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NW न्यूज 24 स्पेशल- बेरोजगारी भत्ता वरदान बना: थैक्यू काका!  घंटों में ही युवाओं को मिल रही है बेरोजगारी भत्ता की स्वीकृति, आवेदन का आंकड़ा 1लाख पार, 40 हजार के पार,

रायपुर 23 अप्रैल 2023। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की एक पहल ने लाखों बेरोजगारों की जिंदगी बदल दी है। युवाओं को संबंल मिला है, उनकी आर्थिक संकट दूर हो रही है, उनके लिए आगे की जिंदगी की राह आसान हो गयी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में किये अपने वादों के अनुरूप 1 अप्रैल से बेरोजगारी भत्ता की शुरुआत की। योजना के सिर्फ 23 दिन में ही बेरोजगारी भत्ता के आवेदन का आंकड़ा 1 लाख के पार पहुंच गया। इनमें से 40 हजार से ज्यादा युवाओं का तो राज्य सरकार ने भत्ता भी स्वीकृत भी कर दी है। राज्य सरकार ने बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन से लेकर स्वीकृति तक की प्रक्रिया इतनी आसान बनायी है कि युवा बेहद आसानी से आवेदन भी कर रहे हैं और भत्ता भी पा रहे हैं।

आवेदन की संख्या 1 लाख के पार

योजना के तहत अब तक बेरोजगारी भत्ता के पोर्टल पर 1,00,002 आवेदन मिले है और इनमें से दस्तावेज सत्यापन के बाद 57,207 लोगों को बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत करने की अनुशंसा भी कर दी गई है।मुख्यमंत्री श्री बघेल की घोषणा के अनुरूप बेरोजगारी भत्ते की राशि 2,500 रूपए सीधे आवेदकों के बैंक खाते में डीबीटी द्वारा ट्रांसफर की जा रही है। योजना का उद्देश्य प्रदेश के बेरोजगारों को प्रतिमाह 2,500 रूपए का भत्ता देने के साथ-साथ उन्हें कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार योग्य बनाना है। बेरोजगारी भत्ता योजना के शुभारंभ के पहले ही दिन पोर्टल में 4269 बेरोजगारी भत्ता के आवेदन प्राप्त हुए थे।

रोजगार पंजीयन नवीनीकरण हेतु दो माह का अतिरिक्त समय

रोजगार कार्यालय में पंजीयन के नवीनीकरण हेतु दो माह का अतिरिक्त समय अवधि बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने युवाओं की परेशानी को देखते हुए ये बड़ी सुविधा दी है। दरअसल बेरोजगारों के वैधता पंजीयन तिथि तीन वर्ष के लिए होती है, यह जानकारी आवेदकों के पंजीयन पत्रक में उल्लेख रहता है। यदि कोई भी आवेदक पंजीयन पत्रक में उल्लेखित नवीनीकरण माह में अपने पंजीयन का नवीनीकरण नहीं करवाये जाने पर, उसे नवीनीकरण के लिए निर्धारित माह के अतिरिक्त दो माह की ग्रेस अवधि राष्ट्रीय रोजगार सेवा नियम के अनुसार प्राप्त होगी। यदि किसी आवेदक का नवीनीकरण माह माह-मार्च 2023 को उल्लेखित है तो ऐसे आवेदक का पंजीयन ग्रेस अवधि को मिलाकर दो अतिरिक्त माह अर्थात मई 2023 तक वैध रहेगा।

हर दिन, 24 घंटे खुला है बेरोजगारी भत्ता पोर्टल

बेरोजगारी भत्ता योजना का पोर्टल 01 अप्रैल 2023 प्रातः से आवेदकों के लिए प्रारंभ हो चुका है। आवेदकों द्वारा इस पोर्टल पर पहले दिन से ही बड़ी संख्या में आवेदन किया जा रहा है। आवेदकों का कहना है कि पोर्टल द्वारा आवेदन करना बहुत ही आसान है, जिसमें वे आवश्यक समस्त दस्तावेजों को भी अपलोड कर रहे हैं, इस कार्य में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही है।बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए आवेदन करने की कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं है और ना ही पोर्टल के खुलने या बंद होने का समय तय किया गया है। पोर्टल समस्त दिनों के लिए 24 घंटे खुला है, आवेदक इस पोर्टल पर अपनी सुविधा अनुसार कभी भी आवेदन कर सकते हैं।

