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DPI के भी पत्रों को ठेंगा दिखा देते है DEO….. AG और DPI पत्र भेज-भेजकर 5 साल तक थक गए, लेकिन नहीं मिल पाया 4500 रुपए का हिसाब….15 साल से अटका है मामला….अब मौजूदा DEO ने…

रायगढ़ 16 नवंबर 2021। DEO आजकल लगता है DPI के पत्रों को भी अहमियत नहीं देते। …अब इसे आप हिमाकत समझ लीजिये या फिर अंधेरगर्दी की इंतहा…लेकिन शिक्षा विभाग के ऐसे ओलझोल से ना सिर्फ महकमे की बदनामी होती है, बल्कि अधिकारियों पर भी सवालिया निशान लगते हैं। पूरा मामला शिक्षक परसराम चौधरी के पीएफ से जुड़ा हुआ है, जो जिंदा रहते तक दफ्तरों के चक्कर काटते रहे और अब उनके निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी भी उसी मामले को लेकर दफ्तरों में चप्पल घिस रहे हैं। हालांकि अब रायगढ़ DEO आरपी आदित्य ने इस पूरे प्रकरण को लेकर सभी BEO को पत्र जारी किया है।

शर्मनाक बात ये है कि महालेखाकर की तरफ से रायगढ़ DEO को तीन बार और डीपीआई की तरफ से दो बार पत्र लिखा गया, लेकिन उस पत्र का जवाब देने की जहमत तक डीईओ ने नहीं उठायी। इस मामले में डीपीआई के वित्त नियंत्रक ने फाइनल अल्टीमेटम के साथ पत्र रायगढ़ डीईओ को भेजा है।
पूरा प्रकरण 2006 का है, परसराम चौधरी रिटायर हुए थे। सामान्य भविष्य निधि के खाते से उनका 4500 रूपये आहरण बताया गया। इस मामले में महालेखाकार की तरफ से जब इन्क्वायरी की गयी तो तत्कालीन रिटायर्ड शिक्षक परसराम चौधरी ने बताया कि उन्होंने 4500 रूपये का आहरण नहीं किया है, बाद में परसराम चौधरी के उत्तराधिकारी ने भी वाउचर के जरिये आहरण की बात को नहीं स्वीकारा।

इस के बाद इस मामले को लेकर महालेखाकार ने 29.08.2017, 20.11.2019 और 28.12.2020 को पत्र भेजा गया, लेकिन कोई जानकारी रायगढ़ डीईओ की तरफ से नहीं दी गयी, इसके बाद डीपीआई के वित्त नियंत्रक ने 16.03, 2021 और फिर 23.06.2021 पत्र भेजा, लेकिन उसका भी जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद रायगढ़ डीईओ को वित्त नियंत्रक डीपीआई ने तुरंत महालेखाकार को जानकारी मुहैय्या कराने का पत्र जारी किया है।
ऐसे में सवाल यही उठता है कि जब महालेखाकर और डीपीआई के पत्रों पर डीईओ गौर नहीं करते हैं, तो फिर अपने मातहत विभागों की समस्याओं पर अधिकारी कितना गौर करते होंगे।

DEO ने सभी विकासखंडों को भेजा गया है पत्र

इस बारे में जानकारी लेने के लिए NW न्यूज ने रायगढ़ DEO आरपी आदित्य से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि

“ये काफी पुराना मामला है, दिवाली से बाद उन्हें ये पत्र मिला है, हमें इस बारे में जानकारी नहीं मिल पायी है, ये किसी ब्लाक का है या किस स्कूल का है, इसलिए हमने सभी BEO को पत्र भेजवाया है, जैसे ही जानकारी आयेगी, उस मैटर को साल्व कर लिया जायेगा, पुराना प्रकरण होने की वजह से देरी हुई है”

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