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पुलिस की शर्मनाक करतूत : छेड़छाड़ की शिकार नाबालिग छात्रा को थाने बुलाकर उतरवाये कपड़े,आरोपी के सामने पुलिस ने खींचे फोटो

कानपुर 7 सितंबर 2023। कानपुर में खाकी को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। यहां छेड़छाड़ की शिकार एक नाबालिग छात्रा को पुलिस ने ना केवल पूछताछ के लिए थाने में बुलवाया,बल्कि आरोपी युवक के सामने ही लड़की के कपड़े उतरवाकर महिला कांस्टेबल ने फोटो भी खींचे। घटना के बाद से छात्रा इतनी दहशत में है कि उसे कई बार दौरे पड़ चुके है। पीड़ित छात्रा का हाॅस्पिटल में इलाज चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस की इस शर्मनाक करतूत की जानकारी मिलने के बाद अब अफसर मामले की जांच करने की दलील देते नजर आ रहे है।

छेड़छाड़ की शिकार छात्रा के पिता ने बताया कि वह मूल रूप से किसान का काम करते है। उनकी 16 साल की बेटी हाईस्कूल में अध्यन्नरत है। गांव में रहने वाला अमन कुरील बेटी को स्कूल आते-जाते अक्सर छेड़खानी करता है। उनकी बेटी की फोटो एडिट कर अश्लील बनाकर आरोपी ने वायरल कर दिया था। इसके बाद आरोपी ने एक बार बेटी के साथ फोन छीनकर उससे मारपीट भी की थी। पीड़ित छात्रा के पिता ने बताया कि आरोपी युवक के घर में शिकायत करने के बाद भी अमन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो इस मामले की शिकायत 3 सितंबर को साढ़ थाने में दर्ज कराया गया।

पुलिस ने अमन के खिलाफ छेड़खानी, पॉक्सो एक्ट और जान से मारने की धमकी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने पीड़ित नाबालिग बेटी को भी पूछताछ के नाम पर थाने बुलाया गया। यहां महिला कांस्टेबल ने जांच के नाम पर आरोपी के सामने ही बेटी के कपड़े उतरवा दिए। इससे वह तनाव में आ गई और उसकी तबीयत बिगड़ गई। तीन दिन से पीड़ित छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर ने एडीसीपी साउथ और एसीपी घाटमपुर को संयुक्त रूप से जांच के आदेश दिए हैं।

एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच में आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी एसीपी घाटमपुर के साथ मिलकर संयुक्त रूप से मामले की जांच की जाएगी। आरोप सही पाए जाते हैं, तो जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने पीड़िता की मदद करने के बजाय नियमों को ही पूरी तरह से तोड़ दिया। सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी नाबालिग को न तो थाने लाया जा सकता है और न ही उससे वर्दी में पूछताछ की जा सकती है। बावजूद इसके इस मामले में नाबालिग पीड़िता को न केवल थाने बुलाया गया, बल्कि उससे वर्दी पहने पुलिस वालों ने पूछताछ की।

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