बेरोजगारी भत्ता की शर्ते

बेरोजगारी भत्ता योजना के आवेदक को छत्तीसगढ़ का मूल निवासी होना आवश्यक है। योजना के लिए आवेदन किए जाने वाले वर्ष के 1 अप्रैल को आवेदक की उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदक मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम हायर सेकेण्डरी यानी 12वीं कक्षा पास हो। साथ ही छत्तीसगढ़ के किसी भी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र में पंजीकृत हो और आवेदन के वर्ष की 1 अप्रैल की स्थिति में हायर सेकेण्डरी या उससे अधिक योग्यता से उसका रोजगार पंजीयन न्यूनतम दो वर्ष पुराना हो। आवेदक की स्वयं का आय का कोई स्रोत न हो और आवेदक के परिवार के सभी स्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपए से अधिक न हो। पारिवारिक आय हेतु तहसीलदार या उससे उच्च राजस्व अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र बेरोजगारी भत्ता की आवेदन तिथि से 1 वर्ष के अंदर ही बना हो।

एक ही दिन में हुआ बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत

बेरोजगारी भत्ता की शुरुआत 1 अप्रैल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की थी। इस दौरान जिन चार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया गया, वो उन चारों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था। इन चारों ने युवाओँ ने आदन के पहले ही दिन 1 अप्रैल को अपना आनलाइन आवेदन किया और फिर इन चारों का भत्ता तुरंत स्वीकृत भी हो गया। अपने अनुभवों के बयां करते हुए इन युवाओं की खुशियां छलक उठी।

रायपुर जिले की रहने वाली पूजा चंद्रवंशी बी.एड. की छात्रा हैं। रायपुर के गुढिहारी की रहने वाली पूजा बेहद गरीब परिवार से हैं और बहुत ही मुश्किलों से शिक्षक बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए पढ़ाई कर रही हैं। अभी तक पूजा बीएड की मंहगी किताबें खरीद पाने में असमर्थ थीं और वो अपने सहपाठियों से किताबें लेकर पढ़ाई करती थीं। उन्हें ये किताबें वापस करने का दबाव होता था। बेरोजगारी भत्ता योजना के बारे में जानकारी मिलने पर पूजा ने आज ही आनलाइन इसके लिए आवेदन किया था और थोड़ी ही देर बाद उनका बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत भी हो गया।

मुकेश्वरी रायपुर के मोवा की रहने वाली एथलीट हैं और फिजिकल एजुकेशन में अपना कैरीयर बनाना चाहती हैं। मुकेश्वरी को अपनी रेगुलर डाइट और अपनी रूटीन को मेंटन करने में काफी परेशानी होती है क्योंकि फिजिकल एजुकेशन के लिए शरीर का फिट रहना बेहद जरूरी है। आर्थिक तंगी के बाद भी वो पढ़ाई तो कर रही थी लेकिन शरीर का खयाल नहीं रख पाती थी। बेरोजगारी भत्ता मिलने से अब मुकेश्वरी न सिर्फ अपनी अच्छी डायट ले सकेंगी बल्कि उन्हें पढ़ाई में भी आसानी होगी।

इसी तरह से गुढ़िहारी के रहने वाले कुणाल साहू कंप्यूटर के फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं और बीसीए की पढ़ाई कर रहे हैं। आर्थिक हालात ठीक न होने से कुणाल बीसीएस की मंहगी किताबें नहीं खरीद पाते थे, बेरोजगारी भत्ते से ये परेशानी अब दूर हो गयी है।

रायपुर के ही कृष्णा नगर के रहने वाले दीपक निषाद अपना ग्रेजुएशन पूरा कर चुके है और सिविस सर्विसेज में करियर बनाने  में जुटे हुए हैं। दीपक अपनी तैयारी को धार देने के लिए ऩई किताबें खरीदने से बचा करते थे, लेकिन अब बेरोजगारी भत्ते से मिले पैसों से वो नई किताबें खरीद पाएंगे और अपने सपनों को पूरा करने के और नजदीक पहुंच पाएंगे।

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