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IAS की नौकरी छोड़, अब हैं करोड़ों की कंपनी के मालिक… कौन है रोमन सैनी… जानिये इनके बारे में…..

नई दिल्ली 11 फरवरी 2023 Roman Saini ने कुछ बड़ा काम करने के सपने को पूरा करने के लिए IAS की नौकरी छोड़ दी। आज से करीब छह साल पहले उन्होंने अपनी-अपनी जॉब छोड़कर खुद की कंपनी अनएकेडमी की नींव रखी, तब लोगों को काफी हैरानी हुई।

भारत में सबसे कम उम्र के सिविल सेवकों में से एक होने से लेकर एक ऐसी कंपनी के संस्थापक बनने तक, जो यूपीएससी के लाखों कैंडिडेट्स की मदद करती है और जिसकी नेट वर्थ करीब 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है, यहां रोमन सैनी की मोटिवेशनल स्टोरी है.
पूर्व IAS रोमन सैनी राजस्थान के कोटपुतली के रायकरनपुर के निवासी हैं। रोमन सैनी की मां गृहिणी और पिता इंजीनियर हैं। एमबीबीएस पूरा करने के बाद रोमन सैनी ने एनडीडीटीसी में बतौर जूनियर रेजिडेंट काम किया। 22 साल की उम्र में IAS की मुश्किल परीक्षा पास करके Roman Saini 23 साल की उम्र में प्रशासनिक सेवक बन गए। उन्होंने IAS परीक्षा में पूरे देश में 18वां रैंक हासिल किया था।

16 साल की उम्र में सैनी एम्स प्रवेश परीक्षा पास करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति बन गए. 18 साल की उम्र में, उन्होंने पहले से ही एक प्रतिष्ठित मेडिकल पब्लिकेशन में एक रिसर्च पेपर लिखा था. एमबीबीएस पूरा करने के बाद, रोमन सैनी ने एम्स में नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर (एनडीडीटीसी) में काम किया. ज्यादातर लोग इस तरह की प्रतिष्ठित नौकरी को पसंद करेंगे लेकिन रोमन के लिए डॉक्टर के रूप में उनका कार्यकाल केवल 6 महीने ही चला. वह अब आईएएस अधिकारी बनने की राह पर थे.

22 साल की उम्र में रोमन सैनी ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की, जो भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का ऑप्शन क्यों चुना, इस पर उन्होंने एक बार टिप्पणी की, “मैं एमबीबीएस कर रहा था और हरियाणा के दयालपुर गांव में तैनात था. मैंने देखा कि कैसे लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. तभी मैंने देश की सेवा करने का फैसला किया.” रोमन 22 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के IAS अधिकारियों में से एक थे और कलेक्टर के रूप में मध्य प्रदेश में तैनात थे.

एक IAS अधिकारी के रूप में उनका कार्यकाल छोटा होना तय था. जल्द ही उन्होंने प्रतिष्ठित नौकरी छोड़ दी और इसके बजाय अपने दोस्त गौरव मुंजाल के साथ Unacademy की स्थापना की, एक ऐसा मंच जो आज हजारों IAS कैंडिडेट्स को UPSC परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है. अनएकेडमी के पीछे का विचार यूपीएससी कोचिंग क्लासेज के लिए एक मंच प्रदान करना था, जिसमें स्टूडेंट्स को लाखों रुपये खर्च करने की जरूरत नहीं है.

Unacademy की शुरुआत 2010 में गौरव मुंजाल द्वारा बनाए गए YouTube चैनल के रूप में हुई थी, कंपनी की आधिकारिक तौर पर 2015 में मुंजाल, सैनी और उनके तीसरे सह-संस्थापक हेमेश सिंह द्वारा स्थापना की गई थी. छह साल बाद, Unacademy 18,000 टीचर्स के नेटवर्क के साथ भारत के सबसे बड़े एजुकेशन टेक्नोलॉजी प्लेटफार्मों में से एक है. कंपनी की कीमत 2 अरब डॉलर (करीब 14,830 करोड़ रुपये) आंकी गई. इसके 50 मिलियन से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं.

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