बिग ब्रेकिंग

वार्ता के दौरान 1600 करोड़ के बजट पर बात अटकी…तो फेडरेशन ने 812 करोड़ का फार्मूला बताया……वार्ता में प्रमुख सचिव का बजट और प्रमोशन फार्मूला पर ही ज्यादा वक्त बीता….वार्ता के दौरान फेडरेशन को मिले पॉजेटिव संकेत….जल्द हो सकती है अगली बैठक…

रायपुर 25 दिसंबर 2021। हड़ताली शिक्षकों की दूसरे दौर की वार्ता भी विफल हो गयी। करीब ढाई घंटे चली बैठक में बहुत कुछ साफ हो गया, लिहाजा अगली बैठक जब भी होगी, तो बात बन सकती है।। संकेत तो यही है कि सरकार भी दो कदम आगे बढ़ने को तैयार हैं और फेडरेशन ने भी प्रस्तावों पर विचार करने की बात कही है। हालांकि ना तो अभी तक सरकार की तरफ से प्रस्ताव के पन्ने खोले गये हैं और ना ही फेडरेशन पत्ते खोल रहा है। हालांकि ये तय है कि कुछ ना कुछ बीच का रास्ता जरूर तैयार हो रहा है। इससे पहले शुक्रवार को दूसरे दौर की वार्ता सिर्फ आश्वासन और बजट के गुणा भाग के बीच खत्म हो गयी। बातचीत के दौरान जब पे बैंड पर चर्चा शुरू हुई, तो बात 1600 करोड़ के बजट पर अटक गयी। बातचीत के दौरान प्रमुख सचिव ने सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रतिनिधियों को बताया कि वेतन विसंगति के लिए जो 4200 के ग्रेड पे का जा प्रस्ताव रखा गया है, उसका बजट 1600 करोड़ रुपये आ रहा है। लिहाजा सिर्फ शिक्षक वर्ग के लिए इतनी राशि खर्च करना नामुकीन है।

जवाब में जब सहायक शिक्षकों ने अपना कैलकुलेशन समझाया और बताया कि वेतन विसंगति 4200 के ग्रेड पे पर भी खत्म होती है तो सरकार को सिर्फ 812 करोड़ का भार आयेगा। बैठक में प्रमुख सचिव को 812 करोड़ का पूरा हिसाब बताया गया। जिसके बाद प्रमुख सचिव ने उनसे इस मामले में डिटेल कैलकुलेशन देने को कहा। आज ही पूरी डिटेल जानकारी प्रमुख सचिव को फेडरेशन की तरफ से भेजा जायेगा। जिसमें ये बताया जायेगा कि शिक्षकों की मांग पूरी करने में दोगुने बजट की जानकारी भ्रामक है,  1600 के बजाय सिर्फ 812 करोड़ में ही मांगें पूरी हो सकती है।

बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रमोशन के जरिये करीब 30-40 हजार शिक्षक खुद ब खुद 4200 के ग्रेड पे पर पहुंच जायेंगें, बाकी बचे सहायक शिक्षकों के लिए राज्य सरकार कुछ ना कुछ जरूर करेगी। हालांकि इससे पहले शिक्षकों को हड़ताल तोड़कर वापस लौटने के लिए कहा गया। प्रमुख सचिव ने वार्ता के दौरान इस बात के भी संकेत दिये कि राज्य सरकार के निर्देश के अनुरूप 1 महीने के भीतर ही प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। लिहाजा जिस वेतनमान की वो मांग कर रहे हैं, उसमें वो खुद ब खुद ही पहुंच जायेंगे।

बैठक में शामिल होकर लौटे शिक्षक फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल दूसरे दौर की वार्ता से काफी हद तक संतुष्ट दिखे,  हालांकि सरकार की तरफ से इस दौरान कुछ ठोस प्रस्ताव नहीं आये, लिहाजा हड़ताल खत्म करने की दिशा में कुछ पहल नहीं हो सकी। सरकार ने दूसरे दौर की वार्ता में प्लान B को लेकर भी अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले। हालांकि अंदरखाने सरकार की प्लान B शिक्षकों के लिए तैयार है। माना जा रहा है कि सरकार की तरफ से कुछ बीच का रास्ता निकालने को लेकर सरकार की तरफ से संकेत दिये गये हैं, जिस पर अब फेडरेशन विचार कर रहा है । हालांकि फेडरेशन ने भी उस प्रस्ताव को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

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