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सस्पेंड ब्रेकिंग : शिक्षा विभाग का बाबू हुआ सस्पेंड….NW की खबर के बाद बैठी जांच टीम की रिपोर्ट पर विभाग ने लिया एक्शन….ये है पूरा मामला, पढ़िये

रायपुर 6 जून 2022। रिटायर्ड शिक्षक के हक के पैसे पर डाका डालने वाले लिपिक पर गाज गिर गयी है। NW न्यूज की खबर के बाद विभाग ने इस मामले में लिपिक अनुपम शुक्ला को सस्पेंड कर दिया है, वहीं जांच के भी आदेश दिये गये हैं। NW न्यूज की खबर के बाद विभाग ने एक जांच बैठायी थी। जांच में प्रकरण सही पाया गया, जिसके बाद विभाग ने लिपिक अनुपम शुक्ला को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। 22 अप्रैल को NW न्यूज ने “रिटायर्ड प्रधान पाठक के अंतिम भुगतान पर कुंडली मारकर बैठ गए प्राचार्य और बाबू.” शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की थी। इस खबर के पोस्ट होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया था। मामले को तूल पकड़ता देख बिलासपुर जेडी कार्यालय की तरफ से एक जांच टीम गठित की गयी थी।

रिटायर्ड प्रधान पाठक के अंतिम भुगतान पर कुंडली मारकर बैठ गए प्राचार्य और बाबू……2 साल से दर-दर भटकने को मजबूर शिक्षक पर DEO ने लिया संज्ञान….न्यायधानी में ही हो रहा गजब अन्याय !

बिल्हा विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भरारी में पदस्थ प्रधान पाठक रामस्वरूप कमलसेन 31 मई 2020 को रिटायर्ड हो चुके थे, लेकिन रिटायरमेंट के बाद विभाग ने ना तो उन्हें सामान्य भविष्य निधि का अंतिम भुगतान, सातवां वेतनमान की एरियर्स राशि का बकाया और त्रिस्तरीय वेतनमान पूर्ण करने का पुनरीक्षित वेतनमान ही दिया। इस मामले में रिटायर्ड शिक्षक ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई हल नहीं निकला, जिसके बाद मामला NW न्यूज के पास आया।

भरारी स्कूल मामले में नप सकते हैं दोषी कर्मचारी….. जांच में अधिकांश शिकायतें पाई गई सही…. जेडी कार्यालय ने शिकायतों को गंभीरता से लेकर कराई है जांच

NW न्यूज ने इस पूरे प्रकरण की ना सिर्फ खबरें पोस्ट की, बल्कि वक्त-वक्त पर उसका फालोअप भी लिया। अब खबर है कि विभाग ने लिपिक अनुपम शुक्ला को निलंबित कर दियाहै। हालांकि अभी इस मामले में प्राचार्य पर कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।

क्या था पूरा मामला

बिल्हा विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भरारी में पदस्थ प्रधान पाठक रामस्वरूप कमलसेन 31 मई 2020 को रिटायर्ड हो चुके हैं। बावजूद इसके उन्हें अपने अंतिम भुगतान के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है और इसकी वजह है स्कूल के प्राचार्य पी के देहरी और उच्च वर्ग लिपिक अनुपम शुक्ला। 2 साल से अपने ही भुगतान के लिए त्रस्त हो चुके रिटायर्ड प्रधान पाठक रामस्वरूप कमलसेन ने अब पूरे मामले की लिखित शिकायत एक बार फिर जिला शिक्षा अधिकारी, जेडी और कलेक्टर से की । जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्हें सामान्य भविष्य निधि का अंतिम भुगतान, सातवां वेतनमान की एरियर्स राशि का बकाया और त्रिस्तरीय वेतनमान पूर्ण करने का पुनरीक्षित राशि का भुगतान नहीं किया गया है जबकि इसके लिए उन्होंने प्राचार्य और लिपिक से कई बार लिखित और मौखिक में निवेदन किया है। बावजूद, इसके उन्होंने उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया । इधर लिपिक के बारे में शिकायत ये थी कि लिपिक अनुपम शुक्ला सदैव विवादों से घिरे रहे हैं और कई बार अलग-अलग मामलों में उनकी शिकायत भी हो चुकी है । स्कूल की एक महिला शिक्षिका के द्वारा तो ऐसे ही मामले में पुलिस तक में शिकायत दर्ज कराया गया है । उन्होंने अनुपम शुक्ला द्वारा हर काम के लिए पैसे की मांग किए जाने और पैसा न देने पर काम न की जाने की शिकायत की है साथ ही ऐसे मामलों में प्राचार्य द्वारा उन्हें सह दिए जाने की शिकायत जेडी कार्यालय से की थी । इस मामले में जेडी कार्यालय से एक जांच टीम गठित की गयी थी। जांच टीम ने जब वहां जांच की तो शिकायतों का अंबार लग गया। लिपिक के खिलाफ सिर्फ अनियमितता ही स्कूल ना आने, दुर्व्यवहार जैसी शिकायतें भी जांच दल के सामने आयी थी। जांच रिपोर्ट के आधार अब जेडी ने ये कार्रवाई की है।

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