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शिक्षा विभाग ब्रेकिंग : महिला प्राचार्य और दो व्याख्याता सस्पेंड, जेडी कार्यालय में किया गया अटैच, शिकायत पर बड़ी कार्रवाई, पढ़िये आदेश

रायपुर 2 जून 2023। महिला प्राचार्य और दो व्याख्याता को स्कूल शिक्षा विभाग ने निलंबित किया है। शासकीय हाईस्कूल बहतराई में पदस्था प्राचार्य निशा तिवारी, व्याख्याता जितेंद्र कुमार ध्रुव और व्याख्याता अल्का सिंह के खिलाफ विभाग में शिकायत हुई थी। शिकायत की प्रारंभिक जांच में प्राचार्य निशा तिवारी, जितेंद्र कुमार ध्रुव और अल्का सिंह को विभाग ने सस्पेंड कर दिया है।

आरोप के मुताबिक निशा तिवारी ने 18 जुलाई 2022 से 25 सितंबर 2022 तक कुल 70 दिनों का भैषजिक अवकाश लिया था। वहीं जितेंद्र कुमार ध्रुव पर आरोप है कि 18 जुलाई 2022 से 26 जुलाई 2022 तक 9 दिन, दिनांक 27.07.2022 से 10.08.2022 15 दिवस एवं दिनांक 11.08.2022 से 31.08.2022 तक 21 दिवस दिनांक 01.09.2022 से 11.09.2022 तक 11 दिवस मैजिक अवकाश पर रहे हैं। वहीं निशा तिवारी के भैयजिक अवकाश में रहने के दौरान ही अन्य लोक सेवकों का अवकाश स्वीकृत किया गया।

वहीं व्याख्याता अल्का सिंह, व्याख्याता (ए.बी.) पर आरोप है कि दिनांक 18.07.2022 से 17.08.2022 तक 31 दिवस दिनांक 18.08.2022 से दिनांक 17.09.2022 तक 31 दिवस (कुल 62 दिवस) संतान पालन अवकाश पर रही हैं। प्राचार्य के मैषणिक अवकाश काल में श्वेता सिंह व्याख्याता (एल.बी.) विद्यालय के प्रभार में थी, लेकिन जितेन्द्र कुमार ध्रुव, व्याख्याता के द्वारा अल्का सिंह प्रभारी प्राचार्य को अवकाश के लिये आवेदन न देकर निशा तिवारी, प्राचार्य को दिया गया और निशा तिवारी के द्वारा स्वयं मैषणिक अवकाश पर रहने के दौरान अवकाश स्वीकृत किया गया।

यही नहीं निशा तिवारी ने निजी कोचिंग संचालक आनंद कुमार यादव को विद्यालय की प्रबंध समिति के सहमति के बिना शाला के 20 स्टूल प्रदान की थी, जिसके कारण ग्रामवासियों ने प्राचार्य के विरूद्ध शिकायत करने पर, आनंद कुमार यादव द्वारा प्राप्त 20 स्टूल में से 10 स्टूल विद्यालय को वापिस लौटाया गया, जो कि टुटी-फूटी अवस्था में थे।

यही नहीं ग्रामवासियों द्वारा निर्धारित फीस की राशि से अधिक राशि की वसूल किये जाने की शिकायत की गई थी। जांच में निशा तिवारी प्राचार्य द्वारा रेडकास निधि में निर्धारित शुल्क 30 रू. के स्थान पर 50 रु. प्रति विद्यार्थी शुल्क लिया जाना पाया गया। कक्षा शिक्षक से बनवा लिया गया, जिसमे प्राचार्य द्वारा अधिक फीस लेने का दबाव डाले जाना पाया गया। शालेय शुल्क रजिस्टर, पासबुक एवं केशबुक की जांच करने पर राशि रू. 30/- बैंक खाते में जमा कराया गया।

शासन द्वारा प्राप्त विद्यालय अनुदान राशि को शाला विकास समिति के प्रस्ताव एवं सहमति के बिना श्रीमती तिवारी प्राचार्य द्वारा स्वयं व्यय किया गया है। विद्यालय में क्रम समिति का गठन किये बिना अन्य निधियों की राशि का व्यय प्राचार्य द्वारा स्वयं किया गया है।श्रीमती तिवारी दिनांक 18.07.2022 से अवकाश पर रही है तथा प्रभारी प्राचार्य के शाला सेसंबंधित समस्त प्रभार नहीं सौंपे गए जिसके कारण कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों को अंकसूची प्रदान एवं कक्षा 9वीं में नये विद्यार्थियों के प्रवेश प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न हुई, जिससे प्रभारी प्राचार्य ने शाला विकास समिति एवं ग्रामवासियों के समक्ष पंचनामा कर आलमारी के ताले को तोड़ा गया। (9) अल्का सिंह, व्याख्याता (एल.बी.) फर्नीचर प्रभारी हैं, उनसे जानकारी मांगे जाने पर सही जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गई। रिकार्ड पूर्णतः अव्यवस्थित पाया गया तथा श्रीमती तिवारी द्वारा कुमारी दिप्ती पटेल, व्याख्याता (एल.बी.) को फर्नीचर का प्रभार देने सूचना पंजी में सूचना दी गई, परंतु अल्का सिंह द्वारा शिकायत/आरोप की जांच तिथी तक विधिवत् प्रभार नहीं सौपा गया।

निशा तिवारी प्राचार्य, जितेन्द्र कुमार ध्रुव, व्याख्याता एवं अल्का सिंह, व्याख्याता (एल.बी.) शासकीय हाईस्कूल बहतराई, जिला बिलासपुरके इस कृत्य को नियम विरूद्ध माना गया है। वहीं राज्य शासन एतद्द्वारा, छ.ग. सिक्ति सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के नियम-9(1)(क) के तहत निशा तिवारी प्राचार्य, जितेन्द्र कुमार ध्रुव, व्याख्याता एवं अल्का सिंह, व्याख्याता (एल.बी.) शासकीय हाईस्कूल बहतराई, जिला बिलासपुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करता है तथा उक्त निलंबित लोक सेवको का मुख्यालय, संभागीय संयुक्त संचालक (शिक्षा) बिलासपुर नियत किया जाता है।निलंबन काल में, उक्त निलंबित लोक सेवकों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।

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