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कलेक्टर रानू साहू की पहल बदलेगी 10 होनहारों की जिंदगी…. लाखों रूपये फीस वाले होटल मैनेजमेंट कोर्स में फ्री में करायेंगी पढ़ाई… कलेक्टर बोली- गरीबी की वजह से प्रतिभा दब ना जाये, इसलिए की ये पहल

कोरबा 5 दिसंबर 2021। कलेक्टर रानू साहू की एक पहल 10 होनहारों की दुनिया बदलने वाली है। IAS की पहल पर कोरबा के 10 छात्र अब राजधानी में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करेंगे। कोरबा जिला प्रशासन ने उनकी पढ़ाई से लेकर हॉस्टल और खाने-पीने तक के पूरे इंतजाम का बीड़ा उठाया है। जिंदगी में आये इस अचानक इस बदलाव के बाद उन बच्चों को भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका दाखिला राजधानी के स्टेट इंस्टीट्युट ऑफ होटल मैनेजमेंट में होने वाला है। होटल मैनेजमेंट जैसे कोर्स में दाखिले की चाहत तो कई युवाओं की होती है, लेकिन उस पाठ्यक्रम की फीस इतनी होती है कि कई बच्चों के लिए कोर्स नामुकीन हो जाता है।

ऐसे में कलेक्टर रानू साहू ने युवाओं के बीच नया प्रयोग करते हुए होटल मैनेजमेंट सेक्टर में जाने को इच्छुक बच्चों की काउसिंलिंग का प्लान तैयार किया। कोरबा में जब से पर्यटन की संभावनाएं बढ़ी है, कई बच्चों की दिलचस्पी इस सेक्टर में बढ़ी है। कलेक्टर ने लाइवलीहुड कालेज प्रबंधन को निर्देश दिया कि होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में दिलचस्पी रखने वाले युवाओं की काउसिलिंग करें। कॉलेज की तरफ से काउंसलिंग में 92 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया, जिसके बाद 12वी बोर्ड की परीक्षा में सर्वाधिक अंक पाने वाली 7 छात्राओं और 3 छात्र का चयन होटल मैनेजमेंट पाठयक्रम के लिए किया गया।

10 मेधावी छात्रों की पढ़ाई और उनके रहने और खाने में करीब 23 लाख रूपयें का खर्च जिला प्रशासन उठायेगा। कलेक्टर रानू साहू ने जिला खनिज न्यास मद से फंड स्वीकृत कर छात्रों को नयी उड़ान दी है। इस पूरी प्रक्रिया को गौर करे तो चयनित अधिकांश मेधावी छात्र-छात्रांए बीपीएल परिवार से है, जिन्हे उच्च शिक्षा प्राप्त कर कुछ बेहतर मुकाम पाने की तमन्ना तो थी, लेकिन परिवार की आर्थिक हालत उनकी उच्च शिक्षा के आड़े आ रही थी, लेकिन कलेक्टर ने सही वक्त पर इन छात्रों का चयन कर उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित कर सपनो को पंख लगा दिए है। स्टेट इंस्टीट्युट ऑफ होटल मैनेजमेंट में दाखिला पाने वाले छात्रों में 4 विद्यार्थी का दाखिला होटल एडमिनिस्ट्रेशन के डिग्री कोर्स और 3-3 छात्रों का दाखिला फूड प्रोडक्शन और फूड एवं वेबरेज सर्विसेज पाठ्यक्रमों में कराया गया है। तीन साल के डिग्री कोर्स में एक छात्र पर जहां 5 लाख 24 हजार 900 रूपए का खर्चा आयेगा, वहीं फूड प्रोडक्शन डिप्लोमा कोर्स के लिए प्रति छात्र 1 लाख 50 हजार रूपए इंस्टीट्यूट में जमा किया जाएगा। इसमें 52 हजार 250 रूपए शिक्षण शुल्क और 98 हजार रूपए हॉस्टल मेस पर व्यय होगा। इसी तरह फूड-वेबरेज सर्विसेज के डेढ़ साल के डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी पर एक लाख 37 हजार 850 रूपए व्यय किया जाएगा। इस राशि में 39 हजार 750 रूपए शिक्षण शुल्क और 98 हजार रूपए हॉस्टल एवं मेस का खर्च रहेगा, जिसे पूरी तरह से जिला प्रशासन कोरबा द्वारा DMF मद से दिया जाएगा।

कलेक्टर रानू बोली- मेधावी बच्चों को राह दिखाने का प्रयास है

NW न्यूज़ से कलेक्टर रानू साहू ने बताया कि जिले में होनहार और मेधावी छात्रों की कमी नहीं है, कई बार देखा गया है कि पैसों की कमी के कारण छात्र चाहकर भी उच्च शिक्षा हासिल नही कर पाते है। खनन प्रभावित क्षेत्र सहित जिले के वनांचल और शहरी क्षेत्र के ऐसे मेधावी छात्रों के लिए यह प्रयास है, जिन्हे DMF मद से उनके हायर एजुकेशन का खर्च उठाने का फैसला लिया गया है। छत्तीसगढ़ सहित जिले में पर्यटन की काभी संभावनांए है, इसलिए पहले प्रयास में होटल मैनेजमेंट के पाठयक्रम के लिए 10 मेधावी छात्रों का चयन कर उनका दाखिला रायपुर के स्टेट इंस्टीट्युट ऑफ होटल मैनेजमेंट में कराया गया है। आने वाले वक्त में ऐसे कोई भी मेधावी छात्र सामने आयेगें,तो उन्हें भी उच्च शिक्षा और बेहतर भवष्यि के लिए हर संभव प्रयास किया जाता रहेगा।

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