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“नमस्कार सर! क्या आप क्रेडिट कार्ड बंद कराना चाहते हैं”….और फिर एक चूक से खाते से पैसे हो जाते थे गायब….राजधानी पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर के नाम पर ठगी का कारोबार करने वाले 4 आरोपियों को दबोचा… देश के 10 से ज्यादा राज्यों में ….

रायपुर 6 अगस्त 2022। अगर आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, तो आपको सावधान करने के लिए ये जरूरी खबर है। क्रेडिट कार्ड के नाम पर साइबर ठगी का कारोबार चल रहा है। ये साइबर ठग ना सिर्फ अलग-अलग-अलग नंबरों से फोन कर लोगों को अपने झांसे में लेते हैं, बल्कि विश्वास में लेने के लिए फर्जी काल सेंटर का भी संचालन करते हैं। राजधानी पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगों के गिरोह का खुलासा किया है।

दरअसल शैलेंद्र नगर रायपुर के विज्ञान कुमार जैन ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि 08 जुलाई को अज्ञात मोबाइल नंबर 8112986505 से उसके मोबाइल नंबर पर फोन आया। इस दौरान फोन करने वाले क्रेडिट कार्ड उपयोग नहीं करने के बारे में पूछा गया, तब प्रार्थी द्वारा बताया गया कि वह अपना क्रेडिट कार्ड बंद करवाना चाहता है। जिस पर अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा बोला गया कि वह क्रेडिट कार्ड बंद कर देगा तथा कुछ समय पश्चात् प्रार्थी के मोबाईल पर ओ.टी.पी. का मैसेज आया जिसे अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा ओटीपी प्राप्त कर करीबन 1,89,000/- रू0 की धोखाधड़ी कर ठगी किया गया, जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 224/22 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

लाखों रूपये ठगी की घटना को SSP प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते साइबर अपराधियों को पकड़ने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुखनंदन राठौर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक माहेश्वरी के निर्देशित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक माहेश्वरी के निर्देशन में एसीसीयू टीम को आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण कर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु टीम गठित किया गया। तकनीकी विश्लेषण में आरोपियों के संबंध में दिल्ली से काॅलर सेन्टर के माध्यम से लोगों के साथ ठगी करने की जानकारी प्राप्त हुई वरिष्ठ अधिकारियों की निर्देशन में तत्काल एसीसीयू टीम एवं थाना कोतवाली, रायपुर की सयुक्त टीम गठित कर दिल्ली के लिए रवाना किया गया।

टीम द्वारा लगातार दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में केम्प कर दिलप्रीत सहित 04 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि लोगों को फोन करके क्रेडिट कार्ड बंद कराने या लुभावने आफर देकर उन्हें अपनी बातों मे उलझाकर ओटीपी प्राप्त कर उनके खातों से रूपये की ठगी करते थे। काॅलर सेन्टर में बैंठकर फर्जी नंबरों से देश के अलग-अलग लोगों के साथ ठगी करना स्वीकार किया गया। आरोपीगण दिल्ली के अलग-अलग स्थानों मे रहकर दिखावे के लिए नौकरी करना बताये है।

दिलप्रीत सिंह के निशानदेही पर 03 अन्य आरोपियों का दिल्ली के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों द्वारा उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, के लोगों के साथ ठगी करना स्वीकार किया गया है। उसी संबध में संबंधित राज्यों की पुलिस से संपर्क कर अग्रिम कार्यवाही की जाती है। प्रकरण में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 05 नग मोबाईल फोन, 01 नग आईफोन, 07 नग ए.टी.एम., 01 नग आधार कार्ड एवं ठगी की नगदी रकम 5,000/- जप्त किया गया है। आरोपियों को तिलकनगर (दिल्ली) से गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है। गिरफ्तार आरोपियों से अन्य घटनाओं के संबंध में भी विस्तृत पूछताछ की जा रही है। उक्त कार्यवाही में एसीसीयू प्रभारी गिरीश तिवारी, निरीक्षक गौरव तिवारी, उनि सिकंदर कुर्रे, प्र. आर. महेन्द्र राजपूत, चिन्तामणी साहू, आर. सुरेश देशमुख, नीतेश सिंह, टेकसिंग, अनुरंजन तिर्की, म.आर. बबीता देवांगन, बंसती मौर्य, प्र.आर. अनूप मिश्रा, कृपासिंधु पटेल, आर. आशीष राजपूत, प्रमोद बेहरा, प्रदीप कुमार साहू, राकेश पाण्डेय, राहूल शर्मा, तथा थाना कोतवाली से सउनि प्रवीण प्रधान एवं आर. शैलेष नेताम की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।

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