ब्यूरोक्रेट्सहेडलाइन

CGPSC में पति-पत्नी ने टॉपर बन रचा इतिहास : शशांक को थर्ड, तो पत्नी भूमिका को मिली चौथी रैंक..शादी के 25 वें दिन दी मेंस की परीक्षा…पढ़िये दिलचस्प इंटरव्यू

रायपुर 12 मई 2023। साथ कॉलेज में पढ़ाई की, साथ ही UPSC की तैयारी शुरू की, पिछले साल शादी हुई और अब साथ ही डिप्टी कलेक्टर बनेंगे। गुरुवार रात जारी हुए PSC 2021 के परिणाम में अनूठा संयोग बना। पति शशांक गोयल को PSC में थर्ड रैंक मिली, तो पत्नी भूमिका कटियार ने चौथा पोजिशन हासिल किया। पति-पत्नी की इस कामयाब जोड़ी से NW न्यूज की टीम ने विस्तार से बात की, ये पूछे जाने पर कि शादी ने किसकी किस्मत चमकायी ? … जवाब में हंसते हुए शशांक कहते हैं, लगता है दोनों की किस्मत चमकी है। शशांक और भूमिका दोनों बचपन के दोस्त हैं, स्कूलिंग और कॉलेज दोनों साथ ही की। इक्तेफाक से दोनों का सपना भी एडमिस्ट्रेटिव सर्विस में जाने का था, इसलिए साथ ही UPSC की तैयारी शुरू की । इसी बीच 2020 PSC में शशांक का सेलेक्शन हो गया। हालांकि रैंक 37 आयी थी। उन्हें सब रजिस्ट्रार पोस्ट मिला और वो अभी बिलासपुर में पोस्टेड हैं।

शशांक और भूमिका ने हनीमून की टाइमिंग में मेंस की तैयारी की

शशांक और भूमिका दोनों शादी पिछले साल हुई है। भूमिका कटियार हनीमून पर जाने को लेकर पूछे सवाल पर कहती है, कहां जाती घूमने, शादी के 25 दिन बाद ही मेंस की परीक्षा थी, उस वक्त हनीमून के ज्यादा एग्जाम जरूरी था। अब रिजल्ट आया है तो थोड़ा प्लान करते, लेकिन अभी एक एग्जाम का इंटरव्यू हैं। एग्जाम खत्म हो, उसके बाद कुछ प्लान करेंगे। भूमिका कहती है कि वो कॉलेज के बाद से ही तैयारी में जुट गयी थी। 2016 से भूमिका ने UPSC की तैयारी शुरू की, लेकिन पीएसकी तैयारी में वो कोरोना काल में जुटी। भूमिका बताती है कि ये उनका दूसरा प्रयास था, पहली बार में तो भूमिका का प्री भी नहीं निकला था, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने ना सिर्फ प्री क्लियर किया, बल्कि मेंस और इंटरव्यू क्लियर कर टॉपर भी बन गयी।

शादी के 25 दिन बाद दी मेंस की परीक्षा

भूमिका बताती है कि वो खुशकिस्मत है कि उन्हें शादी में कुछ भी करना पड़ा। जो किया वो उनके पैरेंट्स ने किया। फैमली ने उनकी पढ़ाई में थोड़ा भी डिस्टर्वेंस नहीं होने दिया। शादी के 25 दिन बाद मेंस का एग्जाम था, इसलिए शादी के दौरान भी पढ़ाई पर ही फोकस रहा। भूमिका कहती है कि एग्जाम तो अच्छा गया था, लेकिन यकीन नहीं था कि रिजल्ट ऐसा आयेगा। अभी भी रिजल्ट जानकर सपना जैसा ही महसूस हो रहा है।

भूमिका का इंटरव्यू रहा दिलचस्प

भूमिका बताती है कि उनसे इंटरव्यू में एक सवाल पूछा गया कि अगर कोई गेस्ट आता है, तो आप उन्हें कहां घुमाने ले जायेंगी। जवाब में भूमिका ने रायपुर के आसपास के दर्शनीय स्थल विवेकानंद सरोवर, स्टेडिटम, चंपारण जैसी जगहों के नाम बताये, तो बोर्ड मेंबर्स ने हंसते हुए ये कहा कि सबसे पहले तो मॉल ही घुमाने ले जाना चाहिये। भूमिका बताती है कि इंटरव्यू में मेंबर्स ने काफी लाइट मोड में उनसे सवाल पूछा। इंटरव्यू काफी अच्छा रहा था।

महीनों तक दोस्तों से बात नहीं हुई, कार्यक्रम और घूमना सब कुछ छोड़ा

भूमिका से ये पूछे जाने पर कि कितने महीनों से दोस्तों से बात नहीं हुई, जवाब में भूमिका याद करते हुए कहती है… बहुत महीने हो गये, याद नहीं। अपनी शादी छोड़ किसी और कार्यक्रम में भी नहीं गयी। भूमिका कहती है तैयारी के दौरान बहुत कुछ त्यागना पड़ता है। कभी पढ़ते वक्त नींद आती है, लेकिन फिर ख्याल आता है आज का टॉपिक पूरा नहीं हुआ है। तो, कहना यही है कि आपको सपने का पीछा करना है। कई बार मन कुछ कहेगा, दिल-दिमाग में कुछ और बातें चलेगी, लेकिन आपको अपना लक्ष्य नहीं डिगने देना है। तभी कामयाबी मिलेगी।

UPSC क्लियर करना है शशांक का सपना

PSC में थर्ड रैंक लाने के बाद भी शशांक का सपना खत्म नहीं हुआ है, वो UPSC क्लियर करना चाहते हैं। शशांक अपने संघर्षों को लेकर कहते हैं कि 6-7 साल के संघर्ष के बूते उन्होंने मुकाम हासिल किया। शशांक कहते हैं कि PSC का सिलेबस काफी बड़ा है, ऐसे में पढ़ाई बहुत करनी पड़ती है। उन्होंने 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करते थे और उसका ही नतीजा ये कामयाबी है। शशांक कहते हैं कि पीएससी में डिप्टी कलेक्टर बनना और पति-पत्नी का एक साथ बनना, मेरे लिए कोई सपने से कम नहीं है। शशांक कहते हैं कि कोरोना काल में उन्हें पढ़ने का काफी वक्त मिला था, इसका उपयोग उन्होंने पीएससी की तैयारी में लगाया।

हर दिन का टॉपिक तय कर पति-पत्नी करते थे तैयारी

शशांक इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से थे, उनसे सवाल भी उनकी इंजीनियरिंग से रिलेवेंट पूछे गये। इसके अलावे उनके प्रोफेशन से जुड़े सवाल पूछे गये। शशांक अपनी शादी को लेकर कहते हैं कि उनकी शादी लव कम अरेंज मैरेज है। रायपुर से ही दोनों ने साथ ही पढ़ाई की थी और फिर लास्ट ईयर उनकी शादी हुई। शशांक कहते हैं कि तैयारी दोनों नें साथ में प्लानिंग के साथ की। हर दिन की टॉपिक डिस्कस करते थे और फिर उसे डे बाई डे के मुताबिक पूरा करते थे।

Back to top button