Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को हुए दो महीने, बार-बार भड़क रहा बवाल, तस्वीरों में देखें अब राज्य में कैसे हैं हालात
मणिपुर में लगातार दो महीनों से चल रही हिंसा के बाद अब पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूल खोल दिए गए हैं. जानें राज्य के बाकी जगहों के ताजा अपडेट.
मणिपुर में मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में 3 मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान राज्य में हिंसा भड़क उठी थी.
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (3 जुलाई) को मणिपुर सरकार को जातीय हिंसा प्रभावित राज्य में पुनर्वास सुनिश्चित करने और कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए उठाए गए कदमों की रिपोर्ट मांगी थी.जिसमें राज्य सरकार की तरफ से बयान देते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.
मणिपुर के थौबल जिले में मंगलवार (4 जुलाई) को इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के शिविर से हथियारबंद भीड़ ने कथित तौर पर हथियार लूटने की कोशिश की,जिसमें सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़प में 27-वर्षीय के एक व्यक्ति की मौत हो गई,जबकि असम राइफल्स का एक जवान भी घायल हो गया.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर विभाजनकारी राजनीति कर कश्मीर और मणिपुर को ‘बर्बाद’ करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि बीजेपी अब पश्चिम बंगाल में ‘अलगाववादी समूहों’ को बढ़ावा दे रही है.
मणिपुर में राज्य और केंद्र सरकार की तमाम कवायदों के बावजूद हिंसा थम नहीं रही है. मणिपुर के अलग-अलग इलाकों से हिंसा की खबरें आए दिन आ रही हैं.