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17 लाख दीयों से जगमग होगी राम की नगरी, जानिए इस बार कितना भव्य होगा अयोध्या का दीपोत्सव…

अयोध्या 23 अक्टूबर 2022 : श्रीराम की अयोध्या उनके स्वागत के लिए सजाई-संवारी जा रही है। छोटी दीवाली को अयोध्या में उत्सव मनाया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर यानि आज अयोध्या आ रहे हैं। वह दीपोत्सव के मेगा इवेंट में शामिल होंगे। इसमें 15 लाख दीपक जलाकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इस रिकॉर्ड के लिए 17 लाख दीपक जलाए जाएंगे। वहीं, भगवान राम का आंगन 1 लाख दीपों से जगमग होगा। पीएम रामलला के आंगन में दीपक जलाकर राम मंदिर के निर्माण कार्य को करीब से देखेंगे। अयोध्या के महंत भी कह रहे हैं कि इस बार दोगुनी खुशी है।

भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में दीपावली समारोह के हिस्से के रूप में आज यहां भव्य दीपोत्सव मनाया जायेगा। इस दौरान कुल करीब 17 लाख मिट्टी के दीपक जलाए जाएंगे। समारोह के दौरान आतिशबाजी, लेजर शो तथा रामलीला का मंचन भी किया जायेगा। अयोध्या में यह छठा मौका है जब दीपोत्सव समारोह का आयोजन किया जा रहा है। पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से भाग लेंगे।

अजय प्रताप सिंह बताते है कि पिछली बार 32 घाटों पर दीप जलाए गए थे। इस बार 40 घाटों पर दीप जलाए जाएंगे। पिछली बार 72 दीपों का ब्लॉक बनाया गया था, लेकिन इस बार 92 दीपों का ब्लॉक बनाया जाएगा। यानी राम की पैड़ी के आस-पास के घाटों को भी दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल किया गया है।

अयोध्या में दीपोत्सव की जानिए खास 10 बातें

  • सरयू के तट के पास राम की पौड़ी में 22,000 से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा 15 लाख मिट्टी के दीपक जलाए जाएंगे। बाकी को महत्वपूर्ण चौराहों और स्पॉट पर लगाया जाएगा।
  • दीपोत्सव के आयोजकों ने बताया कि स्वयंसेवक एक वर्ग में 256 मिट्टी के दीयों की व्यवस्था करेंगे और दो चौकों के बीच की दूरी लगभग दो से तीन फीट की होगी।
  • लेजर शो, 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग शो और आतिशबाजी भी होगी।
  • रामलीला का मंचन रूस और अन्य देशों के सांस्कृतिक दल भी करेंगे।
  • राम कथा पार्क में, भगवान राम, देवी सीता, भगवान लक्ष्मण और भगवान हनुमान को “पुष्पक विमान” से उतरते दिखाया जाएगा।
  • इस अवसर पर सरयू नदी की आरती भी की जाएगी।
  • राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, “23 अक्टूबर को रविवार होने के कारण राम लला को लाल-गुलाबी पोशाक पहने हुए देखा जाएगा और भगवान राम और उनके भाइयों के लिए नए कपड़े सिलवाए जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि भगवान अलग-अलग दिनों में अलग-अलग रंग के कपड़े पहनते हैं।
  • मोदी रविवार को राम मंदिर में “पूजा” करने के लिए अयोध्या जाएंगे। एक बयान के अनुसार, मोदी राम मंदिर के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण करेंगे और बाद में भगवान का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक करेंगे।
  • शाम करीब 6:30 बजे, मोदी सरयू के तट पर एक “आरती” देखेंगे, जिसके बाद उनके द्वारा भव्य “दीपोत्सव” समारोह का शुभारंभ किया जाएगा।
  • दीपोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों की पांच एनिमेटेड झांकियां और 11 रामलीला झांकियां भी प्रस्तुत की जाएंगी, जिनमें विभिन्न राज्यों की नृत्य कलाएं प्रदर्शित की जाएंगी।

