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राष्ट्रीय शिक्षा कॉन्क्लेव: शिक्षा सचिव ने लिखा ने सभी DEO, मिशन समन्वयक व प्रचार्यों को पत्र, उपस्थिति सुनिश्चित के निर्देश…… अफसरों की बैठक में कॉन्क्लेव की तैयारी की हुई समीक्षा, जिम्मेदारियों का भी किया बंटवारा

रायपुर 10 नवंबर 2021। छत्तीसगढ़ में पहली बार जवाहरलाल नेहरू नेशनल एजुकेशन कॉनक्लेव होने जा रहा है। इसी महीने 14 और 15 तारीख को रायपुर में शिक्षा के इस बड़े समागम का आयोजन किया जाएगा। कॉन्क्लेव को लेकर शिक्षा सचिव डॉक्टर कमलप्रीत सिंह ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी, सभी जिला मिशन समन्वयक और सभी प्रचार्यों को पत्र जारी किया है। पत्र में डॉक्टर कमलप्रीत सिंह ने कहा है कि वो जवाहरलाल नेहरू नेशनल एजुकेशन कॉन्क्लेव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

14 और 15 नवंबर को यह आयोजन राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम साइंस कॉलेज मैदान में होना है। इस आयोजन में आधुनिक शिक्षा और गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए अपनाए जा रहे नवाचारों का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। सबसे खास बात ये है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे, वही नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी भी खास तौर पर इस कॉन्क्लेव में शिरकत करेंगे। इसके अलावा देशभर के शिक्षाविद भी आकर गुणवत्ता युक्त शिक्षा को लेकर अपना मार्गदर्शन देंगे। लिहाजा पहली बार इस तरह के आयोजन को लेकर शिक्षा विभाग पूरी तैयारी में जुटा है।

नवाचारी कार्यक्रमों पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगेंगी, अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पं. जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम का आयोजन 14 एवं 15 नवम्बर को साइंस कॉलेज मैदान स्थित आडिटोरियम में किया जा रहा है। जिसकी तैयारी करने शिक्षा का अमला लगा हुआ है। इसमें राज्य में स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न राज्यों में किये जा रहे नवाचारों को आपस में साझा किया जाएगा। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के नवाचारी कार्यक्रमों पर केंद्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिसमें राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में किये गए नवाचारी कार्यों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस समागम में अन्य राज्यों के शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले नवाचारी शिक्षकों को छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आमंत्रित किया गया है जो अपने राज्यों के नवाचारी मॉडल को प्रदर्शित करेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने एससीईआरटी रायपुर में बैठक लेकर कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव राजेश सिंह राणा, प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा अभियान नरेंद्र सिंह दुग्गा, योजना आयोग की  मिताक्षरा उपस्थित थी। शिक्षा समागम के दौरान अन्य राज्यों से आए शिक्षाविद्ों एवं शिक्षकों के साथ छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोनाकाल में अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए किए गए नवाचारों को साझा किया जाएगा, ताकि इसका प्रयोग वह अपने राज्यों में कर सकें। पण्डित जवाहर लाल नेहरू नेशनल एजुकेशन कॉन्क्लेव में विभिन्न राज्यों के शिक्षाविद्, शिक्षकों द्वारा गुणात्मक शिक्षा के लिए अपनाए जा रहे नवाचारों का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त रिइमेजनिंग स्कूल ऑफ टूमारो, वोकेशनल एजुकेशन एण्ड इंटरप्रिन्योरशिप माइंडसेट फॉर 21वीं सेंचुरी, फ्यूचर ऑफ आनलाईन लर्निंग बिल्डिंग बैक बेटरः लेसन फ्रॉम द पेंडमिक, टीचर्स एज लीडर्स, गवरर्नेंस रिफार्मस एट स्केल, स्टेग्थनिंग अरली इयर्स इन्क्लूजन इन क्लास रूम आदि विषयों पर प्रस्तुतिकरण होगा।

सम्मेलन के सफल संचालन हेतु डॉ. कमलप्रीत सिंह ने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। प्रशासनिक व अकादमिक कार्य के साथ समागम का संचालन करने कार्यक्रम प्रभारी अधिकारी  के. सी. काबरा, डॉ. एम. सुधीश और  अशोक बंजारा को बनाया गया है। अकादमिक जिम्मेदारियां, सत्रों का नियोजन प्रभारी डॉ. योगेश शिवहरे, मंच व्यवस्था प्रभारी  आशुतोष चाँवरे, स्टेट मीडिया सेंटर की जिम्मेदारी  प्रशांत कुमार पांडेय को सौंपी गई है। प्रदर्शनी प्रबंधन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, पंजीयन एवं सामग्री वितरण, भोजन एवं आवास, वाहन एवं लाइजनिंग के साथ कार्य, आईसीटी व्यवस्थाएं, कंट्रोल रूम प्रभारी एवं दस्तावेजीकरण कार्य करने प्रभारियों के साथ बैठक आयोजित की। जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा समागम कार्यक्रम को सम्पन्न कराने निर्देश दिए।

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