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सड़क..शराब और सियासत : ‘सड़कें खराब क्यों हुई जवाब रमन सिंह को देना चाहिये’ …भूपेश बघेल के आरोपों पर रमन सिंह बोले- चार साल एक पैसा खर्च नहीं किया इसलिए खराब हुई…शराबबंदी पर दिया जवाब..मैंने थोड़े ना गंगाजल लेकर कसम खायी थी..

रायपुर 28 सितंबर 2022। सड़क और शराब को लेकर छत्तीसगढ़ की सियायत इन दिनों खूब गरमायी हुई है। इन मुद्दों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और रमन सिंह आमने सामने हैं। पिछले दिनों भाजपा ने छत्तीसगढ़ में खराब सड़कों का मुद्दा उठाया था। भाजपा के सड़कों को लेकर सरकार पर आरोप पर मुख्यमंत्री ने तीखा जवाब दिया था कि अगर भाजपा ने सड़क ठीक बनायी होती, तो तीन साल में बदहाल ही क्यों होती। रमन सरकार ने ही घटिया सड़क बनवायी थी। उन्होंने रमन सिंह की सरकार ने अगर ठीक से सड़क बनायी होती तो तीन साल में खराब ही क्यों होती। रायपुर में एक्सप्रेस वे बना, वो बना भी नहीं था कि खराब हो गया उसे दोबारा बनाना पड़ा। रमन सिंह से पूछना चाहिये कि इतनी जल्दी सड़कें क्यों खराब हो गयी।

जवाब में दो दिन बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस सरकार को घेरा। उन्होंने आंकड़े गिनाते हुए बताया कि अपने 15 साल के कार्यकाल में उन्होंने कितनी सड़कें बनायी। राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए रमन सिंह ने कहा कि सड़कों की स्थिति इसलिए खराब हुई, क्योंकि सड़कों पर पिछले चार साल में एक पैसा भी खर्च नहीं किया। रमन सिंह ने कहा कि हर सड़क की एक उम्र होती है, उसके बाद उन्हें मेंटनेंस की जरूरत होती है, लेकिन आज सड़कों पर बड़ा बड़ा गड्ढ़ा इसलिए बन गया है, क्योंकि चार साल में उसकी मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया गया।

रमन सिंह यही नहीं रूके उन्होंने भेंटवार्ता के कार्यक्रम में हेलीकाप्टर के बजाय सड़क मार्ग से जाने का अनुरोध किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री जायेंगे तो उन्हें पता चलेगा कि राज्य में सड़कों की स्थिति क्या है।

वहीं शराबबंदी को लेकर भी भूपेश बघेल के रमन सिंह पर किटे वार का रमन सिंह ने जवाब दिया है। आज भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में भाजपा महिला मोर्चा की तरफ से शराबबंदी को लेकर हुंकार रैली निकालने पर तंज कसते हुए कहा कि सरोज पांडेय को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से पूछना चाहिये कि उन्होंने 15 साल में क्यों नहीं शराबबंदी की।

जवाब में रमन सिंह ने कहा कि उन्होंने कहीं पर भी हाथों में गंगाजल रखकर शराबबंदी की कसमें नहीं खायी थी। कांग्रेस ने खायी थी और उन्होंने छ्त्तीसगढ की माताओं और बहनों से जो वादा किया था, उसे जरूर पूरा किया जाना चाहिये। वादाखिलाफी से आज छत्तीसगढ़ की महिलाओं में रोष है।

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