अयोध्या संभाग के मंडलायुक्त नवदीप रिनवा ने बताया कि राम की पैड़ी में 22,000 से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा 15 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे। अधिकारी ने कहा कि बाकी दीयों को महत्वपूर्ण चौराहों और स्थानों पर जलाया जायेगा। दीपोत्सव को देखने के लिए शनिवार शाम को बड़ी संख्या में लोग राम की पैड़ी पहुंचे। वहां रखे मिट्टी के दीये अभी नहीं जलाए गए हैं। मिट्टी के दीयों को नुकसान से बचाने के लिए स्वयंसेवक जनता से संभल कर चलने का आग्रह करते हुए दिखे।

शाम को उत्साहित युवा मिट्टी के दीयों की पृष्ठभूमि में राम की पैड़ी पर सेल्फी लेने और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इन्हें अपलोड करने में व्यस्त रहे। रिनवा ने कहा कि दीये जलाने के अलावा लेजर शो, 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग, आतिशबाजी होगी और अन्य देशों और राज्यों के सांस्कृतिक दल रामलीला का मंचन भी करेंगे। उन्होंने कहा, “राम कथा पार्क में ‘पुष्पक विमान’ से ‘अवतार स्वरूप’ भगवान (भगवान राम, देवी सीता, भगवान लक्ष्मण और भगवान हनुमान के अवतार) उतरेंगे और इस अवसर पर सरयू नदी की आरती भी होगी.” उन्‍होंने बताया कि त्योहार के दिन जिले में कुल 18 लाख दीये जलाए जाने की संभावना है।

राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया, “23 अक्टूबर को रविवार होने के कारण रामलला लाल-गुलाबी रंग की पोशाक पहने हुए दिखाई देंगे। भगवान राम और उनके भाइयों के लिए नए कपड़े सिले गये हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि इस आयोजन ने देश और विदेश में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। दास ने कहा, “हर साल त्योहार की भव्‍यता बढ़ी है और इसका विस्तार हुआ है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह परंपरा जारी रहेगी।” उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा था, “श्री अयोध्या जी तैयार हैं, भव्य और दिव्य दीपोत्सव के लिए— आप सभी का स्वागत है। जयश्री राम।’’

संपर्क करने पर हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने कहा कि अयोध्या में भव्य और दिव्य दीपोत्सव की तैयारी चल रही है। इसी तरह के विचार अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने भी व्यक्त किए।उपाध्याय ने कहा कि देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से दीपोत्‍सव देखने के वास्ते आने वाले लोगों के स्वागत के लिए पूरा शहर, तैयार है। आयुर्वेदिक चिकित्सक आरपी पांडेय ने कहा, “ऐसा लगता है कि ‘त्रेतायुग’ (भगवान राम का युग) अयोध्या लौट आया है और शहर ‘त्रेतायुग’ में खुद को भिगो चुका है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम के लिए आने वाले हैं, इसलिए भी दीपोत्सव के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं।” उन्होंने कहा कि लगभग 25 नुक्कड़ों पर कई संगठनों द्वारा रामलीला का मंचन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “इसके अलावा, कई संगठन भी इस अवसर पर दीप जलाएंगे।’

प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिवाली की पूर्व संध्या पर अयोध्या आएंगे और राम मंदिर में “दर्शन” एवं “पूजन” करेंगे। बयान के मुताबिक, वह रामलला विराजमान की पूजा-अर्चना करेंगे और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की भी समीक्षा करेंगे। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री करीब शाम करीब पौने छह बजे भगवान राम का ‘‘राज्याभिषेक’’ करेंगे और इसके बाद वह सरयू नदी के किनारे बने नए घाट पर आरती भी करेंगे तथा दीपोत्सव समारोह में शिरकत करेंगे।

बयान में कहा गया है कि दीपोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्य रूपों के साथ पांच एनिमेटेड झांकियां और ग्यारह रामलीला झांकियां भी प्रदर्शित की जायेंगी। प्रधानमंत्री भव्य म्यूजिकल लेजर शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में ‘3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो’ भी देखेंगे। दीपोत्सव के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया, “इस आयोजन के लिए करीब 4,000 पुलिसकर्मी सुरक्षा ड्यूटी पर होंगे। भीड़ प्रबंधन एक प्रमुख प्राथमिकता है, ताकि भक्तों, पर्यटकों और कलाकारों (विदेशी कलाकारों सहित) को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़े।” उन्होंने कहा कि भव्य आयोजन को देखते हुए शहर के विभिन्न स्थानों पर यातायात परिवर्तन (ट्रैफिक डायवर्जन) भी किया गया है।

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