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रेप पीड़िता के परिवार को सुरक्षा के निर्देश: CM बोले, “मैंने वीडियो देखा है,आरोपी की गिरफ्तारी व सुरक्षा देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है”… कांग्रेस भी भड़की..

रायपुर 26 जनवरी 2023। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बेटे पलाश चंदेल पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती की सुरक्षा के निर्देश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिये हैं। रेप पीड़िता ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर खुद की झान का खतरा बताया था। युवती ने बताया था कि भाजपा नेताओं की तरफ से उसके परिजनों और रिश्तेदारों को धमकियां मिल रही है। पीड़िता की तरफ से ये बयान सामने आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेप पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा देने के निर्देश दिये हैं। वहीं आरोपी की गिरफ्तारी भी जल्द से जल्द करने को कहा गया है।

पीड़िता के आरोपों पर हुए सवाल को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, उसका वीडियो देखा है। मैंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उसको और उनके परिजनों को सुरक्षा दी जाए। वहीं आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। इधर कांग्रेस भी इस पूरे मामले को लेकर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बेटे के दुष्कर्म की शिकार पीड़िता ने प्रेस वार्ता कर भाजपा पर केस वापस लेने को लेकर धमकाने का जिस तरह से आरोप लगाये हैं उसने पूरे मामले को काफी संवेदनशील बना दिया है।

कांग्रेस इस मामले में काफी हमलावर है। कांग्रेस का आरोप है कि रेप पीड़िता का भाजपा पर लगाये गये आरोप गंभीर है जो भाजपा के बलात्कारियों के पक्ष में खड़े होने की परंपरा और चरित्र को पर्दाफाश करती है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बेटे ने आदिवासी बेटी के साथ दुष्कर्म किया मारपीट किया और अब भाजपा उस दुष्कर्म पीड़िता आदिवासी बेटी के खिलाफ खड़ी है। भाजपा अब नेताप्रतिपक्ष नारायण चंदेल के रेपिस्ट बेटे को बचाने के लिये रेप पीड़िता एवं उसके परिवारजनों को रिश्तेदारो को केस वापस लेने के लिए डरा रहे धमका रहे हैं जान से मारने की धमकी दे रहे है। यह बेहद निदंनीय है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को रेप पीड़िता के द्वारा जो भाजपा पर गंभीर आरोप लगाये गये हैं उसका स्पष्टीकरण देना चाहिए और प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि कब नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को उनके पद से हटाएंगे और उनके रेपिस्ट बेटे पलाश चंदेल जो किसी न किसी भाजपाशासित राज्य में छिपे हुए हैं उन्हें कब सरेंडर करवायेंगे?

मेरी जान को है खतरा, परिवार वालों को धमकाया जा रहा

मीडिया के सामने रेप पीड़िता ने कहा था कि मेरी जान को खतरा है। मेरे परिवार को भी धमकाया जा रहा है। मुझे न्याय मिलना चाहिए। युवती ने कहा यदि मेरे साथ कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी पलाश की, उसके पिता नारायण चंदेल की होगी। मैं सीएम भूपेश से सुरक्षा की मांग करती हूं। मैं यहां से पीएम मोदी से भी सुरक्षा की मांग करती हूं। पीड़ित ने कहा कि मैं आदिवासी युवती हूं, इसके बावजूद किसी ने मेरी तरफ मदद का हाथ नहीं बढ़ाया। वर्ष 2018 में पलाश चंदेल की आदिवासी युवती के बीच फेसबुक में दोस्ती हुई थी। जिसके बाद पलाश चंदेल ने शादी का प्रलोभन देकर युवती के साथ कई बार रेप किया, युवती का आरोप है कि उसका गर्भपात भी कराया गया, जिसके बाद शादी करने की बात से पलाश मुखर गया, युवती ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई ,युवती का आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद लगातार उसे और उनके परिवार वालों को धमकी दी जा रही है।

कांग्रेस भी भड़की

कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि किसी भी संवैधानिक पद की मर्यादा और सम्मान को बनाये रखने का पहला दायित्व उस पद पर विराजमान व्यक्ति का होता है। उसके आचरण व्यवहार और कार्य न सिर्फ निष्पक्ष हो पद की गरिमा के अनुकूल हो ताकि किसी को भी उस पद और उसको धारित व्यक्ति पर उंगली उठाने का अवसर न मिले।

संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के प्रति आजादी के बाद से ही जन सामान्य के हृदय में सम्मान की भावना न सिर्फ रही है उसका प्रदर्शन भी देखने को मिलता रहा है। यह सम्मान कानूनी बाध्यता नहीं अपितु राष्ट्रीय संस्कार है। संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति ने यदि अपने पद की मर्यादा को लांघा तो उसके लिए उसकी आलोचना भी हुई है। इसके अनेकों उदाहरण है।

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आरक्षण संशोधन विधेयक पर छत्तीसगढ राजभवन का आचरण और कार्यप्रणाली दोनों पर सवाल खड़े हुए। राजभवन ने अपने संवैधानिक मर्यादा का न सिर्फ उल्लंघन किया प्रजातंत्र की सबसे महत्वपूर्ण व्यवस्था विधायिका के कार्यो अधिकारों पर भी अतिक्रमण करने का प्रयास किया है। विधानसभा के द्वारा सर्वसम्मति से पारित आरक्षण विधेयक पर राजभवन की हठधर्मिता साफ दिखती है। राजभवन की कार्यप्रणाली भी संविधानेत्तर और प्रजातंत्र की मूल भावना के खिलाफ है। राज्य की विधानसभा द्वारा पारित विधेयक बिना न्यायालय गए ही न्यायालय जाने की प्रत्याशा में विधेयक को रोके रखना प्रदेश के उन वर्गों के साथ अन्याय है जिनके हितों को ध्यान में रख कर विधानसभा ने विधेयक को पारित किया है।

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का आरक्षण संशोधन विधेयक पर आचरण और राजभवन की कार्यप्रणाली में समानता सिर्फ संयोग नहीं है अपितु राजभवन भाजपा के टूल की भांति उपयोग हो रहा। ऐसे में प्रदेश के सर्व समाज के हितों की रक्षा तथा वंचित वर्ग के लोगों को उनका अधिकार देने के लिए यदि कुछ प्रतिमानों को ध्वस्त करने की नौबत आती है तो जनसरोकारों के लिए कांग्रेस पार्टी उससे भी पीछे नहीं हटेगी।

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