हेडलाइन

DA-HRA पर इससे बड़ा आंदोलन कभी नहीं हुआ….दफ्तर, स्कूल सब बंद…अफसर से लेकर चपरासी तक हर कोई हड़ताल में…स्वास्थ्य, शिक्षा व विभागीय काम सब होगा प्रभावित…सदन में भी …..

रायपुर 24 जुलाई 2022। छत्तीसगढ़ में डीए और महंगाई भत्ता पर कल से बड़ा आंदोलन होगा। दावा है कि प्रदेश के अधिकांश दफ्तर सूने रहेंगे और स्कूलों में ताला लटका रहेगा। अस्पताल खुले तो नर्स और स्वास्थ्यकर्मी नही रहेंगे… स्कूल खुले तो शिक्षक नहीं रहेंगे… दफ्तर खुले तो कर्मचारी नहीं मिलेगा। ऐसे में हड़ताल ने सरकार को भी सकते में डाल दिया है। ये हड़ताल उस वक्त हो रहा है, जब विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। विपक्ष के तेवर कड़े हैे और कर्मचारियों के मुद्दे पर भी हंगामा करने के मूड में है।

हड़ताल की वजह से तकनीकी विश्वविद्यालय को अपनी परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी है, तो वहीं बिलासपुर में मेडिकल बोर्ड को भी रद्द कर दिया गया है। कुल मिलाकर हड़ताल ने हाहाकार मचा दिया है। स्कूलों में हर वर्ग के शिक्षकों ने डीए-एचआरए के मुद्दे पर हड़ताल का ऐलान किया है। ये बात अलग अलग है कि कोई निश्चतकालीन हड़ताल पर होगा, तो कोई अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, लेकिन इन सब के बीच ये जरूर तय है कि स्कूलों में पढ़ाई बहुत बुरी तरह से प्रभावित होगी।

पहली बार राजपत्रित पदाधिकारी भी खुलकर हड़ताल में उतरे

पहली बार हड़ताल में राजपत्रित  अधिकारियों की भी सहभागिता दिख रही है। कई जिलों में अधिकारियों ने खुलकर हड़ताल पर जाने का आह्वान किया है, वही कई जिलों में डीईओ और बीईओ ने भी हड़ताल पर जाने की सूचना दे दी है। इसके अलावे विभागों के 90 प्रतिशत अधिकारी हड़ताल पर जा रहे हैं। अब आलम ये है कि सोमवार से 5 दिन तक प्रदेश में मंत्रालय और संचालनालय में चपरासी से लेकर अधिकारी तक का टोटा हो जायेगा। पहली बार इस तरह का हड़ताल प्रदेश में देखने को मिलेगा। जिसमें राजपत्रित अधिकारी से लेकर चपरासी, ड्राइवर तक हड़ताल पर
होगा।

अस्पताल की नर्सों ने भी आंदोलन का समर्थन दिया

कई जिलों में स्वास्थ्यकर्मियों ने अपना समर्थन पत्र फेडरेशन को दिया है। नर्स भी हड़ताल में
शामिल हो रही है। लिहाजा स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है। वहीं निगमकर्मियों ने भी हड़ताल पर जाने की बात कही है
, लिहाजा सफाई व्यवस्था से लेकर अन्य गतिविधियां प्रभावित हो सकती है।  

 

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