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IAS दुर्व्यवहार मामला: AUDIO-VIDEO से खुली जिला पंचायत सदस्य की झूठ की पोल तो लेना पड़ा U-टर्न…..CM को भेजे पत्र कही भी नहीं लिखा, कि जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल…..CEO की खुद मुख्यमंत्री ने की थी तारीफ, लेकिन निचले स्तर के नेता उसी अधिकारी पर लगा रहे आरोप

मुंगेली 24 दिसंबर 2021। जिला पंचायत सीईओ रोहित व्यास पर जातिसूचक शब्दों का आरोप लगाने वाली महिला जिला पंचायत सदस्य लैला मनकु भिखारी ने यू-टर्न लिया है। मुख्यमंत्री को भेजें शिकायत में उन्होंने कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया है कि जिला पंचायत सीईओ ने उनके खिलाफ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में लैला ने वित्तीय स्वीकृति नहीं देने और सामाजिक-मानसिक रूप से परेशान करने की बात कही है, लेकिन कही भी इस बात का उल्लेख नहीं किया गया है कि कल के प्रकरण में किसी तरह से कोई जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल हुआ है। इससे पहले कल जो वीडियो घटनाक्रम कासामने आया था, उसमे महिला नेत्री ये कहती हुई नजर आ रही थी, मुझे जातिगत रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।

आपको बता दे कि कल जिला पंचायत CEO के साथ उनके दफ्तर में महिला जिला पंचायत सदस्य ने अभद्रता की थी, और चप्पल मारने की कोशिश की थी। इस मामले ने तूल तब पकड़ लिया था जब जातिगत प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत सदस्य के सामाजिक और राजनीतिक संगठन के लोगों के साथ SP आफिस का घेराव कर दिया था।

इस मामले में NW न्यूज़ ने पहले VIDEO और फिर AUDIO जारी कर साफ कर दिया था कि महिला नेत्री का CEO पर जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल करने का आरोप झूठा है। वीडियो-ऑडियो जारी होने के बाद सदस्य के झूठ की पोल खुल गयी, लिहाज़ा सदस्य को अपने आरोप से यूटूर्न लेना पड़ा।

आपको बता दें कि पिछले दिनों जब मुख्यमंत्री मुंगेली आये थे तो जिला पंचायत CEO के कामों की जमकर तारीफ की थी। लेकिन मुख्यमंत्री ने जिस अधिकारी की सार्वजनिक तौर पर तारीफ की थी, उन्ही अधिकारी पर कॉंग्रेस के निचले स्तर के नेता ऐसे आरोप लगा रहे जो समझ से परे है।

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