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SP की दो टूक : खदानों से कोयला-डीजल चोरी बर्दाश्त नही, CISF और त्रिपुरा राइफल्स के अफसरों की मीटिंग लेकर कहा……माफियाओं की लिस्ट दे पुलिस लेगी एक्शन

कोरबा 19 दिसंबर 2022। कोरबा जिला में एसईसीएल की खदानों से कोयला और डीजल चोरी के बढ़ते मामलों पर एस.पी.संतोष सिंह एक्शन में नजर आये। ऐसा पहली बार था जब एसपी ने एसईसीएल के सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ और त्रिपुरा स्टेट राईफल्स के अफसरों के साथ मीटिंग ली गयी। पुलिस अधीक्षक कार्यायल में हुए इस मीटिंग में एसपी ने साफ कर दिया कि जिले में माफियाराज बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जायेगा। एसपी संतोष सिंह ने खदान की सुरक्षा में तैनात बल के साथ संबंधित थानों की पुलिस को समन्वय बनाकर काम करने के साथ ही चोर और उनको संरक्षण देने वालों पर सख्ती से कार्रवाई का निर्देश दिया गया हैं।

औद्योगिक नगरी कोरबा जिला में एक बार फिर कोयला और डीजल माफिया और उनके गुर्गे सर उठाने लगे हैं। पिछले एक पखवाड़े की बात करे तो उरगा, हरदीबाजार सहित पाली थाना क्षेत्र में कोयला और डीजल चोरी के प्रकरण लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस के साथ ही जिला प्रशासन और माईनिंग की टीम ने अवैध कोयला भंडार पर छापामार कार्रवाई किया गया। एसईसीएल की खदानों से कोयला और डीजल चोरी के बढ़ते मामले को एस.पी.संतोष सिंह ने गंभीरता से लेते हुए रविवार को बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ ही विशेष रूप से एसईसीएल की खदानों की सुरक्षा के लिए तैनात CISF और त्रिपुरा राईफल्स के अफसरों को भी बुलाया गया था। एसपी संतोष सिंह ने खदानों से लगातार हो रही कोयला और डीजल चोरी के मामलों की विस्तार से जानकारी ली गयी। पुलिस और माइंस के सुरक्षा अधिकारियों की दलीलों को सुनने के बाद एसपी ने दो टूक शब्दों में ये साफ कर दिया कि माफियाराज बर्दाश्त नही किया जायेगा।

खदान में जिन माफियाओं के सरंक्षण में कोयला और डीजल चोरों के गैंग काम कर रहे हैं, उन्हे खदान स्तर पर सीआईएसएफ और त्रिपुरा राइफल्स के जवान सख्ती से निपटे। एसपी ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें पुलिस द्वारा सहयोग उपलब्ध कराया जाता रहा है, और भविष्य में भी सहयोग किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से माइंस में डीजल, कोयला, कबाड़ चोरी करने वाले चोरों की लिस्ट भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया हैं, ताकि उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किया जा सके । एसपी संतोष सिंह ने अफसरों को साफ कर दिया हैं कि कोल माइंस में गैंग बनाकर चोरी करने वाले अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा । एसपी के इस सख्त निर्देश के बाद जहां पुलिस अधिकारी एलर्ट मोड पर हैं, वही एक बार फिर खदानों से डीजल और कोयला चोरी कर सर उठा रहे माफियाओं के बीच हड़कंप मचा हुआ हैं।

जिले के आउटर में कोल माफिया सक्रिय…थानेदारों की भूमिका पर उठने लगे सवाल!

कोरबा एसपी संतोष सिंह की सख्ती का ही नतीजा हैं कि कोयला और डीजल माफिया अवैध कारोबार को शुरू करने से पहले दस बार सोच रहे हैं। जानकारों की माने तो कोल माफियाओं ने कुसमुंडा और दीपका खदान की जगह जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में पाली थाना के सरईपाली माइंस को अपना सुरक्षित ठिकाना बनाये हुए हैं। सरईपाली के ग्राम चेपा से रोजाना ग्रामीणों की मदद से कोयला चोरी करवाने के बाद ट्रकोे के जरिये बड़े पैमाने पर कोयला बिलासपुर और दूसरे जिलों में तस्करी की जा रही हैं। ठीक इसी तरह खदानों से कोयला लेकर निकलने वाले ट्रकोे से कोयला अलटी-पलटी का खेल उरगा थाना क्षेत्र में खुलेआम चल रहा हैं। लेकिन इस क्षेत्र के थानेदार आज तक इस गिरोह के सरगनाओं पर कार्रवाई करने के बजाये स्थानीय ग्रामीण या फिर ट्रैक्टर चालक को आरोपी बनाकर मामले को खत्म कर दिया गया। ऐसे में रविवार को एसपी के सख्त तेवर को देखने के बाद पुलिस की कार्रवाई में तेजी आने की उम्मींद हैं।

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