना स्थल का निरीक्षण दौरान स्नेफर डॉग की मदद से मकान से करीब 01 किलोमीटर दूर एक ओल्ड मंक की शराब की बोतल, सिगरेट, चिप्स, कुरकुरे के पैकेट मिले जिससे इस बात इस बात की आशंका जताई का जा रही थी कि आरोपियो द्वारा शराब सिगरेट का सेवन किया गया होगा।

पाए गए ओल्ड मोंक शराब के बोतल पर बैंच नंबर लिखा हुआ था। जिसके आधार पर दीपका, कोरबा, बॉकीमोंगरा, हरदीबजार, कटघोरा मे स्थित विदेशी शराब दुकानों मे पिछले 01 साप्ताह मे बिक्री हुए ओल्ड मांेक ब्राण्ड के शराब की खरीददारों की पतासाजी की गई एवं सीसीटीव्ही फूटेज खंगाले गए। विदेशी शराब दुकान पुराना बस स्टेण्ड कोरबा के सीसीटीव्ही फूटेज के अवलोकन पर 02 संदिग्ध व्यक्ति घटना दिनांक 8 नवंबर की रात करीब 9.30 बजे ओल्ड मोंक शराब खरीदकर होटल सत्कार की ओर जाने वाली गली मे जाते हुए दिखाई दिए। इस आधार पर होटल सत्कार मे जाकर रजिस्टर चेक करने पर पाया गया कि प्रेम भुल उर्फ पिुचू पिता धबहादुर भूल एंव हिमाल मांझी पिता तुलाराम मांझाी दोनो निवासी नेपाल के दिनांक 1 से 8 नवंबर तक होटल मे रूके थे। इसी दिन इन्ही आरोपी लोंगो के साथ कुल 06 लोग एक आटो मे कुसमुण्डा की ओर जाते हुए दिख रहे है, इस आधार पर कुसमुण्डा दीपका के रास्ते मे लगे सीसीटीव्ही फुटेज का बहुत ही बारीकी से अवलोकन किया गया। बिलासपुर, अंबिकापुर, रायगढ, जांजगीर-चॉपा की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे हुए कैमरों की जॉच हेतु अलग अलग टीम भेजी गई। बिलासपुर भेजी गई टीम के द्वारा बताया गया कि घटना दिनांक के प्रातः 06.12 बजे पर 06 संदिग्ध व्यक्ति कार से पुराना बस स्टैण्ड बिलासपुर मे उतरते हुए दिख रहे है। शहर के अन्य कैमरों का अवलेकन करने पर उनमे से 03 आरोपी एवं 01 महिला बस के माध्यम से रायपुर कि ओर जाते हुए दिखे। इस आधार पर टीम ने रायपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर सीसीटीव्ही फुटेज खंगालना प्रारंभ किया । टीम को आरोपीगण का अंतिम फुटेज बस स्टैण्ड पण्डरी रायपुर पर मिला जिसमे आरोपीगण प्रयागराज उत्तरप्रदेश की ओर जाने वाले बस मे सवार होते हुए दिखे। आरोपीगण के उत्तर प्रदेश की ओर से दिल्ली भागने की संभावना पर एक टीम को तत्काल फ्लाईट के माध्यम से दिल्ली के लिये रवाना किया गया ।
इसी बीच विवेचना मे लगी एक अन्य टीम के द्वारा उस कार के बारे मे पता कर लिया गया जो कि आरोपियो को पुराना बस स्टैण्ड बिलासपुर तक छोड़ी थी। कार चालक से पूछताछ पर ये जानकारी सामने आई कि आरोपी घटना के दूसरे दिन 9 नवंबर को भी दीपका तक आए थे, और सुबह फिर से बिलासपुर गए है। इस आधार पर अन्य आरोपीगण के भागने के रास्तों का फिर से सीसीटीव्ही फुटेज खंगाला गया, जो अन्य 03 आरोपी भी बस स्टैण्ड पण्डरी रायपुर से बस मे सवार होते हुए दिखे, कार चालक ने पूछताछ के दौरान ये जानकारी सामने आई की आरोपीगण आपस में लखनउ, ईलाहाबाद, नेपाल की ओर जाने की बात कर रहे थे। आरोपीगण के नेपाल की ओर फरार होने के संभावना पर SP भोजराम पटेल ने तत्काल 02 टीम बनाकर सडक माध्यम से लखनउ के लिए रवाना किया गया । चूॅकि आरोपी के नाम और बताए गए हुलिए के मुताबिक नेपाली मूल के लग रहे थे। जिनके नेपाल भाग जाने की पूर्ण संभावना थी। SP भोजराम पटेल द्वारा अपने मित्र आईपीएस अधिकारी से सहयोग मांगा गया। जिनके द्वारा दिल्ली गए हुए कोरबा पुलिस के टीम को सडक मार्ग से प्रयागराज बुलाकर तत्काल सहयोग उपलब्ध कराया गया। मामले के 03 आरोपी प्रेम भूल उर्फ पिंचू पिता धनबहादरु, हिमाल बहादुर मांझी पिता तुलाराम मांझी एवं दीपक भूल पिता स्व. चंदर भूल को पकडने मे सफलता प्राप्त हुई है। साथ ही इनके पास से 03 सोने के हार एवं लाकेट एवं चांदी का सिक्का सहित कुछ नगदी रकम बरामद हुआ।
स्थानीय ग्रामाीणें के साथ ईलाके की सर्चिंग मे तैनात पुलिस की टीम को घटना स्थल से लगभग 02 कि.मी. दूर पीछे की ओर एक खेत में धान के कटे हुए बालिंयों के अन्दर छिपाकर रखा हुआ लॉकर प्राप्त हुआ। जिसे तस्दीक करने पर घटना मे चोरी किया गया लॉकर का होना पाया गया लॉकर के पास मे ही एक काले रंग के बैग मे दरवाजा तोडने का सब्बल पेचकस एवे ग्लॉस कटर भी जप्त किया। आरोपी लॉकर को तोडने मे सफल नही हो पाए थे। लॉकर के भीतर लगभग 30 लाख रूपये का सोने-चॉदी के जेवरात पुलिस ने बरामद किया है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि घटना का मुख्य सरगना भीम भुल है जो मकान मालिक के घर में खाना बनाने का काम करता था। उसी ने इस घटना का प्लान बनाया था और फिर उन्हें बुलाकर घर का नक्शा दिखाया गया। घर के बाहर लगे हुए सीसीटीव्ही कैमरे के वायर को प्लान के अनुसार 5 दिन पहले ही बंद कर दिया गया था और घटना से 5 दिन पूर्व ही वह अपनी पत्नि के साथ छुट्टी लेकर नेपाल रवाना हो गया था। लेकिन इस चोरी का मास्टर माइंड भीम भुल नेपाल न जाकर अपनी पत्नि के साथ बिलासपुर में ही रूका था। अपने अन्य साथियों को बुलाने के बाद इस सनसनीखेज चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। SP भोजराम पटेल ने इस मामले को सुलझाने में लगी पुलिस टीम को 10 हजार रुपए नगद इनाम देने की घोषणा की है। वही इस वारदात में शामिल 4 अन्य अरोपियों की तलाश जारी है, जिन्हें पुलिस जल्द ही गिरफ्तार कर लेने की बात कह रही हैं।

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