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CONGRESS POLTICS : CM की दो टूक : अध्यक्ष पद के लिए पहले राहुल को मनाऊंगा, नहीं माने तो अध्यक्ष पद के लिए करूंगा नामांकन, CM क कुर्सी ने पार्टी हाई कमान की बढ़ाई चिंता

राजस्थान 21 सितंबर 2022। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए एक बार फिर राहुल गांधी का नाम शीर्ष नेता पूरजोर तरीके से रख रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य कांग्रेस के विधायकों की बैठक बुलाई थी। गहलोत ने अपने आवास पर ही विधायकों को बुलाया था और राष्ट्रीय राजनीति में अपने नाम को लेकर चर्चा की। सीएम गहलोत ने विधायकों से साफ किया कि वो अभी भी राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मनाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी नहीं मानते हैं, तब वो अपना नामांकन करेंगे। इसके साथ ही अशोक गहलोत ने अध्यक्ष बनने के बाद भी राजस्थान की कमान अपने हाथों में रखने की शर्त रखकर पार्टी हाई कमान का टेंशन बढ़ा दिया हैं।

विधायकों के साथ मीटिंग में अशोक गहलोत ने यह भी कहा है कि कुछ भी हो जाए वो राजस्थान नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के साथ वो सीएम भी बने रह सकते हैं। वहीं बैठक में शामिल विधायकों ने भी अशोक गहलोत को राज्य के मुख्यमंत्री बने रहने की इच्छा जाहिर की हैं। मीटिंग में विधायकों ने उनसे यह अपील भी की गयी। गौरतलब है कि पार्टी हाई कमान के सामने अशोक गहलोत ने शर्त रखी है कि अगर वो अध्यक्ष बनते हैं, तो भी राज्य की कुर्सी खाली नहीं करेंगे और मुख्यमंत्री भी बने रहेंगे। उन्होंने यह भी शर्त रखी है कि अगर ऐसा नहीं भी होता है तो वो अपने किसी करीबी को सीएम की कुर्सी सौंपेंगे।

हालांकि अशोक गहलोत की इन शर्तों ने कांग्रेस हाई कमान को चिंता में डाल दिया है। गहलोत की इन शर्तों के बाद राज्य कांग्रेस में फूट की आशंका बनी हुई है। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं और वो अभी केरल में हैं। इस बीच मंगलवार को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली में थे। पायलट को यह उम्मीद थी कि अगर गहलोत को नई जिम्मेदारी मिलती है, तो सीएम की कुर्सी उन्हे मिल सकती है। पायलट के समर्थक विधायक भी इसी उम्मीद में थे। लेकिन गहलोत की शर्तों ने सभी संभावनाओं पर जहां रोक लगा दी है, वही पार्टी हाई कमान की चिंता भी बढ़ा दी हैं।

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