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स्कूल के नये सेटअप पर संग्राम : मनीष मिश्रा बोले- नया सेटअप शिक्षकों के साथ अन्याय, तगड़ा विरोध होगा…नये सेटअप का मापदंड ही समझ से परे…

रायपुर 11 मई 2022। शिक्षा विभाग के नये सेटअप पर संग्राम छिड़ा है। नये सेटअप में शिक्षक के कई पदों को खत्म किये जाने को लेकर शिक्षक अपना विरोध जता रहे हैं। प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूल तक के सेटअप में बदलाव को शिक्षक ना तो न्यायसंगत बता रहे हैं और ना ही शिक्षा हित में स्वीकार रहे हैं। इन सबके बीच अब सहायक शिक्षक फेडरेशन भी सेटअप में हुए बदलाव को लेकर तीखा विरोध जताने के मूड में है। कल सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा नये सेटअप के विरोध में शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों को अपना ज्ञापन सौंपेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा कि प्राथमिक शाला के सेटअप में हुए बदलाव की वजह से सहायक शिक्षकों को भी काफी नुकसान हो रहा है। नये सेटअप के मुताबिक 80 विद्यार्थियों पर सेटअप में 1 प्रधानपाठक और 2 सहायक शिक्षक के पद है । जबकि पहली से पांचवी तक 5 कक्षाओं में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित एवं पर्यावरण सहित 4 विषयों को पढ़ाना पड़ता है। गतिविधियों के लिये एक अतिरिक्त पीरियड भी है। ऐसे में ये बड़ा सवाल है कि 5 कक्षाओं में 1 प्रधानपाठक सहित 2 सहायक शिक्षक कैसे पढ़ायेंगे।

मनीष मिश्रा ने कहा कि नया सेटअप किसी भी रूप में ना तो शिक्षक हित मे और ना ही बच्चों की शिक्षा के हित में है। स्कूलों में दर्ज संख्या को शिक्षकों की निुयक्ति का आधार माना जाना भी समझ से परे नजर आ रहा है। नए सेटअप के मुताबिक प्राथमिक स्कलों की दर्ज संख्या में क्रमशः 30 विद्यार्थियों की वृद्धि पर एक अतिरिक्त सहायक शिक्षक की व्यवस्था की जाएगी, प्राथमिक शालाए बच्चों के नीव का काम करता है यहां कक्षा अनुसार पाँच शिक्षक रखना अनिवार्य था । संस्कृत विषय के भी शिक्षक नहीं मिलेंगे, जबकि वाणिज्य के शिक्षकों का भी अस्तित्व खत्म हो जायेगा। मनीष मिश्रा ने कहा कि मिडिल स्कूल में 6 वीं से 8 वीं तक के सेटअप में एक प्रधानपाठक और 4 शिक्षक के पद स्वीकृत किए हैं। मिडिल स्कूल में 30 से कम विद्यार्थी हुए तो वहां प्रधानपाठक का पद भी नहीं होगा। ये किसी भी सूरत में न्यायसंगत नहीं हो सकता। नये सेटअप में पीटीआई का भी पद नहीं है, ऐसे में आने वाले वक्त में पीटीआई का पद भी खत्म हो जायेगा।

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