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आज या कल में सहायक शिक्षकों के साथ सरकार की हो सकती है दूसरे दौर की वार्ता….. वेतन विसंगति को छोड़ इन विकल्पों पर सरकार कर रही है विचार….स्थायी वित्तीय बोझ उठाने के लिए सरकार तैयार नहीं…

रायपुर 22 दिसंबर 2021। सहायक शिक्षकों का आंदोलन लंबा खिचता जा रहा है। हालांकि अंदरखाने खबर ये है कि आज या कल में आंदोलन को खत्म करने को लेकर सरकार की तरफ से पहल हो सकती है। मंत्रालयीन सूत्रों के मुताबिक सरकार सहायक शिक्षक फेडरेशन को वार्ता के दूसरे दौर के लिए आज या कल बुला सकती है। सरकार ने वेतन विसंगति के अलावे कुछ विकल्पों को खुला रखा है, लिहाजा शिक्षक फेडरेशन के नेताओं के साथ बातचीत में उन्ही विकल्पों पर बातचीत की जायेगी। सरकार फिलहाल वेतन विसंगति से अपने खजाने पर स्थायी वित्तीय बोझ ढोने को तैयार नहीं है।

इससे पहले 17 दिसंबर को सहायक शिक्षकों को बातचीत के लिए बुलाया गया था, लेकिन तब बात उस जगह पर जाकर अटक गयी थी कि कमेटी ने अभी तक अपनी रिपोर्ट ही सरकार को नहीं सौंपी है, लिहाजा बातचीत को आगे बढ़ाने का कोई औचित्य ही नहीं है। मंगलवार का दिन गुजर गया है और प्रमुख सचिव ने रिपोर्ट सरकार को सौंपने की जो मियाद रखी थी, वो भी गुजर चुका है, लिहाजा आज-कल में जो बैठक होगी, उसमें सिर्फ और सिर्फ सुलह का रास्ता निकालने की कोशिश होगी। जानकारी के मुताबिक सरकार ने वेतन विसंगति को छोड़ दो रास्ते और तैयार किये हैं, ताकि शिक्षकों और सहायक शिक्षकों के बीच वेत का फासला भी कम हो जाये और सरकार पर स्थायी वित्तीय भार भी नहीं आये। सरकार फिलहाल नया पे फिक्सेशन कर या फिर ग्रेड में बदलाव कर स्थायी वित्तीय बोझ लेने को तैयार नहीं है।

लिहाजा, गतिरोध भत्ता या समानुपातिक वेतन के जरिये कुछ बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है। वेतन विसंगति  दूर करने पर सरकार को बड़ा स्थायी बोझ तो ढोना पड़ेगा ही, साथ ही साथ दूसरे कर्मचारी संगठनों की मांगें सामने आ जायेगी, लिहाजा सरकार की वित्तीय स्थिति चरमरा जायेगी। सरकार वेतन विसंगति पर विचार नहीं कर रही है, लेकिन उसके अनुरूप कुछ आर्थिक लाभ सहायक शिक्षकों को देने की जरूर तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि आज या कल जब सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक होगी तो सरकार उन्हें इन्ही दो विकल्पों पर विचार करने के लिए मनायेगी।

मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक गतिरोध भत्ता के तौर पर 6-7हजार रूपये अभी सहायक शिक्षकों को अतिरिक्त दिये जाने पर विचार चल रहा है, ताकि शिक्षकों से वेतन में फासला उनका 4-5 हजार का रह जाये। हालांकि दिक्कत ये है कि ये स्थायी समाधान नहीं है, लेकिन इस भत्ते पर HRA, DA जैसे लाभ शिक्षकों को नहीं मिलेंगे, दूसरी मुसीबत ये भी है कि उसे कभी भी वापस लिया जा सकता है, लिहाजा सहायक शिक्षक इसके लिए राजी होंगे या नहीं, ये बड़ा सवाल है।

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