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जेल से छूटा खूंखार नक्सली गोपन्ना: पुलिस एक भी मामले में नहीं कर पायी आरोप सिद्ध.. 18 से अधिक थे मामले दर्ज..

बीजापुर 26 मार्च 2023। नक्सली नेता गजराला सत्यनारायण रेड्डी उर्फ गोपन्ना मरकाम को जेल से रिहाई मिल गयी है। नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी का सदस्य और छग-ओडिशा जोनल कमेटी का सचिव गोपन्ना पर बस्तर में डेढ़ दर्जन से अधिक नक्सली मामले दर्ज थे। लेकिन, पुलिस एक अपराध भी प्रमाणित नहीं कर पाई। लिहाजा, गोपन्ना के खिलाफ लगे सभी आरोप निराधार साबित होने के बाद शनिवार को जेल से उसकी रिहाई हो गई। जानकारी के मुताबिक गोपन्ना मरकाम तेलंगाना के नलगोंडा जिला का रहने वाला है और उसके रिहाई के बाद उसका परिवार उसे लेने जगदलपुर के केंद्रीय जेल में पहुंचा हुआ था।

जानकारी के मुताबिक गोपन्ना मरकाम पर 18 से अधिक मामलों में बीजापुर, दंतेवाड़ा,सुकमा, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर गढ़चिरोली इसके अलावा उड़ीसा बॉर्डर में भी कई बड़े नक्सली वारदातों में होने के आरोप थे। गोपन्ना के सुकमा में सक्रिय रहने के दौरान आईडी ब्लॉस्ट कर जवानों पर हमला करने का भी आरोप लगा था। लेकिन विडंबना वाली बात यह है कि बस्तर तेलंगाना उड़ीसा और महाराष्ट्र पुलिस उन पर लगे सभी आरोपों में से एक भी आरोप पर सबूत पेश नहीं कर पाई।

आपको बता दें कि वर्ष 2006 में गरियाबंद में बड़े ही नाटकीय अंदाज में जब गोपन्ना की गिरफ्तरी हुई थी। तब मरकाम नक्सलियों की छत्तीसगढ़-ओडिशा बार्डर जोनल कमेटी का सचिव तथा केंद्रीय कमेटी का सदस्य था। पुलिस ने उसे तस्कर समझकर गिरफ्तार किया था,बाद में उसकी पहचान नक्सली नेता गोपन्ना मरकाम के रूप में हुई थी। गोपन्ना 1980 से नक्सल संगठन से जुड़ा हुआ था, और लंबे समय तक बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा बस्तर और आंध्रा, ओड़िशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र के बॉर्डर में सक्रिय रहा, नक्सली संगठन में गोपन्ना को सेंट्रल कमेटी का सदस्य बनाया गया था।

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