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संयुक्त परिवार की “संवेदना”: दिवंगत शिक्षक परिवार के लिए फरिश्ते से कम नहीं है “संवेदना” के सिपाही…दशकर्म के खर्च से लेकर, शासकीय सहायता दिलाने तक रहते हैं साये की तरह

रायगढ़ 19 जनवरी 2023। “किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार! किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार.., जीना इसी का नाम है!” … हिंदी चित्रपट के इस गीत में कहीं न कहीं जीवन का सार निहित है! और कमोबेश इन्हीं पंक्तियों को अक्षरश: ज़मीं पर उकेरने की इबारत का नाम है छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ सारंगढ़ द्वारा संचालित योजना “संवेदना”!

जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ सारंगढ़ विकासखंड के किसी साथी के असामयिक देहावसान पर संगठन की ओर से श्रद्धांजलि स्वरुप शोक संतप्त परिवार को दशकर्म पूर्व ही 50000 रुपए की राशि प्रदान की जाती है।

इसी अनहोनी के क्रम में विगत सोमवार दिनांक 16 जनवरी 2023 को हमारे साथी श्री बहादुर सिंह उरांव जी [प्रधान पाठक, प्राथमिक विद्यालय सिरोली] का प्रातः 4 बजे हृदय गति रुकने से असामयिक निधन हो गया, जो सन 1995 से संगठन के आधार स्तंभ हुआ करते थे ! कुछ माह के अंतराल में यह विकासखंड सारंगढ़ में हुई दूसरी क्षति है, इससे पहले वरिष्ठ शिक्षक साथी स्वर्गीय राजाराम यादव जी को भी असमय कालचक्र ने अपने आगोश में ले लिया था!

आज संध्या छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ परिवार सारंगढ़ के साथियों ने न सिर्फ मृतात्मा की अनंत शांति की कामना की, बल्कि संगठन की ओर से चलाई जा रही “संवेदना” योजना का अंशदान भी उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कमल देवी उरांव, पुत्र अरुण उरांव एवम् भाई विक्रम सिंह उरांव जी को संयुक्त रूप से सौंपा! साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा अग्रेशिया राशि के जल्द भुगतान के साथ साथ मिलने वाले अन्य हितलाभों से परिजनों को अवगत कराया! एवम् निकट भविष्य में सभी प्रकार के सहयोग के लिए आश्वस्त किया!

छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ परिवार सारंगढ़ द्वारा संचालित इस मानवीय पहल का उपस्थित ग्रामीण जनों व परिजनों ने आत्मीय अभिनंदन करते हुए संगठन को सहृदय साधुवाद ज्ञापित किया!

आज के इस सार्थक प्रयास में संगठन का प्रतिनिधित्व सर्व श्री चोखलाल पटेल, नरसिंह साहू, कौशल कुमार पटेल, संतोष कुमार चंद्रा, शिव कुमार निराला, चंद्र भानु वर्मा, शिव प्रकाश राठिया, विद्याधर पटेल, नित्यानंद भोय, नीलकंठ पटेल, विजय यादव, रामदीन सिदार, साहेब राम पटेल, यशवंत दीवान, पंच राम साहू, दीपक भगत एवम् रामकुमार कत्थाकार ने संयुक्त रूप से किया!

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