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“मूंछे अभी मूंडवाना जरूरी है क्या…जब कटवायेंगे तो बतायेंगे….” अमरजीत भगत ने मूंछ मूंडवाने पर दिया बयान, उधर केदार बोले, सच्चे आदिवासी हैं तो….

रायपुर 7 दिसंबर 2023। छत्तीसगढ़ में जब से चुनाव परिणाम आया है, तब से मूंछों की खूब चर्चा हो रहा है। कोई अपनी आधी मूंछे मुड़वा रहा है, तो कोई पूरी मूंछे कटवा रहा है। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो मूंछें दांव पर लगाकर भी उसे नहीं कटवा रहे हैं, ऐसा ही बातें पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर लागू हुई है। दरअसल अमरजीत भगत ने दावा किया था कि 2023 में अगर कांग्रेस की सरकार नहीं बनी, तो वो अपनी मूंछें कटवा लेंगे। लेकिन चुनाव हारने के बाद अभी तक उन्होंने अपनी मूंछें नहीं कटवायी है। अब सोशल मीडिया में अमरजीत भगत की मूंछें मूंडवाने की मांगें उठने लगी है।

बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा है.. दांव पर वहीं लगाया जाता है, जिसकी हिफाजत और पहवाह स्वयं जनता करे।

बीजेपी के ट्वीट और मूंछ मुड़वाने के सवाल पर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने प्रतिक्रिया दी है। अमरजीत भगत ने मीडिया से बात करते हुए कहा

सभी की बोलने की तार्किक बातें रहती है, संवाद में ऐसी बातें कही जाती है। मैं अपने बयान पर कायम हूं। मूंछ कटाने पर भविष्य में निर्णय लिया जाएगा। अपनी फसल है जब चाहेंगे तब कटवा लेंगे, तुरंत कटवाना जरूरी है क्या? कटाएंगे तो बताएंगे।

अमरजीत भगत, पूर्व मंत्री

इधर भाजपा लगातार अमरजीत भगत को मूंछ के मसले पर घेर रही है। पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ….

उनके पास मूंछ नोचने के अलावा कोई काम नहीं रहा है, मूंछ नोचने का काम सीतापुर ने कर दिया है, अहंकार खत्म करने का काम बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ये काम किया है, अब वे अपना सर बचाते हुए फिर रहे हैं, अगर वे सच्चे आदिवासी हैं तो उन्हें मूंछ मुड़वाना चाहिए, मैं तो उन्हें तिरूपती भी ले जाने को तैयार हूं।

केदार कश्यप, पूर्व मंत्री

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